return to news
  1. कम रिस्क वाले FD की जगह ज्यादा रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड्स की ओर मुड़े भारतीय: रिपोर्ट

पर्सनल फाइनेंस

कम रिस्क वाले FD की जगह ज्यादा रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड्स की ओर मुड़े भारतीय: रिपोर्ट

Upstox

3 min read | अपडेटेड March 06, 2025, 09:17 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

AMFI-Crisil Factbook: रिपोर्ट के मुताबिक नेट घरेलू वित्तीय बचत के मामले में लोग ज्यादा रिटर्न को तवज्जो दे रहे हैं। पीपीएफ, बीमा और पेंशन फंड के जरिए बचत का तरीका अभी भी लोगों को पसंद है जबकि म्यूचुअल फंड्स में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। इससे उलट सेफ ऑप्शन माने जाने वाले फिक्स्ड डिपॉजिट या कैश का हिस्सा घरेलू बचत में कम होता जा रहा है।

AMFI-Crisil रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2023 तक भारत में फिजिकल ऐसेट में 71.5% और वित्तीय ऐसेट में 28.5% घरेलू बचत रही।

AMFI-Crisil रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2023 तक भारत में फिजिकल ऐसेट में 71.5% और वित्तीय ऐसेट में 28.5% घरेलू बचत रही।

भारतीय परिवारों का बचत को लेकर रुख बदलता हुआ दिख रहा है। पिछले कुछ साल में ट्रेंड को देखें तो पता लगता है कि लोग बैंक डिपॉजिट जैसे कम जोखिम वाले ऑप्शन की जगह म्यूचुअल फंड्स जैसे ज्यादा रिटर्न वाले ऑप्शन को चुन रहे हैं।

हाल ही में सामने आए AMFI (असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) और क्रिसिल की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021-2023 के बीच भारतीय घरों में नेट बचत में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, पेंशन फंड और बीमा फंड के अलावा म्यूचुअल फंड्स का शेयर भी बढ़ा है। इसके उलट बैंक डिपॉजिट्स और कैश का हिस्सा कम हुआ है।

रिपोर्ट में बताया गया है, ‘मार्च 2023 तक भारत में फिजिकल ऐसेट में 71.5% और वित्तीय ऐसेट में 28.5% घरेलू बचत रही। वित्तीय बचत के मामले में बैंक डिपॉजिट और करंसी में गिरावट देखी गई है जबकि दूसरे निवेश उत्पादों जैसे जीवन बीमा फंड, म्यूचुअल फंड, PPF में इस दौरान इजाफा दर्ज किया गया है।

नेट वित्तीय बचत में PPF और पेंशन फंड्स का हिस्सा 2021 में 5.8% से बढ़कर 2022 में 6.2% और 2023 में 6.66% पर पहुंच गया। वहीं, दूसरे छोटी बचत योजनाओं का हिस्सा भी 2021 में 6% से 2022 में 6.2% और 2023 में 6.4% पर पहुंच गया।

जीवन बीमा के जरिए घरेलू वित्तीय बचत में कुछ इजाफा देखा गया। ये 2021 में 20.8% से 2022 में 21.1% और 2023 में 21.5% रहा।

इसी तरह म्यूचुअल फंड्स का भारत की नेट घरेलू वित्तीय बचत में हिस्सा 2021 में 7.6% से 2022 में 8.5% पर पहुंचा और 2023 में मामूली रूप से गिरकर 8.4% पर पहुंच गया।

रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि मार्च 2019 से 2024 के बीच ऐसेट अंडर मैनेजमेंट म्यूचुअल फंड्स में काफी बढ़ोतरी हुई है। ये बढ़त बैंक डिपॉजिट्स से कहीं ज्यादा रही जो संकेत देता है कि लोग कम रिटर्न वाले फिक्स्ड डिपॉजिट की जगह ज्यादा रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड्स का रुख कर रहे हैं।

विवरणमार्च 2019मार्च 2024वार्षिक वृद्धि दर
म्यूचुअल फंड्स की संपत्ति (₹ लाख करोड़ में)23.8053.4017.5%
बैंक जमा (₹ लाख करोड़ में)126.39212.5311.0%

इसके दूसरी ओर बैंक और नॉन-बैंक डिपॉजिट्स के जरिए घरेलू वित्तीय बचत 2021 में 48.5% से 2022 में 46.7% और 2023 में 46% पर खिसक गई। इसी तरह करंसी या कैश का घरेलू वित्तीय बचत में हिस्सा कुछ गिरावट के साथ 2021 में 11.4% से 2022 में 11.3% और 2023 में 11.1% पर आ गया।

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख