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  1. Information Ratio क्या है? बेस्ट म्यूचुअल फंड चुनने में यह कैसे करता है मदद?

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Information Ratio क्या है? बेस्ट म्यूचुअल फंड चुनने में यह कैसे करता है मदद?

Upstox

3 min read | अपडेटेड May 14, 2025, 12:30 IST

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सारांश

Mutual Fund: जनवरी 2025 में SEBI ने सभी म्यूचुअल फंड्स के लिए यह अनिवार्य किया कि वे अप्रैल 2025 से हर दिन अपने फंड की इन्फॉर्मेशन रेशियो वेबसाइट पर दिखाएं। इसके जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन का पूरा आकलन किया जा सकता है।

इन्फॉर्मेशन रेशियो यह बताता है कि कोई फंड मैनेजर अपने बेंचमार्क (जैसे Nifty, Sensex) से बेहतर रिटर्न दे रहा है या नहीं।

इन्फॉर्मेशन रेशियो यह बताता है कि कोई फंड मैनेजर अपने बेंचमार्क (जैसे Nifty, Sensex) से बेहतर रिटर्न दे रहा है या नहीं।

Mutual fund: म्यूचुअल फंड में हर साल टॉप परफॉर्म करने वाले फंड बदलते रहते हैं। कोई भी फंड लगातार कई साल तक टॉप पर नहीं रहता। इसलिए निवेशकों के लिए यह जानना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा फंड मैनेजर भरोसेमंद और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला है। अगर आपको यह पता चल जाए, तो? यही काम इन्फॉर्मेशन रेशियो (Information Ratio) करता है।

जनवरी 2025 में SEBI ने सभी म्यूचुअल फंड्स के लिए यह अनिवार्य किया कि वे अप्रैल 2025 से हर दिन अपने फंड की इन्फॉर्मेशन रेशियो वेबसाइट पर दिखाएं। इसके जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन का पूरा आकलन किया जा सकता है।

क्या है Information Ratio?

इन्फॉर्मेशन रेशियो यह बताता है कि कोई फंड मैनेजर अपने बेंचमार्क (जैसे Nifty, Sensex) से बेहतर रिटर्न दे रहा है या नहीं, और कितनी कंसिस्टेंसी के साथ दे रहा है। सेबी के अनुसार, इन्फॉर्मेशन रेशियो किसी भी स्कीम पोर्टफोलियो के रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न (RAR) को मापने के लिए एक स्थापित फाइनेंशियल रेशियो है। इन्फॉर्मेशन रेशियो फंड मैनेजर और फंड के बारे में दो अहम जानकारी देता है।

1. अल्फा जनरेट करने की क्षमता

इन्फॉर्मेशन रेशियो यह दिखाता है कि फंड मैनेजर में बेंचमार्क से ज्यादा रिटर्न कमाने की कितनी क्षमता और स्किल है।

2. रिटर्न जनरेट करने की क्षमता

यह रेशियो मैनेजर के प्रदर्शन की कंसिस्टेंसी की पहचान करने में भी मदद करता है क्योंकि यह रिस्क को भी ध्यान में रखता है।

Information Ratio का फॉर्मूला

Information Ratio = (पोर्टफोलियो रिटर्न - बेंचमार्क रिटर्न) ÷ एक्स्ट्रा रिटर्न का स्टैंडर्ड डिविएशन

यहां एक्स्ट्रा रिटर्न = पोर्टफोलियो रिटर्न - बेंचमार्क रिटर्न। बेंचमार्क वह इंडेक्स होता है जिसे म्यूचुअल फंड ट्रैक करता है। स्टैंडर्ड डिविएशन (या रिस्क) को डेली रिटर्न वैल्यू से निकाला जाता है। डेली पोर्टफोलियो रिटर्न सामान्य गणितीय औसत से निकाला जाता है।

यह रेशियो यह दिखाता है कि कोई फंड अपने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है या नहीं। साथ ही यह भी बताता है कि क्या फंड रिस्क को सही तरीके से संभाल रहा है।

Information Ratio से कैसे होता है फायदा?

इक्विटी म्यूचुअल फंड से धन बनाने के लिए निवेशकों को सिर्फ शॉर्ट टर्म टॉप परफॉर्मर की जरूरत नहीं है। उन्हें ऐसे फंड चाहिए जो लंबे समय तक लगातार अच्छा प्रदर्शन करें। अगर कोई फंड मैनेजर पहले भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर चुका है, तो आगे भी वही करने की संभावना ज़्यादा होती है। Information Ratio ऐसे फंड पहचानने में मदद करता है।

अगर किसी फंड की Information Ratio ज़्यादा है, तो इसका मतलब है कि वह फंड लगातार इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और रिस्क को ध्यान में रखते हुए रिटर्न दे रहा है। निवेशकों को अलग-अलग फंड्स की Information Ratio की तुलना करनी चाहिए ताकि वे सही निर्णय ले सकें। लेकिन साथ ही Sharpe Ratio, Sortino Ratio और Alpha जैसे अन्य मापदंड भी देखने चाहिए, ताकि पूरी तरह से फंड की परफॉर्मेंस को समझा जा सके।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।