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5 min read | अपडेटेड September 04, 2025, 09:49 IST
सारांश
GST में 5 फीसदी और 18 फीसदी की दो-स्तरीय टैक्स स्ट्रक्चर को मंजूरी दी गई है। नई दरें 22 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी। इस निर्णय से रोटी, पराठा से लेकर हेयर ऑयल, आइसक्रीम और टीवी तक आम उपयोग की वस्तुएं सस्ती होंगी।
Stock Market: GST में सुधार के फैसले के बाद आज Auto, insurance, FMCG सेक्टर्स पर असर दिख रहा है।
GST में 5 फीसदी और 18 फीसदी की दो-स्तरीय टैक्स स्ट्रक्चर को मंजूरी दी गई है। नई दरें 22 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी। इस निर्णय से रोटी, पराठा से लेकर हेयर ऑयल, आइसक्रीम और टीवी तक आम उपयोग की वस्तुएं सस्ती होंगी। वहीं, इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स से पूरी तरह से राहत मिलेगी।
GST में सुधार के फैसले के बाद आज Auto, Insurance, FMCG सेक्टर्स पर असर दिख रहा है। सरकार के नए GST सुधार से Bajaj Finance को बड़ा फायदा होने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि इस कदम से कंपनी को अच्छा ग्रोथ मिल सकता है। खबर लिखे जाने के समय Bajaj Finance का शेयर करीब 4 फीसदी की बढ़त के साथ 930.65 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा था।
Bajaj Finance अलग-अलग तरह के लोन देती है। इनमें पर्सनल लोन, होम लोन, गोल्ड लोन, बिजनेस और प्रोफेशनल लोन शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी टीवी, फ्रिज, AC जैसी चीजें खरीदने के लिए भी लोन देती है। नए GST सुधार के बाद इलेक्ट्रॉनिक सामान, गाड़ियां और टू-व्हीलर्स जैसी चीजें सस्ती होंगी। ऐसे में लोगों के ज्यादा खरीदारी करने की उम्मीद है। आमतौर पर लोग इन चीजों को EMI या लोन पर खरीदते हैं, इसलिए Bajaj Finance को ज्यादा बिजनेस मिलेगा। इसके साथ ही, सरकारी और निजी बैंक भी इस सुधार से फायदा उठाएंगे।
GST सुधार के बाद बाजार में सबसे ज्यादा ऑटो शेयरों ने रिएक्ट किया है। इसके चलते निफ्टी ऑटो इंडेक्स करीब 3 फीसदी उछल गया। जीएसटी दरों में बदलाव से छोटी कारें और मोटरसाइकिल सस्ती होंगी। इसके तहत 1200 सीसी से कम और 4000 मिमी से कम लंबाई वाले पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी वाहन और 1500 सीसी और 4000 मिमी तक लंबाई वाले डीजल वाहनों पर मौजूदा 28 फीसदी की जगह अब 18 फीसदी टैक्स लगेगा।
इसके अलावा, 350 सीसी तक की मोटरसाइकिल पर अब 18 फीसदी की दर से जीएसटी लगेगा जबकि वर्तमान में यह 28 फीसदी है। 1,200 सीसी से अधिक और 4,000 मिमी से अधिक लंबी सभी वाहनों के साथ-साथ 350 सीसी से अधिक की मोटरसाइकिल और रेसिंग कार पर 40 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा।
कर मोर्चे पर छोटी हाइब्रिड कारों को भी लाभ होगा। जबकि इलेक्ट्रिक व्हीकल पर 5 फीसदी की दर से टैक्स लगता रहेगा। इसके अलावा, वाहन कलपुर्जों पर जीएसटी को मौजूदा 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। टैक्स कम होने से खरीदारी को बढ़ावा मिलेगा, जिसका फायदा न सिर्फ ऑटो कंपनियों को बल्कि कंज्यूमर्स को भी होगा।
इंश्योरेंस और फाइनेंशियल सर्विसेज शेयरों में तेजी के चलते निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स आज करीब 1 फीसदी चढ़ गया। इंडिविजुअल लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम अब सस्ते हो जाएंगे क्योंकि इन बीमा प्रोडक्ट्स को GST से छूट दी गई है। सभी तरह की इंडिविजुअल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी और उनके पुनर्बीमा पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा। इनमें टर्म लाइफ, यूलिप या एंडोमेंट पॉलिसी शामिल हैं। इसी तरह सभी इंडिविजुअल हेल्थ बीमा पॉलिसी और उनका पुनर्बीमा भी जीएसटी के दायरे से बाहर कर दिया गया है। इनमें फैमिली फ्लोटर और वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी भी शामिल हैं।
FMCG स्टॉक्स में भी आज जबरदस्त रैली है, जिसके चलते निफ्टी FMCG इंडेक्स करीब 1.60 फीसदी चढ़ गया है। सरकार के फैसले के बाद अब रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा, मक्खन और घी से लेकर सूखे मेवे, कंडेंस्ड दूध, सॉसेज और मांस, चीनी से बनी कन्फेक्शनरी, जैम और फलों की जेली, नारियल पानी, नमकीन, 20 लीटर की बोतल में पैक पेयजल, फलों का गूदा या रस, दूध युक्त पेय पदार्थ, आइसक्रीम, पेस्ट्री और बिस्कुट, कॉर्नफ्लेक्स और अनाज तथ चीनी से बनी मिठाइयों पर टैक्स की दर को मौजूदा के 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किया जाएगा।
इसके अलावा, ‘टूथ पाउडर’, दूध की बोतलें, रसोई के बर्तन, छाते, बर्तन, साइकिल, बांस के फर्नीचर और कंघी जैसी उपभोक्ता वस्तुओं पर कर की दर 12 प्रतिशत से घटकर 5 फीसदी होगी। शैम्पू, टैल्कम पाउडर, टूथपेस्ट, टूथब्रश, फेस पाउडर, साबुन और हेयर ऑयल पर टैक्स की दरें 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई हैं। इससे कंजप्शन बढ़ेगा, जिसका सीधा फायदा FMCG कंपनियों को होगा।
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