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  1. बचत या निवेश: क्या है बेहतर, जानें दोनों में अंतर

पर्सनल फाइनेंस

बचत या निवेश: क्या है बेहतर, जानें दोनों में अंतर

Upstox

2 min read | अपडेटेड November 06, 2024, 16:50 IST

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सारांश

जब हम पैसे खर्च न करके भविष्य के लिए अलग रख देते हैं, तो ये बचत होती है। निवेश करने पर पैसे सिर्फ बचाए नहीं जाते बल्कि उनका वित्तीय फायदा लेने के लिए उनका इस्तेमाल भी किया जाता है।

जरूरत के हिसाब से क्या अपनाना बेहतर?

जरूरत के हिसाब से क्या अपनाना बेहतर?

कई बार में बचत और निवेश को एक समझने की गलती कर देते हैं। इसकी वजह से आर्थिक फायदे से भी हाथ धो बैठते हैं। दरअसल, न सिर्फ बचत और निवेश एक-दूसरे से अलग होते हैं बल्कि कुछ हद तक उलट भी। यहां जानते हैं दोनों से जुड़ी अहम बातें-

क्या है बचत?

जब हम पैसे खर्च न करके भविष्य के लिए अलग रख देते हैं, तो ये बचत होती है। अगर आप कैश करंसी नोट्स के रूप में रखते हैं तो इस पर कोई रिटर्न नहीं मिलता। साल-दर-साल करंसी की कीमत बदलती रहती है और आप इसका फायदा नहीं उठा पाते।

हालांकि, अगर आप सेविंग्स बैंक अकाउंट में पैसे बचाते हैं तो कुछ समय पर ब्याज मिल सकता है। हालांकि, ये रिटर्न भी महंगाई दर की तुलना में ज्यादा नहीं होगा।

किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के पास फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे सेव करने पर ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, यहां पैसे एक तय समय के लिए लॉक हो जाते हैं और समय के पहले निकाल लेने पर रिटर्न पर भी असर पड़ सकता है।

क्या है निवेश?

निवेश करने पर पैसे सिर्फ बचाए नहीं जाते बल्कि उनका वित्तीय फायदा लेने के लिए उनका इस्तेमाल भी किया जाता है। इसके लिए पर्सनल फाइनेंस स्ट्रैटेजी बनाई जाती है।

इसके लिए पैसे इस तरह के ऐसेट में लगाए जाते हैं जहां उनकी कीमत बढ़ें। ये स्टॉक्स, प्रॉविडेंट फंड, कीमती धातु, कमॉडिटी, रियल एस्टेट, म्यूचुअल फंड कुछ भी हो सकता है।

सेविंग्स vs निवेश- किसमें नफा- नुकसान?

रिस्क सेविंग्स में रिस्क कम होता है क्योंकि पैसे बैंक अकाउंट में रखे रहते हैं। वहीं, निवेश में रिस्क ज्यादा होता है क्योंकि ये बाजार के साथ चढ़ता- उतरता रहता है।
वक्त ऐसी जरूरतें जिनके लिए जल्दी फंड चाहिए हो, उन्हें पूरा करने के लिए सेविंग्स काम आ सकती हैं। वहीं, लंबे वक्त बाद ज्यादा रकम चाहिए हो तो सिर्फ बचत से काम नहीं चलेगा। ऐसी जगह निवेश करने से, जहां रिटर्न ज्यादा मिल रहा हो, बड़े खर्चे किए जा सकते हैं।

**लिक्विडिटी ** सेविंग्स करने पर जब जरूरत हो, पैसे निकाल सकते हैं। इसमें रिस्क कम होने के साथ नुकसान का डर भी कम होता है। हालांकि, निवेश में कई बार पैसे लॉक हो जाते हैं और जरूरत के समय पर नुकसान उठाकर पैसे निकालने पड़ सकते हैं।

इसलिए जरूरी है कि अपनी जरूरत के हिसाब से बचत या निवेश करने का फैसला करें।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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