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  1. CIF Number क्या है? आपके बैंक अकाउंट के लिए क्यों है यह अहम, यहां समझिए

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CIF Number क्या है? आपके बैंक अकाउंट के लिए क्यों है यह अहम, यहां समझिए

Upstox

2 min read | अपडेटेड July 17, 2025, 13:06 IST

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सारांश

कस्टमर इनफॉर्मेंशन फाइल (CIF) नंबर एक खास आइडेंटिफिकेशन नंबर है जो प्रत्येक ग्राहक को उसके बैंक द्वारा जारी किया जाता है। आपका बैंक अकाउंट नंबर एक खास अकाउंट से लिंक होता है, लेकिन CIF नंबर किसी शख्स के पूरे बैंकिंग प्रोफाइल को दिखाता है।

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CIF नंबर कस्टमर्स को बैंक द्वारा प्रोवाइड किया जाता है।

CIF Number: कस्टमर इनफॉर्मेंशन फाइल यानी CIF नंबर किसी भी बैंकिंग कस्टमर के लिए बेहद अहम है। आज के डिजिटल समय में बैंक समेत फाइनेंशियल मैनेजमेंट से जुड़ी तमाम चीजें ऑनलाइन हो गई हैं। इसी कड़ी में CIF नंबर एक अहम कोड है। यह नंबर कस्टमर्स को बैंक द्वारा प्रोवाइड किया जाता है। यह बैंक और कस्टमर्स के बीच संबंधों को ट्रैक करने और बनाए रखने के काम आता है। यह बैंक से जुड़ी सर्विसेज को प्रोसेस करने में भी अहम भूमिका निभाता है।

क्या है CIF नंबर

कस्टमर इनफॉर्मेंशन फाइल (CIF) नंबर एक खास आइडेंटिफिकेशन नंबर है जो प्रत्येक ग्राहक को उसके बैंक द्वारा जारी किया जाता है। आपका बैंक अकाउंट नंबर एक खास अकाउंट से लिंक होता है, लेकिन CIF नंबर किसी शख्स के पूरे बैंकिंग प्रोफाइल को दिखाता है। यह एक साथ कई अलग-अलग अकाउंट्स, पर्सनल लोन और संबंधित सर्विसेज को कवर करता है।

इस तरह यह नंबर बैंक के साथ शख्स के संबंधों की डिजिटल आइडेंटिटी के रूप में कार्य करता है और इसमें खाताधारक की संपूर्ण व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी होती है।

CIF नंबर क्यों जरूरी है?

यह आपकी बैंकिंग की सेंट्रल पहचान (Digital ID) होती है। नया अकाउंट या सर्विस लेने में तेजी से मंजूरी मिलती है, क्योंकि आपकी जानकारी पहले से मौजूद रहती है। धोखाधड़ी को पकड़ने और रोकने में मदद करता है, जैसे क्रेडिट कार्ड फ्रॉड। बैंक कर्मचारी आपको पर्सनलाइज्ड सर्विस दे सकते हैं। यह मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग से जुड़ी सेवाओं का स्मूद डिजिटल अनुभव देता है।

CIF नंबर में क्या-क्या जानकारी होती है?

आपकी व्यक्तिगत जानकारी: नाम, मोबाइल नंबर, पता आदि। आपके अकाउंट्स की जानकारी: सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, लोन अकाउंट, कब खोला गया आदि। KYC दस्तावेज: आधार, पैन, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी। लोन डिटेल्स: कितनी EMI चल रही है, बैलेंस कितना है, लोन कितने समय के लिए लिया गया है। अन्य बैंकिंग प्रोडक्ट्स: क्रेडिट कार्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट की डिटेल्स। आपके ट्रांजेक्शन की जानकारी: कब और कितना पैसा जमा/निकाला गया, सभी लिंक्ड अकाउंट की एक्टिविटी।

CIF और IFSC में अंतर

CIF नंबर ग्राहक की पहचान से जुड़ा होता है। वहीं, IFSC कोड बैंक ब्रांच की पहचान के लिए होता है (जैसे: ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए)। दोनों का काम अलग होता है। चाहे अकाउंट अपडेट करना हो, लोन लेना हो या मोबाइल बैंकिंग से कुछ करना हो, CIF नंबर आपकी पहचान और काम को आसान बनाता है।

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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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