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  1. Dhampur Sugar Mills और Balrampur Chini Mills समेत कई शुगर स्टॉक्स के लगे पंख, सरकार के किस फैसले ने बढ़ाया भाव?

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Dhampur Sugar Mills और Balrampur Chini Mills समेत कई शुगर स्टॉक्स के लगे पंख, सरकार के किस फैसले ने बढ़ाया भाव?

Upstox

2 min read | अपडेटेड September 02, 2025, 10:01 IST

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सारांश

Sugar Stocks: धामपुर शुगर मिल्स, बलरामपुर चीनी मिल्स, श्री रेनुका शुगर्स समेत कई शुगर स्टॉक्स ग्रीन में ट्रेड हो रहे हैं। शेयरों में आई इस तेजी का क्रेडिट केंद्र सरकार के एक फैसले को जाता है।

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शुगर स्टॉक्स

धामपुर शुगर मिल्स और बलरामपुर चीनी मिल्स के क्यों बढ़े भाव?

भारत सरकार ने गन्ने के रस, सीरप और बाकी सभी तरह के मोलासेस से एथेनॉल के प्रोडक्शन पर लगी सीमाएं हटा दी हैं और इसको लेकर सोमवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। इसके बाद मंगलवार को जब मार्केट खुला, तो शुगर स्टॉक्स में इस खबर का असर देखने को मिला। धामपुर शुगर मिल्स, बलरामपुर चीनी मिल्स, श्री रेनुका शुगर्स समेत कई शुगर स्टॉक्स ग्रीन में ट्रेड हो रहे हैं। शेयरों में आई इस तेजी का क्रेडिट केंद्र सरकार के एक फैसले को जाता है। सरकार द्वारा नवंबर से शुरू होने वाले 2025-26 के मार्केटिंग ईयर में चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को बिना किसी मात्रात्मक प्रतिबंध के एथेनॉल उत्पादन की अनुमति देने के बाद यह तेजी देखी गई है। एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) नवंबर से अक्टूबर तक चलता है।

खाद्य मंत्रालय ने अधिसूचना में क्या कुछ लिखा?

खाद्य मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को ईएसवाई 2025-26 के दौरान बिना किसी प्रतिबंध के गन्ने के रस/चीनी सिरप, बी-हैवी मोलेसेज और सी-हैवी मोलेसेज से एथेनॉल उत्पादन की अनुमति है।’ इसमें कहा गया है कि विभाग, पेट्रोलियम मंत्रालय के परामर्श से, घरेलू बाजार में चीनी की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर इथेनॉल उत्पादन में चीनी के उपयोग की समीक्षा करेगा।

मौजूदा समय में ईएसवाई 2024-25 के दौरान, सरकार ने एथेनॉल उत्पादन के लिए 40 लाख टन चीनी के उपयोग की अनुमति दी है। केंद्र सरकार एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत पेट्रोल में एथेनॉल के मिश्रण को बढ़ावा दे रही है। सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) पेट्रोल में इथेनॉल मिलाकर बेचती हैं। वर्तमान जैव ईंधन योजना 2024-25 के दौरान, 31 जुलाई, 2025 तक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने औसतन 19.05% एथेनॉल मिश्रण हासिल लिया है। जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति 2018, जिसे 2022 में संशोधित किया गया था, ने अन्य बातों के साथ-साथ पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को 2030 से बढ़ाकर 2025-26 कर दिया है।

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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।