मार्केट न्यूज़

3 min read | अपडेटेड September 18, 2025, 11:11 IST
सारांश
Airfloa Rail Technology Ltd Share: रेलवे कंपोनेंट बनाने का काम करने वाली कंपनी Airfloa Rail Technology ने IPO लिस्टिंग पर निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया। शेयर ₹140 के इश्यू प्राइस से लगभग दोगुना होकर ₹279.30 तक पहुंच गया। कंपनी रेलवे, एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर को सप्लाई करती है। इसके साथ ही Vande Bharat जैसी परियोजनाओं में भी शामिल है।

Airfloa Rail Technology Ltd ने लिस्टिंग के दिन किया कमाल
Airfloa Rail Technology Ltd Share: रेलवे कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी Airfloa Rail Technology Ltd ने 18 सितम्बर को BSE SME प्लेटफॉर्म पर धमाकेदार लिस्टिंग की। कंपनी के शेयर ₹266 पर खुले, जो कि इश्यू प्राइस ₹140 से करीब 90% प्रीमियम पर है। दिलचस्प बात यह रही कि लिस्टिंग के बाद शेयर ने तुरंत अपर सर्किट को छू लिया और 5% और चढ़कर ₹279.30 तक पहुंच गया। इस तरह, निवेशकों को पहले ही दिन लगभग 100% का रिटर्न मिल गया।
लिस्टिंग से पहले ही Airfloa Rail Technology का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) तेजी से बढ़ रहा था। लिस्टिंग से एक दिन पहले शेयर अनलिस्टेड मार्केट में ₹315 पर ट्रेड कर रहा था, जो कि इश्यू प्राइस से लगभग ₹175 अधिक था। यह करीब 125% का प्रीमियम दिखा रहा था और इसी वजह से बाजार में मजबूत लिस्टिंग की उम्मीद पहले ही साफ हो गई थी। अब यहां सवाल ये है कि जब 125% के प्रीमियम पर लिस्ट होने का सिग्नल मिल रहा था तो 90% के प्रीमियम पर क्यों लिस्ट हुई
हालांकि, SME एक्सचेंज (BSE SME और NSE Emerge) के नियमों के चलते किसी भी IPO को लिस्टिंग के दिन अधिकतम 90% प्रीमियम से ज्यादा पर लिस्ट होने की अनुमति नहीं होती। यह नियम अत्यधिक सट्टेबाजी और असामान्य उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए लागू किया गया है। चूंकि SME IPOs का फ्लोट और लिक्विडिटी मेनबोर्ड के मुकाबले काफी कम होता है, ऐसे में यह कैप निवेशकों, खासकर रिटेल पार्टिसिपेंट्स, को अनियमित ग्रे मार्केट गतिविधियों से बचाने का काम करता है। इसी वजह से Airfloa Rail Technology का शेयर 125% GMP दिखाने के बावजूद 90% से ज्यादा प्रीमियम पर लिस्ट नहीं हो पाया।
Airfloa Rail Technology भारतीय रेलवे के लिए रोलिंग स्टॉक कंपोनेंट्स का निर्माण करती है। कंपनी एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर के लिए भी जटिल पार्ट्स बनाती है, जिसमें AMCA ग्राउंड सिम्युलेटर और आर्टिलरी टैंक बॉडीज जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं। रेलवे के लिए कंपनी ने टर्नकी इंटीरियर फर्निशिंग प्रोजेक्ट्स भी पूरे किए हैं, जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस और आगरा-कानपुर मेट्रो जैसी पहल शामिल हैं। Airfloa के क्लाइंट्स में भारतीय रेलवे, रेलवे प्रोडक्शन यूनिट्स और अंतरराष्ट्रीय रोलिंग स्टॉक निर्माता कंपनियां शामिल हैं।
मार्च 2025 को खत्म वित्त वर्ष में कंपनी की कुल रेवेन्यू ₹192.66 करोड़ और मुनाफा ₹25.55 करोड़ रहा। EBITDA ₹47.41 करोड़ दर्ज किया गया, जबकि नेटवर्थ ₹110.80 करोड़ रही। कर्ज की राशि ₹59.98 करोड़ है। स्टैंडअलोन बेसिस पर 2024 में कंपनी की आय ₹122.87 करोड़ थी, जो 2023 के ₹95.33 करोड़ से अधिक है। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 2023 के ₹1.49 करोड़ से बढ़कर ₹14.23 करोड़ हो गया। IPO लिस्टिंग से मिले जोरदार रिस्पॉन्स के बाद अब बाजार की नजर आगे के प्रदर्शन पर रहेगी। निवेशकों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के मामले में किस तरह उम्मीदों पर खरी उतरती है।
संबंधित समाचार
इसको साइनअप करने का मतलब है कि आप Upstox की नियम और शर्तें मान रहे हैं।
लेखकों के बारे में

अगला लेख
इसको साइनअप करने का मतलब है कि आप Upstox की नियम और शर्तें मान रहे हैं।