return to news
  1. म्यूचुअल फंड की दुनिया में SIP से एक लेवल आगे की चीज है FMP, बड़े निवेशक बिंदास होकर लगाते हैं पैसा

पर्सनल फाइनेंस

म्यूचुअल फंड की दुनिया में SIP से एक लेवल आगे की चीज है FMP, बड़े निवेशक बिंदास होकर लगाते हैं पैसा

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 09, 2025, 14:24 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

अगर आप शेयर बाजार के जोखिम से बचकर एक तय समय में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो FMP आपके लिए है। यह सरकारी बॉन्ड जैसी सुरक्षित जगहों पर निवेश करता है। तीन साल से ज्यादा के निवेश पर इसमें इंडेक्सेशन बेनिफिट के कारण टैक्स में भी भारी छूट मिलती है।

what-is-fixed-maturity-plan-fmp

फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (FMP) के बारे में आज जानेंगे।

निवेश की दुनिया में हर किसी का मकसद एक ही होता है, पैसा बढ़ाना। लेकिन बिना ज्यादा जोखिम के। आमतौर पर लोग शेयर बाजार या SIP को ही निवेश का रास्ता मानते हैं, लेकिन ये हर किसी के लिए सही नहीं। अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा तय समय में बढ़े और बीच में बाजार की उठापटक का असर न पड़े, तो फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (FMP) आपके लिए बिल्कुल सही विकल्प हो सकता है।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

क्या है FMP और कैसे काम करता है?

FMP एक खास तरह का डेट म्यूचुअल फंड है, जो आपका पैसा शेयरों में नहीं बल्कि सरकारी बॉन्ड्स, कॉरपोरेट बॉन्ड्स और डिबेंचर्स जैसी सुरक्षित जगहों पर लगाता है। इसमें निवेश की एक फिक्स्ड टाइम लिमिट होती है- जैसे 1 साल, 3 साल या 5 साल। इस अवधि के बाद आपका पैसा और उस पर मिला मुनाफा एक साथ वापस मिल जाता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये क्लोज-एंडेड फंड होता है, यानी इसमें केवल शुरुआत में ही निवेश किया जा सकता है, बीच में नहीं।

FMP में निवेश क्यों करने के फायदे

  • इसमें रिटर्न बहुत हद तक पहले से अनुमानित होता है, क्योंकि पैसा फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में लगता है।
  • शेयर बाजार की तरह इसमें रोज़ की उथल-पुथल नहीं होती। इसलिए रिस्क बेहद कम रहता है।
  • अगर आप 3 साल या उससे ज्यादा के FMP में पैसा लगाते हैं, तो इंडेक्सेशन बेनिफिट से टैक्स बहुत कम देना पड़ता है।
  • आमतौर पर FMP में एंट्री या एग्जिट लोड नहीं होता। यानी निवेश या निकासी पर कोई अतिरिक्त फीस नहीं।
  • जब बाजार में गिरावट आती है, तब FMP आपके पूरे निवेश पोर्टफोलियो को संतुलन देता है।

कुछ कमियां भी समझ लीजिए

FMP की सबसे बड़ी सीमा यह है कि मैच्योरिटी से पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता। यानी अगर बीच में जरूरत पड़ जाए, तो आपको इंतज़ार करना होगा। इसके अलावा इसमें थोड़ा बहुत क्रेडिट रिस्क होता है। जैसे अगर कोई कंपनी बॉन्ड का पैसा लौटाने में असमर्थ हो जाए। हालांकि अच्छे फंड मैनेजर आम तौर पर सिर्फ टॉप रेटेड कंपनियों में ही निवेश करते हैं, जिससे ये रिस्क बहुत कम हो जाता है।

SIP और FMP में क्या फर्क है?

  • बहुत से लोग SIP और FMP को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं।
  • असल में, SIP निवेश करने का तरीका है, जिसमें आप हर महीने थोड़ी रकम लगाते हैं।
  • वहीं FMP एक निवेश प्रोडक्ट है, जिसमें आप एकमुश्त रकम एक तय अवधि के लिए लगाते हैं।
  • यानी SIP में नियमित निवेश होता है, जबकि FMP में फिक्स्ड टाइम और फिक्स्ड इनकम होती है।
ELSS
2025 के लिए पाएं बेस्ट टैक्स बचाने वाले फंड्स एक्सप्लोर करें ELSS
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख