return to news
  1. Suzlon Energy को मिला FY26 का सबसे बड़ा ऑर्डर, शेयरों में उछाल, क्या लौटेगा निवेशकों का भरोसा?

मार्केट न्यूज़

Suzlon Energy को मिला FY26 का सबसे बड़ा ऑर्डर, शेयरों में उछाल, क्या लौटेगा निवेशकों का भरोसा?

Upstox

3 min read | अपडेटेड September 16, 2025, 12:52 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Suzlon Energy ने 16 सितंबर को वित्तीय वर्ष 2026 के लिए अपने सबसे बड़े ऑर्डर की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि उसे अपनी फर्म एंड डिस्पैच रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) प्रोजेक्ट के तहत टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड से 838 मेगावाट का ऑर्डर मिला है।

शेयर सूची

Suzlon Energy

आज की तेजी के साथ Suzlon Energy का मार्केट कैप बढ़कर 81,058.94 करोड़ रुपये हो गया है।

रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी Suzlon Energy के शेयरों में आज 16 सितंबर को खरीदारी हो रही है। आज कंपनी के शेयर 2.70 फीसदी उछलकर 59.64 रुपये के भाव पर पहुंच गए। दरअसल, सुजलॉन एनर्जी को एक बड़ा ऑर्डर मिला है, जिसके चलते इस शेयर पर निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।

आज की तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 81,058.94 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 85.80 रुपये है, यानी यह शेयर अब भी 30 फीसदी नीचे है। इसका 52-वीक लो 46 रुपये है।

Suzlon Energy ने हासिल किया FY26 का सबसे बड़ा ऑर्डर

सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने 16 सितंबर को वित्तीय वर्ष 2026 के लिए अपने सबसे बड़े ऑर्डर की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि उसे अपनी फर्म एंड डिस्पैच रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) प्रोजेक्ट के तहत टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड से 838 मेगावाट का ऑर्डर मिला है।

इस प्रोजेक्ट में सुजलॉन के 266 S144 पवन टर्बाइन शामिल होंगे, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। इसके तहत कर्नाटक में 302 मेगावाट, महाराष्ट्र में 271 मेगावाट और तमिलनाडु में 265 मेगावाट लगाए जाएंगे।

यह सुजलॉन एनर्जी का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है। इससे पहले एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी से 1544 मेगावाट का ऑर्डर मिला था। यह कंपनी का टाटा पावर के साथ तीसरा ऑर्डर भी है।

Suzlon Group के CEO ने क्या कहा?

सुजलॉन ग्रुप के सीईओ जेपी चलसानी ने कहा कि टाटा पावर जैसी कंपनी लगातार सुजलॉन को अपना पार्टनर चुनती है, जो "मेक इन इंडिया" इनोवेशन और कंपनी की एग्जीक्यूशन क्षमता पर भरोसे को दिखाता है। उन्होंने पिछले महीने CNBC-TV18 को दिए इंटरव्यू में बताया था कि कंपनी नया सीएफओ नियुक्त करने की प्रक्रिया में है। मौजूदा सीएफओ हिमांशु मोदी चार साल बाद इस्तीफा दे चुके हैं। चलसानी ने यह भी साफ किया कि हाल ही में प्रमोटरों द्वारा की गई ब्लॉक डील मुख्य रूप से नकदी जुटाने के लिए थी और कंपनी का बिजनेस के प्रति लंबी अवधि का भरोसा पूरी तरह कायम है।

Suzlon Energy के Q1 नतीजे

Suzlon Energy ने 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही में रेवेन्यू में सालाना 54% की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 2016 करोड़ रुपये की तुलना में 3117 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का शुद्ध लाभ इस तिमाही में 7.2% बढ़कर 324 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2025 की इसी तिमाही में यह 302 करोड़ रुपये था।

कंपनी का EBITDA वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में ₹364 करोड़ की तुलना में 60% बढ़कर ₹585 करोड़ हो गया, जो ₹550 करोड़ के सकारात्मक इन्वेंट्री एडजस्टमेंट के कारण हुआ। तिमाही के लिए EBITDA मार्जिन भी 70 बेसिस प्वॉइंट बढ़कर 18.78% हो गया।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।