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3 min read | अपडेटेड February 26, 2025, 12:47 IST
सारांश
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: पीएम-किसान के जरिए साल में हर 3 किस्तों में ₹6 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है। यानी हर 4 महीने में ₹2000 किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं।
पीएम किसान योजना के तहत किसानों को साल में 4 महीने पर कुल 3 किस्तें दी जाती हैं।
बीते सोमवार 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana, PM-KISAN) की 19वीं किस्त जारी की थी। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए जारी की गई इस किस्त से 9.8 करोड़ किसानों को ₹22,000 करोड़ का फायदा हुआ।
19वीं किस्त का फायदा पाने वालों में 2.41 करोड़ महिला किसान भी हैं। इस योजना के तहत पात्र किसानों को डीबीटी के जरिए ₹2 हजार रुपये दिए जाते हैं। इससे किसान अपनी वित्तीय जरूरतें पूरी कर पाते हैं।
PM-Kisan एक सेंट्रल सेक्टर स्कीम है, यानी इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाती है। पीएम-किसान के जरिए साल में हर 3 किस्तों में ₹6 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है। यानी हर 4 महीने में ₹2000 किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं।
माना जा रहा है कि योजना के तहत अगली, यानी 20वीं किस्त जून में जारी की जा सकती है। यह 2025 की दूसरी किस्त होगी।
इसके बाद इस साल की तीसरी किस्त अक्टूबर में आ सकती है। हालांकि, इस बारे में सरकार की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
PM-Kisan के तहत आर्थिक सहायता मिलने पर किसान बेहतर गुणवत्ता के बीज, फर्टिलाइजर वगैरह खरीदने से लेकर घरेलू खर्च भी पूरे कर पाते हैं। पहले ही 18 किस्तों में 3.5 लाख करोड़ रुपये जारी कर दिए गए थे जिससे करीब 11 करोड़ किसान परिवारों को फायदा हुआ है। योजना के तहत एक परिवार को पति-पत्नी और नाबालिग बच्चों के तौर पर परिभाषित किया गया है।
इस योजना के तहत लाभार्थी होने के लिए पहले किसानों को खुद को एनरोल करना होता है। यह पीएम-किसान पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या राज्य सरकार के नोडल अधिकारियों से मिलकर किया जा सकता है।
इसके लिए लाभार्थियों को अपने नाम, उम्र, जेंडर और कैटिगिरी (SC/ST) से जुड़ी जानकारी देनी होती है। इसके अलावा आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड और मोबाइल नंबर भी देना होता है।
एनरोलमेंट के बाद ई-केवाईसी (e-KYC) करना अनिवार्य है। इसे तीन तरीकों से किया जा सकता है। आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी के जरिए, बायोमेट्रिक या फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए ई-केवाईसी की जा सकती है।
बायोमेट्रिक और फेस ऑथेंटिकेशन के लिए कॉमन सर्विस सेंटर जाना होगा जबकि ओटीपी के जरिए ऑनलाइन की जा सकती है।
वहीं, फेस ऑथेंटिकेशन पीएम-किसान मोबाइल ऐप पर भी किया जा सकता है। इसमें ओटीपी या फिंगरप्रिंट की जरूरत नहीं होती।
एनरोलमेंट और ई-केवाईसी होने के बाद किसान चेक कर सकते हैं कि उन्हें भुगतान हासिल हुआ है या नहीं। इसके लिए पीएम किसान पोर्टल पर ‘अपना स्टेटस जानें’ (Know Your Status) लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन नंबर, आधार, मोबाइल नंबर के बाद कैप्चा-ओटीपी एंटर करना होता। इसके बाद पेमेंट स्टेटस दिख जाता है।
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