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Reliance Industries ब्लॉक डील के बाद हरे निशान पर, शेयरों में ₹44 करोड़ का लेनदेन

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 31, 2025, 09:27 IST

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सारांश

Reliance Industries: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर उपलब्ध ब्लॉक डील के आंकड़ों के अनुसार बोफा सिक्योरिटीज ने अपनी सहयोगी कंपनी बोफा सिक्योरिटीज यूरोप SA के माध्यम से रिलायंस इंडस्ट्रीज के 2,95,600 शेयर खरीदे। बोफा सिक्योरिटीज यूरोप एसए, बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्पोरेशन की एक सब्सिडियरी कंपनी है।

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रिलायंस ने Meta के साथ मिलकर Reliance Enterprise Intelligence Ltd (REIL) नाम का नया AI जॉइंट वेंचर शुरू किया है।

Reliance Industries Share: ऑयल से टेलीकॉम तक का कारोबार करने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर आज शुक्रवार, 31 अक्टूबर को फोकस में हैं। दरअसल, इसके शेयरों में बड़ी ब्लॉक डील देखने को मिली है। बोफा सिक्योरिटीज ने गुरुवार को ओपन मार्केट में लेनदेन के जरिए कंपनी के 2.95 लाख शेयर लगभग ₹44 करोड़ में खरीदे। कंपनी के शेयरों में आज करीब 0.30 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 1493 रुपये के भाव पर पहुंच गया।
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Reliance Industries में किन फर्मों ने की खरीद-बिक्री?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर उपलब्ध ब्लॉक डील के आंकड़ों के अनुसार बोफा सिक्योरिटीज ने अपनी सहयोगी कंपनी बोफा सिक्योरिटीज यूरोप SA के माध्यम से रिलायंस इंडस्ट्रीज के 2,95,600 शेयर खरीदे। बोफा सिक्योरिटीज यूरोप एसए, बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्पोरेशन की एक सब्सिडियरी कंपनी है। इस लेन-देन का मूल्य करीब ₹43.62 करोड़ था और यह औसतन ₹1475.50 प्रति शेयर की कीमत पर हुआ। इस बीच, हांगकांग स्थित एसेट मैनेजमेंट फर्म कडेंसा कैपिटल ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी कडेंसा मास्टर फंड के माध्यम से समान मूल्य पर समान संख्या में शेयर बेचे।

RIL का AI पर फोकस

अरबपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) आने वाले कुछ सालों में 12 से 15 अरब डॉलर तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में निवेश कर सकती है। यह जानकारी मॉर्गन स्टैनली की अक्टूबर 2025 की एक रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस निवेश में 1 गीगावॉट क्षमता वाला एक बड़ा डेटा सेंटर भी शामिल हो सकता है।

अंबानी ने अगस्त में हुई कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) में AI सेक्टर में बड़े पैमाने पर उतरने की घोषणा की थी। इसके लिए रिलायंस ने एक नई 100% सहायक कंपनी “रिलायंस इंटेलिजेंस” बनाई है, जो कंपनी की सभी AI पहलों का नेतृत्व करेगी।

मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि रिलायंस हर दशक में खुद को नए रूप में ढालती रही है, और अब AI कंपनी की कहानी को फिर से गढ़ने जा रहा है। AI के जरिए कंपनी अपने ऊर्जा, डिजिटल, उपभोक्ता और मीडिया कारोबारों के बीच तालमेल बनाकर नई वैल्यू तैयार कर सकती है।

RIL और Meta ने मिलाया हाथ

हाल ही में रिलायंस ने Meta (Facebook की मूल कंपनी) के साथ मिलकर Reliance Enterprise Intelligence Ltd (REIL) नाम का नया AI जॉइंट वेंचर शुरू किया है। इसमें कुल ₹855 करोड़ का शुरुआती निवेश किया गया है, जिसमें रिलायंस की हिस्सेदारी 70% और Meta की हिस्सेदारी 30% होगी। यह वेंचर Meta के Llama AI मॉडल्स और रिलायंस के व्यापक बिजनेस नेटवर्क को मिलाकर भारतीय कंपनियों के लिए AI सेवाएं बनाएगा।

इसके अलावा, रिलायंस Google के साथ मिलकर जामनगर में एक नया “क्लाउड रीजन” भी बना रही है। इसमें रिलायंस का इंफ्रास्ट्रक्चर और Google की क्लाउड व AI तकनीक एक साथ काम करेंगे।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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