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  1. PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के लिए 5 लाख से ज्यादा लोगों के लगभग ₹11 करोड़ के लोन अप्रूव, जमकर बढ़ी डिमांड

पर्सनल फाइनेंस

PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के लिए 5 लाख से ज्यादा लोगों के लगभग ₹11 करोड़ के लोन अप्रूव, जमकर बढ़ी डिमांड

Namita Shukla

3 min read | अपडेटेड October 08, 2025, 13:00 IST

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सारांश

PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana: जन समर्थ पोर्टल से मिले डेटा के मुताबिक जून 2024 में जहां 3070 एप्लिकेशन्स अप्रूव हुई थीं और कुल लोन अमाउंट 58 करोड़ रुपये था, वह सितंबर 2024 तक बढ़कर 27,583 अप्रूव्ड लोन एप्लिकेशन और 531 करोड़ रुपये हो गया।

PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की जमकर बढ़ रही डिमांड

PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana (PM-SGMBY) ने साफ और सस्ती सौर ऊर्जा से घरों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मार्च के बाद से इस योजना से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में जबर्दस्त उछाल देखा गया है। पब्लिक सेक्टर के बैंकों (पीएसबी) ने सितंबर 2025 तक 10,907 करोड़ रुपये के 5.79 लाख से अधिक लोन एप्लिकेशनों को अप्रूव किया है, जिससे घरों की छत पर सोलर पावर सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए लाभार्थियों को मिलने वाली वित्तीय सहायता में वृद्धि हुई है। पीएमएसजीएमबीवाई के इम्प्लिमेंटेशन को क्रेडिट डिलीवरी प्रोसेस को सुव्यवस्थित करके, कम ब्याज दरों पर जमानत से मुक्त सस्ते लोन की सुविधा देकर और पब्लिक सेक्टर के बैंकों के जरिए सरलीकृत फाइनेंसिंग के जरिए सक्रिय रूप से सपोर्ट दिया जा रहा है।

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इस सिलसिले में लोन देने का प्रोसेस जनसमर्थ पोर्टल के जरिए पूरा किया जाता है, जो प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के राष्ट्रीय पोर्टल (pmsuryaghar.gov.in) के साथ जुड़ा हुआ है। इससे लाभार्थियों के लिए निर्बाध डिजिटल आवेदन प्रोसेस, बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव और डेटा-आधारित निर्णय लेने का प्रोसेस सुनिश्चित होता है। इस आदर्श लोन योजना में जो प्रमुख लाभ शामिल हैं, उनमें बिना किसी संपत्ति संबंधी जमानत के प्रतिस्पर्धी ब्याज पर 2 लाख रुपये तक का लोन, बिजली की लागत बचत के अनुरूप पुनर्भुगतान के लिए लंबा पीरियड, भुगतान से 6 महीने की स्थगन अवधि, आवेदक की ओर से कम अंतर पर योगदान और स्वयं-घोषणा के आधार पर डिजिटल स्वीकृति प्रोसेस शामिल हैं।
क्या हुए हैं सुधार?

पब्लिक सेक्टर के बैंकों की सक्रिय भागीदारी से लोन देने के प्रोसेस को आसान बनाने और योजना की पहुंच बढ़ाने के लिए कई सुधार किए गए हैं। उपयोगकर्ताओं से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर लोन स्कीम में उल्लेखनीय सुधार किए गए हैं, जिनमें पात्रता का दायरा बढ़ाने के लिए सह-आवेदकों को जोड़ना, क्षमता-आधारित सीमाएं हटाना और डॉक्यूमेंटेशन संबंधी आवश्यकताओं को सरल बनाना शामिल हैं।

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समन्वय से वित्तीय सेवा विभाग इस योजना के अंतर्गत लोनों की प्रगति की सक्रिय रूप से समीक्षा करता है और राज्य स्तरीय बैंकर्स समितियों और अग्रणी जिला प्रबंधकों के सपोर्ट के जरिए इसके कार्यान्वयन को मजबूत करता है, जिससे योजना को तेजी से अपनाया जा सके, इसकी बेहतर पहुंच हो और इसका व्यापक रूप से प्रसार हो सके।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
एक नजर डेटा पर

जन समर्थ पोर्टल से मिले डेटा के मुताबिक जून 2024 में जहां 3070 एप्लिकेशन्स अप्रूव हुई थीं और कुल लोन अमाउंट 58 करोड़ रुपये था, वह सितंबर 2024 तक बढ़कर 27,583 अप्रूव्ड लोन एप्लिकेशन और 531 करोड़ रुपये हो गया। मार्च 2025 में जहां 1,98,343 लोन एप्लिकेशन्स अप्रूव हुईं और कुल अमाउंट 4,528 करोड़ रुपये सैंक्शन हुए, वह सितंबर 2025 में बढ़कर डबल से भी ऊपर पहुंच गया। सितंबर 2025 में कुल 5,79,586 एप्लिकेशन्स अप्रूव हुईं और इस दौरान 10,907 करोड़ रुपये का लोन अमाउंट सैंक्शन किया गया।

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लेखकों के बारे में

Namita Shukla
Namita Shukla is a seasoned journalist with over 15 years of experience in Hindi media. She has worked with some of the most reputed news organizations, including Navbharat Times, Dainik Jagran, Aaj Tak, and Hindustan Times Hindi. Throughout her career, Namita has reported on a wide range of beats such as national affairs, sports, business, and entertainment, bringing clarity and depth to her reporting. In addition to her journalistic work, she is a certified fact-checker by both Google and Meta, underscoring her commitment to accuracy and ethical journalism in the digital age.

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