return to news
  1. क्या सच में 50,000 रुपये से ज्यादा का रिफंड आने में लगता है समय? यहां जानिए पूरी हकीकत

पर्सनल फाइनेंस

क्या सच में 50,000 रुपये से ज्यादा का रिफंड आने में लगता है समय? यहां जानिए पूरी हकीकत

Upstox

3 min read | अपडेटेड September 19, 2025, 13:31 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Income Tax Refund Delay: ITR रिफंड को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं कि बड़ी राशि वाले रिफंड आने में ज्यादा वक्त लगता है। इनकम टैक्स विभाग की इसपर क्या राय है? सभी रिफंड का प्रोसेस समान है या नहीं। आज सब कुछ डीटेल में समझने वाले हैं।

Income tax refund and processing delays

Income Tax Refund Delay: क्यों रिफंड आने में लगता है समय

Income Tax Refund Delay: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) की 16 सितंबर की अंतिम तिथि पूरी होने के बाद अब करोड़ों टैक्सपेयर्स को अपने टैक्स रिफंड का इंतजार है। इस बीच एक सवाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या वास्तव में ₹50,000 या उससे ज्यादा का टैक्स रिफंड आने में ज्यादा समय लगता है?
Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की क्या है राय?

आयकर विभाग के अनुसार, रिफंड पर किसी तरह की कोई ऊपरी सीमा नहीं है। यानी चाहे आपका रिफंड ₹10,000 का हो, ₹50,000 का हो या फिर ₹1 लाख से ज्यादा हो, इसे एक ही प्रोसेस से बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है। हां, इतना जरूर है कि बड़ी राशि वाले रिफंड में विभाग अतिरिक्त जांच करता है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो। इसी वजह से कुछ मामलों में समय थोड़ा बढ़ सकता है।

जल्दी ITR भरने वालों को फायदा

विशेषज्ञों का कहना है कि जिन्होंने अंतिम तिथि से कई हफ्ते पहले ITR फाइल किया था, उनका ई-वेरिफिकेशन कुछ ही घंटों में पूरा हो गया। कई मामलों में तो उसी दिन ITR प्रोसेस होकर रिफंड भी जारी कर दिया गया। लेकिन जिन्होंने 15 या 16 सितंबर को रिटर्न भरा, उनके लिए पोर्टल पर भारी दबाव के चलते ई-वेरिफिकेशन 24 से 48 घंटे तक ले रहा है।

रिफंड आने में कितना समय लगता है?

इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि सामान्य स्थिति में ई-वेरिफिकेशन के 2 से 5 हफ्ते के भीतर रिफंड आपके बैंक खाते में क्रेडिट हो जाता है। यदि आपका रिटर्न साधारण है, जैसे केवल सैलरी इनकम और बेसिक डिडक्शन, तो रिफंड जल्दी मिल सकता है। लेकिन बिजनेस इनकम, कैपिटल गेन या कई तरह की छूटें शामिल होने पर विभाग अतिरिक्त जांच करता है। इससे प्रोसेसिंग टाइम थोड़ा बढ़ सकता है। इसका सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है।

रिफंड में देरी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- पैन, आधार या बैंक डीटेल में गलतियां, बैंक अकाउंट प्री-वैलिडेट न होना, गलत IFSC कोड या बंद खाता, TDS डेटा में मिसमैच या फिर रिटर्न को जांच के लिए चुना जाना।

कैसे चेक करें रिफंड स्टेटस?

रिफंड स्टेटस चेक करने के लिए आप आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in पर लॉगिन कर सकते हैं। ई-फाइल टैब पर जाकर View Filed Returns ऑप्शन चुनें। वहां संबंधित असेसमेंट ईयर का रिफंड स्टेटस दिख जाएगा। इसलिए यह कहना सही नहीं है कि बड़ी राशि का रिफंड आने में हमेशा देरी होती है। असल में यह आपके रिटर्न की जटिलता और डिटेल्स की शुद्धता पर निर्भर करता है। यदि आपके सभी दस्तावेज और डिटेल्स सही हैं, पैन-आधार लिंक है और बैंक अकाउंट अपडेटेड है, तो ₹50,000 या उससे ज्यादा का रिफंड भी समय पर मिल जाएगा।
ELSS
2025 के लिए पाएं बेस्ट टैक्स बचाने वाले फंड्स एक्सप्लोर करें ELSS
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख