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Loan Against Mutual Funds: लोन भी मिलेगा और MF निवेश पर रिटर्न भी रहेगा जारी, जानिए हर जरूरी बात

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड June 27, 2025, 14:27 IST

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सारांश

Loan Against Mutual Funds: लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड के दो फायदे हैं। पहला तो यह कि आपका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो बरकरार रहता है और उस पर रिटर्न भी मिलता रहता है। दूसरा यह कि म्यूचुअल फंड के बदले डिजिटल लोन से आपकी पैसे की जरूरत पूरी हो जाती है।

Loan Against Mutual Fund

Loan Against Mutual Fund में आप लोन के लिए अपनी MF यूनिट को कोलैटरल के तौर पर देते हैं।

Loan Against Mutual Funds: आमतौर पर म्यूचुअल फंड निवेशक अचानक फंड की जरूरत पड़ने पर अपने निवेश किए हुए पैसे निकाल लेते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश एक लंबे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है। समय से पहले निकासी से आपके लॉन्ग टर्म गोल प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में फंड की जरूरत को पूरा करने के लिए एक अन्य बेहतर तरीका लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (LAMF) हो सकता है। आप आसानी से म्यूचुअल फंड के बदले डिजिटल लोन हासिल कर सकते हैं।

क्या हैं Loan Against Mutual Fund के फायदे?

लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड के दो फायदे हैं। पहला तो यह कि आपका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो बरकरार रहता है और उस पर रिटर्न भी मिलता रहता है। दूसरा यह कि म्यूचुअल फंड के बदले डिजिटल लोन से आपकी पैसे की जरूरत पूरी हो जाती है।

लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड में आप लोन के लिए अपनी MF यूनिट को कोलैटरल के तौर पर देते हैं। जब तक आप लोन की रकम नहीं चुका देते, बैंक म्यूचुअल फंड यूनिट को सिक्योरिटी के तौर पर अपने पास रखता है। इस दौरान आपके म्यूचुअल फंड पर रिटर्न मिलना जारी रहेगा, लेकिन जब तक आपने उन्हें बैंक के पास गिरवी रखा है, आप उन्हें बेच नहीं सकते।

कैसे कर सकते हैं अप्लाई

म्यूचुअल फंड के बदले लोन लेना बेहद आसान है। आप इसके जरिए मिनटों में अपने अकाउंट में फंड हासिल कर सकते हैं। यह डेट और इक्विटी म्यूचुअल फंड दोनों के लिए उपलब्ध होता है। इसमें पहली बार बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले बॉरोअर्स भी लोन प्राप्त कर सकते हैं। लोन की राशि गिरवी रखे गए म्यूचुअल फंड के प्रकार, मूल्य और निवेश समय पर निर्भर करती है।

HDFC Bank की बात करें तो ग्राहक अपने इक्विटी और डेट म्यूचुअल फंड्स को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। डेट फंड्स पर ₹50,000 से ₹1 करोड़ तक और इक्विटी फंड्स पर ₹20 लाख तक का लोन लिया जा सकता है।

लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो डेट फंड्स के लिए 80% और इक्विटी फंड्स के लिए 50% तक हो सकता है। इस प्रक्रिया को ग्राहक के लिए आसान बनाने के लिए, ब्याज केवल इस्तेमाल की गई राशि पर ही लगाया जाता है और इसमें कोई तय EMI नहीं होती।

HDFC बैंक का ब्याज दर क्या है?

HDFC बैंक के डिजिटल लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड्स पर ब्याज दर 10% से 15% के बीच होती है। खास मौकों पर यह दर 9.90% प्रतिवर्ष से शुरू हो सकती है। ब्याज दरें ग्राहक की प्रोफाइल और बैंक की शर्तों के अनुसार बदल सकती हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

म्यूचुअल फंड के बदले डिजिटल लोन एक स्मार्ट शॉर्ट-टर्म सॉल्यूशन हो सकता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए। लोन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही हो जाती है और इसमें कम से कम पेपरवर्क होता है। लोन लेने से पहले इससे जुड़ी जोखिमों को भी समझना बेहद जरूरी है।

अपने म्यूचुअल फंड की NAV और लोन पात्रता को समय-समय पर जांचते रहें। यह सुनिश्चित करें कि जो फंड गिरवी रखे जा रहे हैं, वे किसी चल रहे SIP या रिडेम्पशन योजना का हिस्सा न हों। इस सुविधा का उपयोग केवल इमरजेंसी या वर्किंग कैपिटल के लिए करें, न कि शेयर बाजार में सट्टा लगाने के लिए।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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