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  1. सिबिल स्कोर 750+ होने के बावजूद भी बैंक नहीं दे रहा लोन? कहीं आप तो नहीं कर रहे ये 5 मिस्टेक

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सिबिल स्कोर 750+ होने के बावजूद भी बैंक नहीं दे रहा लोन? कहीं आप तो नहीं कर रहे ये 5 मिस्टेक

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 22, 2025, 16:27 IST

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सारांश

अक्सर 750 से ज्यादा सिबिल स्कोर होने के बाद भी बैंकों से लोन नहीं मिल पाता। इसका कारण क्रेडिट रिपोर्ट में मौजूद अन्य तकनीकी खामियां या आवेदक की प्रोफाइल से जुड़ी गलतियां हो सकती हैं। इन 5 प्रमुख कारणों को जानकर आप अपने लोन रिजेक्शन की संभावना को कम कर सकते हैं।

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क्रेडिट रिपोर्ट में नाम या पते की छोटी-सी गलती भी आपके लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट करवा सकती है।

आमतौर पर यह माना जाता है कि अगर किसी का सिबिल स्कोर 750 या उससे अधिक है, तो उसे आसानी से लोन मिल जाएगा। लेकिन कई बार लोग बैंक की दहलीज से खाली हाथ वापस लौट आते हैं। बैंक अधिकारियों का कहना है कि सिबिल स्कोर आपकी साख का केवल एक हिस्सा है। लोन देने की प्रक्रिया में बैंक आपकी आय की स्थिरता, आपके पिछले लोन चुकाने का तरीका और आपकी वर्तमान वित्तीय देनदारियों का भी गहराई से अध्ययन करते हैं। यदि आपका स्कोर अच्छा है लेकिन आपकी प्रोफाइल के दूसरे पहलुओं में कमी है, तो आपका आवेदन ठुकराया जा सकता है।

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लोन रिजेक्शन के पीछे की 5 बड़ी गलतियां

पहला और सबसे बड़ा कारण 'डेट-टू-इनकम' (DTI) रेशियो है। अगर आपकी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा पहले से चल रहे लोन की ईएमआई में जा रहा है, तो बैंक नया लोन देने से बचते हैं। दूसरा कारण है 'क्रेडिट मिक्स' का सही न होना। यदि आपके पास केवल अनसिक्योर्ड लोन जैसे पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन ही हैं, तो बैंक आपको जोखिम भरा ग्राहक मानते हैं। तीसरा कारण 'क्रेडिट यूटिलाइजेशन' रेशियो है। यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट बार-बार इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपकी 'क्रेडिट हंगर' यानी कर्ज की भूख को दिखाता है, जो स्कोर अच्छा होने पर भी निगेटिव माना जाता है।

रोजगार की स्थिति और गलत जानकारी

चौथा महत्वपूर्ण कारण आपके रोजगार की स्थिरता है। अगर आप बार-बार नौकरियां बदल रहे हैं या आप जिस कंपनी में काम करते हैं वह बैंक की 'ब्लैकलिस्टेड' कैटेगरी में आती है, तो लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, कई बार लोग अपने आवेदन फॉर्म में वर्तमान पता, मोबाइल नंबर या आय की गलत जानकारी भर देते हैं। बैंक की वेरिफिकेशन प्रक्रिया में जब यह जानकारी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट से मेल नहीं खाती, तो बैंक धोखाधड़ी की आशंका में लोन आवेदन को तुरंत रिजेक्ट कर देते हैं।

हार्ड इंक्वायरी और गारंटी की समस्या

पांचवीं बड़ी गलती है कम समय में कई बैंकों में लोन के लिए आवेदन करना। जब आप बार-बार अलग-अलग बैंकों में पूछताछ करते हैं, तो हर बार आपकी रिपोर्ट पर एक 'हार्ड इंक्वायरी' दर्ज होती है, जो आपके वित्तीय व्यवहार को अस्थिर दिखाती है। इसके अलावा, यदि आपने किसी मित्र या रिश्तेदार के लोन में 'गारंटर' की भूमिका निभाई है और उसने पेमेंट में डिफॉल्ट किया है, तो इसका असर सीधे आपके आवेदन पर पड़ता है। इन तकनीकी बारीकियों को समझकर और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को समय-समय पर चेक करके आप लोन मिलने की राह को आसान बना सकते हैं।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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