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  1. रेट कट से बढ़े मार्जिन प्रेशर के बावजूद SBI का इरादा FY26 में RoA 1% से ऊपर रखने का इरादा

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रेट कट से बढ़े मार्जिन प्रेशर के बावजूद SBI का इरादा FY26 में RoA 1% से ऊपर रखने का इरादा

Upstox

2 min read | अपडेटेड May 05, 2025, 09:00 IST

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सारांश

आरओए एक लाभप्रदता अनुपात है जो दर्शाता है कि कोई कंपनी अपने एसेट्स से कितना लाभ कमा सकती है। SBI चेयरमैन ने कहा कि FY26 के दौरान रेपो रेट में और कटौती होगी, जिससे शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM, नेट इंटरेस्ट मार्जिन) पर दबाव पड़ेगा।

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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

चालू वित्त वर्ष में 1% से अधिक आरओए सुनिश्चित किया जाएगाः SBI चेयरमैन

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) यानी कि भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा कि बैंक चालू फाइनेंशियल ईयर यानी कि 2025-26 के दौरान ब्याज दरों में गिरावट की चुनौतियों के बावजूद अपने रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए) 1 % से अधिक सुनिश्चित करेगा। आरओए एक लाभप्रदता अनुपात है जो दर्शाता है कि कोई कंपनी अपने एसेट्स से कितना लाभ कमा सकती है। उन्होंने कहा कि FY26 के दौरान रेपो रेट में और कटौती होगी, जिससे शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM, नेट इंटरेस्ट मार्जिन) पर दबाव पड़ेगा। जमा पक्ष पर दरों का पुनर्गठन होगा, क्योंकि इसके बिना प्रभावी मौद्रिक संचरण (मॉनिटरी ट्रांसमिशन) संभव नहीं होगा।

एसबीआई के तिमाही आंकड़ों की घोषणा के बाद एनालिस्ट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जमा पर ब्याज दरों का पुनर्गठन मोटे तौर पर रेपो रेट में कटौती के अनुरूप हो, ताकि मार्जिन सुरक्षित रहे।’ उन्होंने कहा, ‘हम अभी भी चालू वित्त वर्ष के लिए 1% आरओए लक्ष्य बनाए रखने में सक्षम होंगे... हमारा लक्ष्य बिजनेस साइकल के जरिए लगातार 15% से अधिक आरओई (रिटर्न ऑन इक्विटी) हासिल करना है।’

पिछले फाइनेंशियल ईयर (2024-25) में बैंक का आरओए 1.04% से बढ़कर 1.10% हो गया, जबकि इस दौरान आरओई 20% के आसपास स्थिर रहा। नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर कोई लक्ष्य दिए बिना, शेट्टी ने कहा कि नीति दर की कार्रवाइयों को बैंक के लिए जमा लागत में बदलने में 12-18 महीने तक का समय लगेगा। पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान, एसबीआई के बहीखाते का साइज बढ़कर 66 लाख करोड़ रुपये हो गया और ऑपरेशनल प्रॉफिट एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया और फाइनेंशियल ईयर के दौरान 1,10,579 करोड़ रुपये हो गया। फाइनेंशियल ईयर के दौरान एसबीआई का नेट प्रॉफिट भी 70,901 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 61,077 करोड़ रुपये के पिछले उच्च स्तर पर था, जो 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

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