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  1. कार लेने का है प्लान, कैश पर लें या फिर लोन पर? क्या हो सकता है आपके लिए बेहतर

पर्सनल फाइनेंस

कार लेने का है प्लान, कैश पर लें या फिर लोन पर? क्या हो सकता है आपके लिए बेहतर

Namita Shukla

3 min read | अपडेटेड May 30, 2025, 09:53 IST

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सारांश

कार खरीदना है तो बेहतर ऑप्शन क्या है? लोन पर लेना या फिर कैश पर? चलिए समझते हैं कि दोनों में से कौन ऑप्शन आपके लिए बेहतर हो सकता है। दरअसल लोन में आपको पैसे ज्यादा भरने पड़ते हैं, लेकिन यह ऑप्शन कैश पर गाड़ी से लेने से बेहतर है।

कार लोन

गाड़ी खरीदने के लिए बेहतर विकल्प क्या, कैश या लोन?

अगर आप कार लेने का प्लान कर रहे हैं, तो आपके सामने दो ऑप्शन होते हैं, एक तो यह कि सेविंग्स के जरिए कार को कैश पर ले लें, या फिर कार लोन लेकर अपनी पसंद की गाड़ी घर ले आएं। चलिए समझते हैं कि आपके लिए इन दोनों में से बेहतर ऑप्शन क्या हो सकता है? आज के समय में गाड़ी होना आपको अलग तरह का कंफर्ट देता है, पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर डिपेंडेंसी कम हो जाती है, कैब बुक करने का जंजाल खत्म हो जाता है, आखिरी समय पर कैब कैंसिल करने वाले स्ट्रेस से आपको मुक्ति मिल जाती है और साथ ही आपके पैसे भी बचते हैं। लेकिन कार खरीदने का बेहतर तरीका क्या है, क्या इसको पूरी तरह कैश पर लेना चाहिए या फिर आपको कार लोन का सहारा लेना चाहिए? चलिए इसको उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं।

मान लीजिए आपको 15 लाख रुपये की कोई गाड़ी पसंद आई है और आप इसके खरीदने का पूरा मन बचा चुके हैं। गाड़ी खरीदने के लिए आपके पास 15 लाख रुपये की सेविंग्स भी रखी है, अब ऐसे में क्या करना आपके लिए बेहतर होगा? फुल कैश पर गाड़ी उठाना या फिर कार लोन करा लेना?

लोन पर कार लेने पर कितना देना होगा इंटरेस्ट?
अगर आप लोन अप्लाई करते हैं, तो करीब 9% के इंटरेस्ट रेट पर आपको कार लोन मिल जाता है। ऐसे में अगर पांच साल के लिए लोन लेते हैं, तो आपको 3,68,252 रुपये का इंटरेस्ट देना होगा। ईएमआई करीब 31,138 रुपये की बनेगी। इस तरह से आपको 15,00,000 रुपये की गाड़ी के लिए कुल 18,68,252 रुपये भरने होंगे। यहां एक बात और ध्यान रखने वाली है, वह यह कि कार लोन के समय आपके सिबिल स्कोर के हिसाब से आपको इंटरेस्ट मिलता है। Upstox के जरिए आप अपना कार लोन कैलकुलेट कर सकते हैं, यहां क्लिक करें....
कैश ऑप्शन सिलेक्ट करने से कैसे हो सकता है नुकसान?
अब चलिए समझते हैं कि कैश ऑप्शन चुनने से आपको कैसे नुकसान उठाना पड़ सकता है। मान लीजिए आपके पास सेविंग्स के 15,00,000 रुपये हैं और आप कैश पर गाड़ी ले आते हैं, तो ऐसे में अगले पांच सालों में आप पर किसी EMI का बोझ नहीं होगा, लेकिन वहीं अगर आप कार को लोन पर करा लेते हैं और 15,00,000 रुपये की पांच साल की FD (Fixed Deposit) करा लेते हैं, तो आपको करीब 6.75% का इंटरेस्ट मिलेगा। इस तरह से मैच्योरिटी पर आपका 15,00,000 रुपये 20,95,390 रुपये हो जाएगा। Upstox के जरिए आप अपना FD रिटर्न कैलकुलेट कर सकते हैं, यहां क्लिक करें...
दोनों में क्या है बेहतर?

तो लोन पर गाड़ी लेने पर आपको कुल 18,68,252 रुपये भरने होंगे, वहीं कैश पर आपको 15,00,000 रुपये ही देने होंगे। लेकिन जैसा कि आपको हमने ऊपर समझाया, अगर आप लोन पर गाड़ी लेते हैं, तो ऐसे में आप अपनी सेविंग्स के 15,00,000 रुपये को पांच साल में 20,95,390 रुपये बना सकते हैं। यानी कि गाड़ी लोन पर लेना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।

कार लोन 9% और एफडी इंटरेस्ट 6.75% होने पर भी, क्यों लोन पर कार लेना?

ऐसा इसलिए है क्योंकि कार पर लोन इंटरेस्ट रिड्यूसिंग बैलेंस पर कैलकुलेट किया जाता है, वहीं एफडी पर इंटरेस्ट बढ़ती बची राशि पर कंपाउंड होता है, यही वजह है कि आपकी एफडी आपके लोन रिपेमेंट की तुलना में तेजी से बढ़ती है।

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लेखकों के बारे में

Namita Shukla
Namita Shukla is a seasoned journalist with over 15 years of experience in Hindi media. She has worked with some of the most reputed news organizations, including Navbharat Times, Dainik Jagran, Aaj Tak, and Hindustan Times Hindi. Throughout her career, Namita has reported on a wide range of beats such as national affairs, sports, business, and entertainment, bringing clarity and depth to her reporting. In addition to her journalistic work, she is a certified fact-checker by both Google and Meta, underscoring her commitment to accuracy and ethical journalism in the digital age.