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  1. Travel Insurance क्यों है जरूरी? मेडिकल इमरजेंसी से लेकर ट्रिप कैंसिल तक मिलता है कवर

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Travel Insurance क्यों है जरूरी? मेडिकल इमरजेंसी से लेकर ट्रिप कैंसिल तक मिलता है कवर

Upstox

3 min read | अपडेटेड June 04, 2025, 11:25 IST

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सारांश

Travel Insurance in India: चाहे आपकी कनेक्टिंग फ्लाइट छूट जाए, आप विदेश में अचानक बीमार पड़ जाएं या कोई प्राकृतिक आपदा हो, ट्रैवल इंश्योरेंस आपको ऐसी कवरेज प्रदान करता है जो आपको वित्तीय झटकों से बचा सकता है।

Travel Insurance

Travel Insurance: बदलते मौसम और जलवायु में बढ़ती अनिश्चितता के बीच ट्रैवल इंश्योरेंस को गंभीरता से लिया जाने लगा है।

Travel Insurance: ट्रैवल इंश्योरेंस एक ऐसी चीज है, जिसे हम अक्सर नजरअंदाज करते हैं। देश में या देश से बाहर यात्रा की योजना बनाते समय ज्यादातर भारतीयों के दिमाग में ट्रैवल इंश्योरेंस का ख्याल नहीं आता। आमतौर पर बजट की वजह से इसे महंगा माना जाता है। हालांकि, अब यह सोच धीरे-धीरे बदल रही है। बदलते मौसम और जलवायु में बढ़ती अनिश्चितता के बीच ट्रैवल इंश्योरेंस को गंभीरता से लिया जाने लगा है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब लोगों को पूरी तरह से कवर देने वाले ट्रैवल इंश्योरेंस की जरूरत पहले से ज्यादा महसूस हो रही है। यहां हम जानेंगे कि ट्रैवल इंश्योरेंस क्या है और इसके क्या-क्या बेनिफिट्स हैं।

ट्रैवल इंश्योरेंस क्या कवर करता है?

चाहे आपकी कनेक्टिंग फ्लाइट छूट जाए, आप विदेश में अचानक बीमार पड़ जाएं या कोई प्राकृतिक आपदा हो, ट्रैवल इंश्योरेंस आपको ऐसी कवरेज प्रदान करता है जो आपको वित्तीय झटकों से बचा सकता है। ट्रैवल इंश्योरेंस आमतौर पर मेडिकल इमरजेंसी, एक्सीडेंट, बैग या डॉक्युमेंट्स खोने जैसी स्थितियों को कवर करता है। लेकिन अब इसकी अहमियत मौसम से जुड़ी दिक्कतों के दौरान भी समझा जा रहा है।

बीमारी या प्राकृतिक आपदाओं के कारण यात्रा रद्द होना और रनवे की अचानक मरम्मत जैसी ऑन-ग्राउंड घटनाओं के कारण होने वाली देरी को भी इसमें कवर किया जाता है। निवास या डेस्टिनेशन कंट्री में आतंकवादी हमले भी इसमें कवर होते हैं। हालांकि, पॉलिसी आमतौर पर युद्ध, राजनीतिक अशांति या पहले से मौजूद स्थितियों को कवर नहीं करती।

न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक इंश्योरेंस ब्रोकर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IBAI) के सेक्रेटरी जनरल आर बालासुंदरम बताते हैं, "फ्लाइट कई कारणों से रद्द हो सकती है, जिसमें खराब मौसम भी एक वजह है। लेकिन इंश्योरेंस सीधे मौसम को कवर नहीं करता, बल्कि उसकी वजह से हुई दिक्कतें जैसे फ्लाइट कैंसिल या लेट होने को कवर करता है।" वो यह भी कहते हैं कि अगर कोई टूर ऑपरेटर पैकेज कैंसिल करता है, तो आमतौर पर उसका पैसा इंश्योरेंस से नहीं मिलता।

मौसम और क्लेम

डिजिट इंश्योरेंस के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर विवेक चतुर्वेदी बताते हैं, "बाढ़ या भारी बारिश जैसी स्थितियों में सबसे ज्यादा क्लेम फ्लाइट लेट या ट्रिप कैंसिल होने पर आते हैं। अगर देरी तय समय से ज्यादा हो जाए, तो इंश्योरेंस क्लेम मिल सकता है।" वो ये भी जोड़ते हैं कि अगर एयरपोर्ट पर एक्सीडेंट हो जाए या कोई प्राकृतिक आपदा आ जाए, तो भी इंश्योरेंस मदद करता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?

ऐसी पॉलिसी चुनें जो सिर्फ ट्रैवल प्रॉब्लम्स ही नहीं, बल्कि आपकी गैरमौजूदगी में भारत में आपके घर को हुए नुकसान को भी कवर करें। कोविड के बाद और मौसम की अनिश्चितता के चलते अब लोग ज्यादा मजबूत इंश्योरेंस ले रहे हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।