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Air India Plane Crash: ब्लैक बॉक्स सुलझाएगा बोइंग क्रैश की गुत्थी, चंद पलों में आखिर हुआ क्या था...

Shatakshi Asthana

4 min read | अपडेटेड June 13, 2025, 17:58 IST

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सारांश

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के चंद पलों में ही क्रैश हुए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर हवाई जहाज का ब्लैक बॉक्स मलबे में से बरामद कर लिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही हादसे की वजहों का पता लगा लिया जाएगा। 12 जून को हुए इस क्रैश में 230 यात्रियों समेत 241 लोगों की जान चली गई थी। PM नरेंद्र मोदी भी अहमदाबाद पहुंचकर घायलों से मिले और अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग की।

PM नरेंद्र मोदी अहमदाबाद प्लेन क्रैश के घटनास्थल पर पहुंचे, घायलों से भी की मुलाकात। (तस्वीर: X, @narendramodi)

PM नरेंद्र मोदी अहमदाबाद प्लेन क्रैश के घटनास्थल पर पहुंचे, घायलों से भी की मुलाकात। (तस्वीर: X, @narendramodi)

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद आखिर एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 क्यों क्रैश हुई? हादसे के चंद सेकंड पहले ऐसा क्या हुआ था कि फ्लाइट रनवे से निकल ऊपर की ओर रफ्तार नहीं पकड़ सकी? गुरुवार 12 जून को हुए दर्दनाक हादसे के बाद ऐसे कई सवाल खड़े हुए जिनका जवाब विमान के ‘ब्लैक बॉक्स’ से मिल सकता है। रिपोर्ट्स की मानें तो ये ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।

अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से निकला Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर जहाज दोपहर करीब 2 बजे रिहायशी इलाके के पास क्रैश हो गया। इसमें सवार सिर्फ एक यात्री को छोड़कर बाकी सभी की जान चली गई। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी लंदन गैटविक जा रही इस फ्लाइट में सवार थे।

PM मोदी पहुंचे अहमदाबाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंक्षी भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय सिविलय एविएशन मंत्री राममोहन नायडू के साथ अस्पताल जाकर घायलों का हाल भी लिया। पीएम मोदी ने घायलों को भरोसा दिलाया कि वे उनके साथ हैं और पूरा देश उनके जल्द ठीक होने की कामना कर रहा है। पीएम ने उच्च अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग भी की।

ब्लैक बॉक्स मिला

मीडिया रिपोर्ट्स में रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया जा रहा है कि घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया गया है। विमानों में दो ब्लैक बॉक्स होते हैं। इनमें से एक में कॉकपिट में पायलट और को-पायलट के बीच होने वाली बातचीत रेकॉर्ड होती है तो दूसरे में फ्लाइट के दौरान का डेटा।

इन्हें रिकवर करने से पता चल सकता है कि हादसे के ठीक पहले ऐसी क्या स्थिति बनी कि अब तक कभी क्रैश ना होने वाला बोइंग का ड्रीमलाइनर जहाज उड़ान भरते ही नीचे आ गिरा। ब्लैक बॉक्स इस तरह बनाए जाते हैं कि ये बेहद गर्म तापमान और प्रेशर को भी झेल सकते हैं।

बोइंग ड्रीमलाइनर टॉप जहाजों में से एक

साल 2011 में लॉन्च हुआ बोइंग ड्रीमलाइनर जहाज सबसे बेहतरीन पैसेंजर प्लेन्स में से एक माना जाता है। इसके 787-8, 787-9, 787-10 जहाज करीब 250-330 पैसेंजर्स को ले जाने की क्षमता रखते हैं। लंबी दूरी पर बिना स्टॉप आराम से क्रूज करने के लिए मशहूर ड्रीमलाइनर सीरीज कम वजन के मटीरियल्स से बनाई गई जिससे इसमें ईंधन की खपत भी कम होती है। इस स्टेट ऑफ दि आर्ट एयरक्राफ्ट की आवाज भी दूसरे विमानों से कम है।

विवादों के घेरे में बोइंग

हादसे के बाद बाजार में बोइंग के स्टॉक्स गिरने लगे। ऐसा पहली बार था कि कोई ड्रीमलाइनर जहाज ऐसे हादसे का शिकार हुआ है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं जब यह विवादों के घेरे में रहा है। पिछले साल बोइंग इंजीनियर सैम सलेहपोर ने दावा किया था कि कंपनी ने 777 और 787 जहाजों को बनाने में ‘शॉर्टकट’ का इस्तेमाल किया है।

हालांकि, बोइंग ने ऐसी आशंकाओं को खारिज किया था। कंपनी तब भी आलोचना का शिकार हुई थी जब भारतीय मूल की ऐस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन ले जाने वाला स्पेसक्राफ्ट खराब हो गया था जिसके चलते 8 दिन का मिशन 8 महीने में तब्दील हो गया था।

हादसे में जान बची, खुशकिस्मती पर नहीं हो रहा भरोसा

इस भयावह हादसे में प्लेन में सवार सिर्फ एक शख्स की जान बच सकी। ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार ने डीडी न्यूज को दिए इंटरव्यू में बताया कि सबकुछ उनकी आंखों के सामने हुआ। वह नहीं समझ पा रहे हैं कि वह कैसे बच गए। उन्होंने बताया कि जब प्लेन क्रैश करके हॉस्टेल पर गिरा तो उनके साइड का दरवाजा टूट गया और वह जगह पाकर बाहर निकल गए।

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लेखकों के बारे में

Shatakshi Asthana
Shatakshi Asthana बिजनेस, एन्वायरन्मेंट और साइंस जर्नलिस्ट हैं। इंटरनैशनल अफेयर्स में भी रुचि रखती हैं। मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से लाइफ साइंसेज और दिल्ली के IIMC से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद अब वह जिंदगी के हर पहलू को इन्हीं नजरियों से देखती हैं।

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