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3 min read | अपडेटेड May 15, 2025, 11:50 IST
सारांश
Android 16 अपडेट को लेकर काफी बातें की जा रही हैं। इसको मोबाइल इंडस्ट्री का एक बड़ा अहम कदम माना जा रहा है। इस अपडेट के बाद आपका फोन चुराना चोर को कोई फायदा नहीं दे पाएगा। क्या कुछ है इसके फीचर चलिए समझते हैं।

Android 16 के आने से कैसे चोरों के लिए बेकार हो जाएगा आपका चुराया फोन
Android 16 अपडेट का यूजर्स बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। Android 16 क्यों इतना चर्चा में है, क्यों इसका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है और क्यों इसके आने से आपके फोन की सिक्योरिटी डबल हो जाएगी, चलिए समझते हैं। Android शो इवेंट के दौरान Google ने खुलासा किया कि आने वाले Android 16 फोन को अनलॉक करने और चोरी किए गए फोन को फिर से बेचने की कोशिशों के खिलाफ मजबूत सिक्योरिटी फीचर्स के साथ आएगा। एक बार जब फोन Android 16 में अपग्रेड हो जाता है, तो यूजर्स एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर को यूज कर पाएंगे। यह तुरंत अनुचित लॉगिंग, इनऐक्टिविटी रीबूट, यूएसबी प्रोटेक्शन, इन्सिक्योर नेटवर्क से ऑटो-रीकनेक्ट को डिसेबल करने का ऑप्शन और फोन के लिए स्कैम डिटेक्शन के साथ तुरंत एक्टिवेट करेगा। Android 16 इस साल के अंत तक आ सकता है। अनुचित लॉगिंग फीचर डिवाइस पर यूजर की प्राइवेट इंफॉर्मेशन को सिक्योर करेगी। यह बार-बार फोन को खोलने की अवैध कोशिशों की जांच करेगी। अगर इसे ऐसी किसी भी गतिविधि का संदेह है, तो यह डिवाइस की गहन जांच और एनालिसिस करेगा।
इसके अलावा, सिक्योरिटी लॉग (यूजर आईडी और पासवर्ड) को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करके क्लाउड में सिक्योर तरीके से स्टोर किया जाता है। यह पूरी तरह से फोन ओनर के कंट्रोल में होगा। यहां तक कि Google के पास भी इसकी पहुंच नहीं होगी। वर्चुअल ब्रॉडकास्ट में Google ने बेहतर फैक्ट्री रीसेट प्रोटेक्शन (FRP) फीचर लाने की भी घोषणा की। इस फीचर के बाद अगर आपका फोन चोरी होता है, तो इसका इस्तेमाल करना और इसे बेचना चोर के लिए लगभग नामुमकिन सा हो जाएगा। चोरी के बाद, चोर आमतौर पर ऐसी डिवाइस को फैक्ट्री रीसेट करने की कोशिश करते हैं और यहां तक कि सुरक्षा को दरकिनार करके, भोले-भाले खरीदारों को इसे रिफर्बिश्ड फोन के रूप में बेच सकते हैं। लेकिन, FRP में सुधार के साथ, यह डिवाइस को पूरी तरह से लॉक कर देगा और यूजर को फैक्टरी रीसेट के बाद भी क्रेडेंशियल टाइप करके यह साबित करना होगा कि वह इसका असली मालिक है। ऐसा नहीं करने पर डिवाइस एकदम बेकार हो जाएगी। ऐसे में चुराया गया फोन चोर के लिए किसी फैंसी पेपरवेट से ज्यादा का काम नहीं कर पाएगा।
Google इनऐक्टिव रीबूट भी ला रहा है। अगर डिवाइस 72 घंटे से अधिक समय तक लॉक या इनऐक्टिव है, तो यह ऑटोमेटिकली डिवाइस को रिस्टार्ट कर देगा। यह सुनिश्चित करेगा कि यूजर का डेटा तब तक अनरीडेबल है जब तक यूजर पासकोड या फिंगरप्रिंट/या फेसआईडी सिक्योरिटी का इस्तेमाल करके डिवाइस को नहीं खोलता। USB प्रोटेक्शन सुविधा फिजिकल अटैक्स को रोकती है। रेलवे स्टेशनों, बस शेल्टरों और एयरपोर्ट्स पर अनसिक्योर्ड पब्लिक चार्जिंग डॉक से कनेक्ट होने पर यह फोन की सिक्योरिटी के लिए काम आता है। साथ ही, अगर फोन को लगता है कि पब्लिक जगहों जैसे कि एयरपोर्ट्स या किसी ऐसे पब्लिक प्लेस पर वायरलेस नेटवर्क भरोसेमंद नहीं हैं, तो यह उन खास जगहों पर वाई-फाई टावरों से ऑटो-रीकनेक्ट को डिसेबल कर देगा। ऊपर बताए गए कुछ फीचर जून में एंड्रॉइड 16 अपडेट के साथ आएंगे और अन्य जैसे कि अनुचित लॉगिंग और USB प्रोटेक्शन इस साल के अंत में आ रहे हैं।
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