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US Stock Market Crash: डोनाल्ड ट्रंप का मंदी से इनकार नहीं, US शेयर बाजार धड़ाम, उड़े $4 ट्रिलियन

Upstox

3 min read | अपडेटेड March 11, 2025, 08:19 IST

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सारांश

US Stock Market Crash: डोनाल्ड ट्रंप के 'टैरिफ वॉर' से व्यापारियों से लेकर ग्राहकों तक के बीच फैली चिंता का असर शेयर बाजार में साफ नजर आ रहा है। ट्रंप ने खुद मंदी की आशंकाओं को नहीं नकारा है जिसके बाद निवेशकों ने बाजार से पैसा निकालने तेज कर दिया। नतीजतन फरवरी में अपने रेकॉर्ड हाई स्तर पर रहे S&P 500 को $4 ट्रिलियन की सेंध लग गई।

डोनाल्ड ट्रंप के 'टैरिफ वॉर' पर बिजनेस, कस्टमर और इन्वेस्टर- तीनों आर्थिक मंदी की चिंता में घिरे हैं। (तस्वीर: Shutterstock)

डोनाल्ड ट्रंप के 'टैरिफ वॉर' पर बिजनेस, कस्टमर और इन्वेस्टर- तीनों आर्थिक मंदी की चिंता में घिरे हैं। (तस्वीर: Shutterstock)

अमेरिकी स्टॉक मार्केट सोमवार को बुरी तरह गोता खा गया। मंदी की आशंकाओं के बीच घिरे निवेशकों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान से कोई राहत नहीं मिली जिसके बाद भारी बिक्री का दौर चल पड़ा और US बाजार में रेकॉर्डतोड़ गिरावट दर्ज की गई।

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक The Dow Jones और S&P 500, दोनों ने ही साल का अपना सबसे खराब दिन देखा जबकि Nasdaq में सितंबर 2022 के बाद से एक दिन में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।

The Dow Jones इंडस्ट्रियल ऐवरेज 890.01 अंक नीचे, करीब 2.08% नीचे आ गिरा और 41,911.71 के स्तर पर पहुंच गया जबकि S&P 500 को 155.64 अंकों यानी करीब 2.70% का घाटा दर्ज करना पड़ा और ये 5,614.56 के स्तर पर पहुंच गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बिकवाली में सबसे ज्यादा असर टेक्नॉलजी कंपनियों पर आधारित Nasdaq Composite का रहा जहां 727.90 यानी करीब 4.00% गिरावट देखी गई। यह 17,468.32 के स्तर पर जा लुढ़का।

S&P 500 8.6% की भारी गिरावट के साथ 19 फरवरी के अपने रेकॉर्ड हाई स्तर से नीचे खिसक गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस गिरावट के कारण करीब $4 ट्रिलियन बाजार से उड़ गए।

मंदी की आशंका से इनकार नहीं

फॉक्स न्यूज से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति से इस साल मंदी की आशंकाओं के बारे में सवाल किया गया था। ट्रंप ने इन्हें खारिज करने की जगह जवाब दिया कि वह इस तरह की चीजें की भविष्यवाणी नहीं करना चाहते। उन्होंने आगे कहा कि यह बदलाव का एक वक्त है क्योंकि हम जो कर रहे हैं वह बहुत बड़ा है।

ट्रंप का कहना है कि वह देश की संपत्ति वापस ला रहे हैं, यह एक बड़ी बात है। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।

इसके पहले ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको, चीन से शुरू करके दुनिया के अलग-अलग देशों पर टैरिफ जड़ने के ऐलान से बाजार पर नकारात्मक असर देखा जा रहा था। 4 मार्च से लागू हुए टैरिफ पर ट्रंप ने कुछ रियायत का फैसला भी किया था।

ऑटो सेक्टर की कुछ कंपनियों को टैरिफ से छूट दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई और सेक्टर्स को भी राहत मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, ट्रंप ने कहा था कि बाजार पर दिख रहे असर के चलते उन्होंने यह फैसला नहीं किया है।

व्यापार में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए निवेशक पहले से ही सतर्क थे और अब ट्रंप के मंदी को ना नकारने से स्थिति और जटिल होती नजर आ रही है।

(सोर्स: CNN, Reuters)

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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