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  1. Dussehra Money Lessons: दशहरे पर जलाएं अहंकार और लालच का रावण, निवेश की 5 जरूरी सीख

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Dussehra Money Lessons: दशहरे पर जलाएं अहंकार और लालच का रावण, निवेश की 5 जरूरी सीख

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 02, 2025, 14:26 IST

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सारांश

Dussehra Money Lessons: रावण मानता था कि उसे सब कुछ नियंत्रित करना आता है। आज कई निवेशक भी यही गलती करते हैं। जब हम सोचते हैं कि हमें बाजार के बारे में सब पता है, तब हम रिस्क मैनेजमेंट और निवेश में संतुलन जैसी जरूरी बातें भूल जाते हैं।

Dussehra Money Lessons

Dussehra Money Lessons: अगर हमें असली वित्तीय स्वतंत्रता चाहिए तो अपनी अहंकार वाली सोच छोड़नी होगी।।

Dussehra Money Lessons: रामायण की कथा में रावण को एक शक्तिशाली राजा के रूप में दिखाया गया है, जिसके पास असीमित धन, ज्ञान और ताकत थी। लेकिन उसकी बर्बादी तय थी, क्योंकि उसमें अहंकार, अति-आत्मविश्वास और लालच जैसे दोष थे। आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में भी अगर हम इन गलतियों को न समझें तो हमारी वित्तीय स्थिति भी बिगड़ सकती है। यहां हम समझेंगे कि इस दशहरा पर हम रावण की गलतियों से क्या सीख ले सकते हैं।
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अहंकार: "मुझे सब पता है" वाली सोच

रावण मानता था कि उसे सब कुछ नियंत्रित करना आता है। आज कई निवेशक भी यही गलती करते हैं। जब हम सोचते हैं कि हमें बाजार के बारे में सब पता है, तब हम रिस्क मैनेजमेंट और निवेश में संतुलन जैसी जरूरी बातें भूल जाते हैं। अहंकारी लोगों का मानना ​​था कि बाजार में गिरावट जारी रहेगी या वे सही समय पर निवेश कर सकते हैं। इसके चलते वे बड़े मुनाफे से चूक गए।

अति-आत्मविश्वास: चेतावनियों को अनदेखा करना

रावण ने अपने मंत्रियों और भाई विभीषण की सलाह को अनदेखा किया। वैसे ही कई निवेशक यह मान लेते हैं कि वे बाजार से ज्यादा समझदार हैं। बुल मार्केट के समय वे अपने शेयर बेचने से मना कर देते हैं, सोचते हैं कि दाम और बढ़ेंगे। लेकिन बाजार हमेशा चक्र (cycle) में चलता है। अगर समय पर बेचा न जाए तो अचानक गिरावट में बड़ा नुकसान हो सकता है।

लालच: पुराने रिटर्न के पीछे भागना

रावण की शक्ति की भूख ने उसे अंधा कर दिया। आज कई लोग निवेश का फैसला पुराने रिटर्न देखकर करते हैं। उन्हें लगता है कि जिस फंड या शेयर ने पहले अच्छा रिटर्न दिया है, वही आगे भी देगा। लेकिन सच यह है कि पुराना प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं है। कोविड क्रैश में कई लोग इसी सोच की वजह से भारी नुकसान झेल बैठे।

संसाधनों का गलत इस्तेमाल

रावण के पास अपार संसाधन थे, लेकिन उनका गलत इस्तेमाल उसकी बर्बादी का कारण बना। आज के युवा प्रोफेशनल्स भी कुछ ऐसा ही करते हैं। ज्यादातर लोग होम लोन, कार लोन और क्रेडिट कार्ड EMI में उलझे रहते हैं। सैलरी का बड़ा हिस्सा किस्तों में चला जाता है और भविष्य के लिए बचत या निवेश नहीं हो पाता।

फाइनेंशियल फ्रीडम: रावण की गलतियों से बचकर

अगर हमें असली वित्तीय स्वतंत्रता चाहिए तो हमें ये बातें ध्यान रखनी होंगी कि "मुझे सब पता है" वाली सोच छोड़ें। सीखते रहें और जरूरत पड़े तो एक्सपर्ट्स से सलाह लें। सिर्फ पुराने रिटर्न के पीछे न भागें, निवेश के असली मूलभूत पहलुओं पर ध्यान दें। ओवरकॉन्फिडेंस से बचें और समय पर प्रॉफिट बुक करना सीखें। EMI और कर्ज कम करें, अनावश्यक चीजों पर उधार लेना छोड़ें। जब बाजार गिरे तो डरें नहीं, बल्कि समझदारी से निवेश करें। यही मौके असली दौलत बनाते हैं।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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