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  1. Overdraft against FD: पैसे की है जरूरत लेकिन तोड़ना नहीं चाहते FD? ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी आ सकती है काम

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Overdraft against FD: पैसे की है जरूरत लेकिन तोड़ना नहीं चाहते FD? ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी आ सकती है काम

Upstox

3 min read | अपडेटेड November 21, 2025, 18:59 IST

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सारांश

Overdraft against FD: जब आप अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ओवरड्राफ्ट लेते हैं, तो बैंक आपकी FD के आधार पर एक लिमिट देता है। यह लिमिट आम तौर पर FD की कुल रकम के 75–90% तक होती है। आपकी FD बैंक के पास सुरक्षा के रूप में रहती है और पहले की तरह चलती रहती है।

Overdraft

Overdraft तभी इस्तेमाल करें जब बहुत जरूरी हो और कोशिश करें कि जल्द से जल्द पैसा वापस कर दें।

Overdraft against FD: फिक्स्ड डिपॉजिट में ओवरड्राफ्ट एक ऐसी फैसिलिटी है, जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता। हालांकि, जब पैसों की बेहद जरूरत हो और आप अपनी FD तोड़ना नहीं चाहते हों, तब यह फैसिलिटी किसी वरदान से कम नहीं है। आप फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले अपने बैंक से काफी कम कीमत पर लोन ले सकते हैं। इसकी खास बात यह है कि ओवरड्राफ्ट के तहत लोन लेने के बावजूद आपको FD पर ब्याज पहले की तरह ही मिलता रहेगा। इसका मतलब है कि इसके तहत पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए आपको अपने फाइनेंशियल प्लान को छेड़ने की जरूरत नहीं है।
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FD पर ओवरड्राफ्ट कैसे काम करता है?

जब आप अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ओवरड्राफ्ट लेते हैं, तो बैंक आपकी FD के आधार पर एक लिमिट देता है। यह लिमिट आम तौर पर FD की कुल रकम के 75–90% तक होती है। आपकी FD बैंक के पास सुरक्षा के रूप में रहती है और पहले की तरह चलती रहती है। आपसे ब्याज सिर्फ उसी रकम पर लिया जाता है, जो आप वास्तव में निकालते हैं, पूरी लिमिट पर नहीं। जिन लोगों के बैंक में पहले से खाते होते हैं, उन्हें यह सुविधा नेट बैंकिंग या ऐप से तुरंत मिल जाती है। इसमें ज्यादातर पेपरवर्क नहीं होता और क्रेडिट स्कोर भी चेक नहीं किया जाता, क्योंकि बैंक को FD की सुरक्षा मिली होती है।

ओवरड्राफ्ट किस स्थिति में है बेहतर?

FD को बीच में तोड़ने पर आमतौर पर नुकसान होता है। कम ब्याज दर मिलती है, पेनल्टी लगती है और कंपाउंडिंग का फायदा भी खत्म हो जाता है। लेकिन ओवरड्राफ्ट लेने पर आपकी FD पहले की तरह ही ब्याज कमाती रहती है। आप सिर्फ उतनी रकम पर थोड़ा ज्यादा ब्याज देते हैं, जितना आपने उधार लिया है। यह ब्याज FD की दर से आमतौर पर 0.5% से 2% ज्यादा होता है।

यह खर्च पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड के मुकाबले काफी कम होता है। यह तरीका तब बहुत अच्छा है जब आपको थोड़े समय के लिए पैसे चाहिए, जैसे अचानक मेडिकल खर्च, घर या कार की मरम्मत, या जब आपका कोई पेमेंट लेट हो जाए।

कब ओवरड्राफ्ट लेना फायदेमंद नहीं होता?

अगर आपको पूरी FD या उसका लगभग पूरा हिस्सा चाहिए और आपको पता है कि आप जल्दी वापस नहीं कर पाएंगे, तो ओवरड्राफ्ट का ब्याज धीरे-धीरे महंगा हो सकता है। इस स्थिति में FD तोड़कर पैसे निकालना और अपनी बचत को नए सिरे से बनाना बेहतर हो सकता है। ओवरड्राफ्ट को हमेशा शॉर्ट-टर्म जरूरत के लिए इस्तेमाल करना चाहिए, न कि लंबे समय के लोन की तरह।

इन बातों का रखें ध्यान

ओवरड्राफ्ट तभी इस्तेमाल करें जब बहुत जरूरी हो और कोशिश करें कि जल्द से जल्द पैसा वापस कर दें। थोड़ा-थोड़ा करके भी भुगतान कर सकते हैं। अपनी बकाया रकम पर नजर रखें, क्योंकि अगर थोड़ा सा बैलेंस भी बच जाता है तो उस पर रोज ब्याज लगता रहता है। जानें कि आपका बैंक FD ब्याज के ऊपर कितना अतिरिक्त प्रतिशत ले रहा है। कभी-कभी बड़े FD या प्रायोरिटी कस्टमर होने पर बैंक कम दर भी देता है। अगर बैंक आंशिक निकासी की सुविधा देता है या छोटे समय के लिए सस्ते लोन देता है, तो दोनों विकल्पों की तुलना करें और फिर फैसला लें।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि कोई भी फैसला लेने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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