पर्सनल फाइनेंस
3 min read | अपडेटेड October 13, 2025, 15:18 IST
सारांश
आपका सैलरी अकाउंट सिर्फ पैसों के लेन-देन के लिए नहीं है। यह आपको कई तरह के विशेष लाभ देता है, जिनके बारे में आपको शायद ही पता हो। इस खबर में हम सैलरी अकाउंट के उन 7 छिपे हुए फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको मुफ्त बीमा, आसान लोन और कई तरह के डिस्काउंट्स दिला सकते हैं।
सैलरी अकाउंट के कई फायदे होते हैं।
हर महीने आपकी सैलरी जिस बैंक अकाउंट में आती है, क्या आप उसे सिर्फ पैसा निकालने और खर्च करने का एक जरिया मानते हैं? अगर हां, तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। आपका सैलरी अकाउंट सिर्फ एक मामूली बैंक खाता नहीं, बल्कि सुविधाओं का एक ऐसा खजाना है जिसके बारे-में आधा इंडिया नहीं जानता। बैंक अक्सर इन फायदों का प्रचार नहीं करते, लेकिन ये आपकी जेब पर बोझ कम करने और मुश्किल समय में आपकी मदद करने में बहुत कारगर साबित हो सकते हैं।
यह सैलरी अकाउंट का सबसे बड़ा और बेसिक फायदा है। आमतौर पर सेविंग अकाउंट में आपको एक मिनिमम बैलेंस बनाए रखना पड़ता है, ऐसा न करने पर बैंक पेनल्टी लगाता है। लेकिन सैलरी अकाउंट 'ज़ीरो बैलेंस अकाउंट' होता है। अगर आप महीने के अंत तक अपनी पूरी सैलरी भी निकाल लेते हैं, तो भी बैंक आपसे कोई चार्ज नहीं वसूलेगा।
यह एक ऐसा फायदा है जिसके बारे में 90% लोगों को पता नहीं होता। ज़्यादातर बैंक सैलरी अकाउंट होल्डर्स को कॉम्प्लिमेंट्री इंश्योरेंस कवर देते हैं। इसमें व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा (Personal Accident Insurance) और कई बार एयर एक्सीडेंट कवर भी शामिल होता है। यह कवर ₹2 लाख से लेकर ₹30 लाख या उससे भी ज़्यादा हो सकता है, जो आपके पद (डेसिग्नेशन) और सैलरी ब्रैकेट पर निर्भर करता है। इसके लिए आपको कोई प्रीमियम नहीं देना होता।
महीने के अंत में अगर पैसे खत्म हो जाएं और अचानक कोई ज़रूरत आ पड़े तो क्या करेंगे? यहीं पर सैलरी अकाउंट की ओवरड्राफ्ट सुविधा काम आती है। बैंक आपको आपकी सैलरी का दो से तीन गुना तक ओवरड्राफ्ट (एक तरह का शॉर्ट-टर्म लोन) लेने की सुविधा देता है। मतलब, अकाउंट में ज़ीरो बैलेंस होने पर भी आप पैसे निकाल सकते हैं। इस पर ब्याज लगता है, लेकिन यह पर्सनल लोन से सस्ता और आसान होता है।
सैलरी अकाउंट होल्डर्स को बैंक का एक भरोसेमंद ग्राहक माना जाता है क्योंकि बैंक के पास आपकी इनकम का रेगुलर रिकॉर्ड होता है। इसी वजह से बैंक आपको आसानी से और कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन, कार लोन या होम लोन ऑफर करते हैं। कई बार तो ये लोन 'प्री-अप्रूव्ड' होते हैं, जिसका मतलब है कि आपको बस अप्लाई करना है और पैसा कुछ ही घंटों में आपके अकाउंट में आ जाता है।
अपने सैलरी अकाउंट के साथ मिले डेबिट कार्ड को कभी हल्के में न लें। बैंक इन कार्ड्स पर शॉपिंग, डाइनिंग, मूवी टिकट और ऑनलाइन खरीदारी पर खास डिस्काउंट और कैशबैक ऑफर्स देते हैं। अगली बार कुछ भी खरीदने से पहले अपने बैंक के ऑफर्स ज़रूर चेक करें, शायद आपको अच्छी डील मिल जाए।
जहां सामान्य बचत खातों में ATM से पैसे निकालने की एक लिमिट होती है (आमतौर पर 3 से 5 ट्रांजैक्शन), वहीं सैलरी अकाउंट होल्डर्स को अक्सर अनलिमिटेड फ्री ATM ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलती है। आप किसी भी बैंक के ATM से बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पैसे निकाल सकते हैं।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट की ज़रूरत पड़ेगी। कई बैंक सैलरी अकाउंट होल्डर्स को डीमैट अकाउंट की सालाना मेंटेनेंस फीस (AMC) पर छूट या पूरी तरह से माफी देते हैं। इसके अलावा, बैंक लॉकर के किराए पर भी आपको 20-25% तक की छूट मिल सकती है।
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