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Avanti Feeds से Apex Frozen तक, क्यों रॉकेट बने Seafood Sector के शेयर? एक में लगा 20% का अपर सर्किट

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड September 10, 2025, 11:42 IST

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सारांश

बुधवार को सीफूड एक्सपोर्ट से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी आई। Coastal Corporation 20% के अपर सर्किट पर पहुंच गया, जबकि Avanti Feeds, Apex Frozen Foods और Waterbase जैसे शेयरों में 8% से 17% तक उछाल दिखा। यूरोपीय संघ द्वारा 102 नए भारतीय मछली निर्यात यूनिट्स को मंजूरी मिलने से सेक्टर में निवेशकों का उत्साह बढ़ा।

शेयर सूची

सीफूड इंडस्ट्री

Avanti Feeds से Apex Frozen तक, क्यों रॉकेट बने Seafood Sector के शेयर

भारत की सीफूड कंपनियों के शेयरों में बुधवार को जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक कई शेयरों में डबल डिजिट की बढ़त दर्ज की गई। खासकर कोस्टल कॉरपोरेशन (Coastal Corporation) के शेयर 20 प्रतिशत के अपर सर्किट तक पहुंच गए। इसके अलावा Avanti Feeds, Apex Frozen Foods और Waterbase जैसे शेयरों ने भी 8 से 17 प्रतिशत की तेज उछाल दर्ज की गई। वहीं आईएफबी एग्रो इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी मजबूती बनी रही। इस तेजी का सबसे बड़ा कारण यूरोपियन यूनियन का भारत को बड़ी राहत देना माना जा रहा है।

क्यों रॉकेट बने Seafood Sector के शेयर?

दरअसल, मंगलवार को यूरोपियन यूनियन ने भारत की 102 नई फिशरी यूनिट्स को एक्सपोर्ट की मंजूरी दी। यह कदम भारतीय मरीन एक्सपोर्टर्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ है। इससे भारतीय कंपनियों को यूरोपीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का बड़ा मौका मिलेगा। वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि इस फैसले के बाद तुरंत 20 प्रतिशत तक एक्सपोर्ट वॉल्यूम बढ़ने की उम्मीद है। यह कदम भारत-यूरोप के बीच चल रही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की बातचीत को भी मजबूती देगा।

इन कंपनियों को मिलेगा इसका फायदा

Avanti Feeds के लिए यह खबर बेहद अहम है क्योंकि कंपनी की कुल आय का लगभग 17 प्रतिशत हिस्सा यूरोपियन यूनियन से आता है। कंपनी पहले से ही अमेरिकी बाजार के बजाय अन्य देशों में अपनी पकड़ मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। अब ईयू से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी को और विस्तार का मौका मिलेगा।

एपेक्स फ्रोजन फूड्स के शेयरों में भी जोरदार तेजी आई। वित्त वर्ष 2025 में यूरोपियन यूनियन से कंपनी को 39 प्रतिशत का योगदान मिला, जो पिछले साल 26 प्रतिशत था। कंपनी का कहना है कि ईयू से लगातार मजबूत डिमांड मिल रही है और आने वाले समय में यह योगदान और बढ़ेगा।

वॉटरबेस और आईएफबी एग्रो जैसी कंपनियां भी यूरोपीय बाजार में अपनी मजबूत मौजूदगी रखती हैं। वहीं कोस्टल कॉरपोरेशन के लिए यह कदम सबसे बड़ा गेमचेंजर साबित हुआ है। कंपनी के शेयरों ने 20 प्रतिशत अपर सर्किट छू लिया। यह साफ संकेत है कि निवेशकों को उम्मीद है कि यूरोपीय बाजार में कंपनी का कारोबार तेजी से बढ़ेगा।

ट्रंप का ये पोस्ट भी बना तेजी का कारण?

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत जारी रहेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना अच्छा मित्र बताते हुए कहा कि वे जल्द ही इस विषय पर उनसे चर्चा करेंगे। अमेरिका भारतीय सीफूड एक्सपोर्टर्स का सबसे बड़ा बाजार है, लेकिन हाल ही में वहां 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से कंपनियों को झटका लगा था। अब यूरोपियन यूनियन से मिली राहत ने इन कंपनियों में नई जान डाल दी है।

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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance stories, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification. Vikash is open to impactful story ideas and expert insights.