return to news
  1. Tata Motors Q1 Results: जून तिमाही में 30% घटा नेट प्रॉफिट, रेवेन्यू में भी 2.52% की गिरावट

मार्केट न्यूज़

Tata Motors Q1 Results: जून तिमाही में 30% घटा नेट प्रॉफिट, रेवेन्यू में भी 2.52% की गिरावट

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड August 08, 2025, 17:20 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Tata Motors Q1: जून तिमाही के दौरान टाटा मोटर्स का रेवेन्यू 104,407 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 107,102 करोड़ रुपये से 2.52 फीसदी कम है। कंपनी के शेयरों में आज 2.19 फीसदी की गिरावट रही और यह स्टॉक BSE पर 633.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ।

शेयर सूची

Tata Motors

Tata Motors: अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 62.68 फीसदी घटकर 3924 करोड़ रुपये रह गया।

Tata Motors Q1 Results: कार बनाने वाली दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने आज 8 अगस्त को FY26 की पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 30 फीसदी घटकर 3924 करोड़ रुपये रह गया। FY25 की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5,643 करोड़ रुपये था। हालांकि, कंपनी के नतीजे बाजार के अनुमान के मुताबिक हैं।
Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

Tata Motors का रेवेन्यू 2.52% घटा

जून तिमाही के दौरान टाटा मोटर्स का रेवेन्यू 104,407 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 107,102 करोड़ रुपये से 2.52 फीसदी कम है। कंपनी का रेवेन्यू अनुमान से बेहतर रहा। टाटा मोटर्स का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 33% घटकर ₹10,224 करोड़ रह गया और इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन घटकर 9.79% रह गया। कंपनी के शेयरों में आज 2.19 फीसदी की गिरावट रही और यह स्टॉक BSE पर 633.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ।

पैसेंजर व्हीकल बिजनेस ने इस तिमाही में ₹10900 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया और EBITDA मार्जिन 4% रहा। हालांकि, पैसेंजर व्हीकल (थोक बिक्री) 10% घटकर 1,24,800 यूनिट रही और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बिक्री 2.1% घटकर 16,200 यूनिट रह गई। कंपनी का VAHAN रजिस्ट्रेशन मार्केट शेयर 12.3% और EV मार्केट शेयर 36.7% रहा।

अमेरिकी टैरिफ का दिखा असर

टाटा मोटर्स ने कहा कि पहली तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन सभी बिजनेस में बिक्री में गिरावट और मुख्य रूप से JLR की प्रॉफिटेबिलिटी में गिरावट से प्रभावित हुआ। अमेरिकी ट्रेड टैरिफ के कारण JLR का रेवेन्यू 9.2% घटकर 6.6 अरब पाउंड रह गया, जबकि EBIT मार्जिन 4% (-490 आधार अंक) रहा।

टाटा मोटर्स ने कहा, "मांग की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी रहने की संभावना के साथ, हम बिजनेस फंडामेंटल को मजबूत करने और बेहतर मिक्स के लिए ब्रांड की मजबूती का लाभ उठाकर टैरिफ के प्रभाव को कम करने पर फोकस करना जारी रखेंगे, और कंट्रीब्यूशन मार्जिन में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।"

Tata Motors ने नतीजों पर क्या कहा?

टाटा मोटर्स के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) पी.बी. बालाजी ने कहा कि कठिन आर्थिक हालात के बावजूद कंपनी ने इस तिमाही में मुनाफा कमाया है, जिसका श्रेय मजबूत बुनियाद को जाता है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टैरिफ को लेकर स्पष्टता आएगी और त्योहारी सीजन की मांग बढ़ेगी, कंपनी प्रदर्शन तेज करने और पूरे पोर्टफोलियो में फिर से रफ्तार लाने पर काम करेगी। अक्टूबर 2025 में होने वाले डिमर्जर के बीच उनका ध्यान साल की दूसरी छमाही में मजबूत प्रदर्शन देने पर है।

Tata Motors का आगे का प्लान

कंपनी ने बताया कि पहली तिमाही के अंत में बाजार में सकारात्मक रुझान दिखने लगे हैं। जून 2025 में टियागो और अल्ट्रोज की बुकिंग में 22% बढ़ोतरी हुई, वहीं हैरियर ईवी की लॉन्चिंग को ग्राहकों से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली। इसके अलावा, हैरियर और सफारी के नए वेरिएंट किफायती दामों पर लॉन्च किए गए। जुलाई में कंपनी ने अब तक की सबसे ज्यादा मासिक EV बिक्री दर्ज की, जो उसके जीरो-एमिशन लक्ष्य की दिशा में अहम उपलब्धि है।

आगे की रणनीति के तौर पर टाटा मोटर्स हैचबैक और SUV के नए मॉडल्स के जरिए बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। साथ ही EV बिक्री को और बढ़ाना, आफ्टरसेल्स सर्विस में सुधार, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और लागत घटाकर मुनाफा बढ़ाना इसके मुख्य लक्ष्य हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

अगला लेख