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  1. Ola Electric में Q1 रिजल्ट के बाद तूफानी तेजी, नुकसान बढ़ने और रेवेन्यू घटने के बावजूद आखिर क्यों हो रही खरीदारी?

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Ola Electric में Q1 रिजल्ट के बाद तूफानी तेजी, नुकसान बढ़ने और रेवेन्यू घटने के बावजूद आखिर क्यों हो रही खरीदारी?

Upstox

3 min read | अपडेटेड July 15, 2025, 11:41 IST

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सारांश

Ola Electric का नेट लॉस अप्रैल-जून तिमाही में 23% बढ़कर ₹428 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 347 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इसके अलावा, कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 49.6 फीसदी घटकर 828 करोड़ रुपये पर आ गया।

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Ola Electric

Ola Electric के शेयर अपने 52-वीक हाई से अब भी करीब 71% नीचे हैं।

Ola Electric Share Price: ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में तिमाही नतीजों के बाद शानदार रैली देखने को मिली। कल यानी सोमवार को यह शेयर करीब 18 फीसदी उछल गया। हालांकि, आज इसमें 3.50 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है। इस समय यह स्टॉक BSE पर 45.57 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर अपने 52-वीक हाई से अब भी करीब 71% नीचे है।

दिलचस्प बात यह है कि कंपनी ने FY26 की पहली तिमाही में ₹428 करोड़ का घाटा दर्ज किया है। वहीं, इसके रेवेन्यू में भी गिरावट देखने को मिली है। इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में एक्शन दिखा। आइए समझते हैं, क्या है इस रैली की वजह।

कैसे रहे Ola Electric के तिमाही नतीजे

ओला इलेक्ट्रिक का नेट लॉस अप्रैल-जून तिमाही में 23% बढ़कर ₹428 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 347 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इसके अलावा, कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 49.6 फीसदी घटकर 828 करोड़ रुपये पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1644 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी कम है।

फिर क्यों भागा Ola Electric का शेयर

हालांकि, पिछली मार्च तिमाही के मुकाबले ओला इलेक्ट्रिक का घाटा कम हुआ, जिससे निवेशकों में खुशी की लहर दौड़ गई। इसके अलावा, कई ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस अपडेट जैसे ऑटो सेगमेंट के मार्जिन में सुधार, जून में EBITDA का पॉजिटिव होना भी ऐसे फैक्टर्स रहे, जिनकी वजह से कंपनी के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है।

निवेशक वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के प्रदर्शन में वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की तुलना में सुधार से खुश हैं। पिछली तिमाही में दर्ज ₹870 करोड़ के मुकाबले यह घाटा कम हुआ है, हालांकि सालाना आधार पर इसमें बढ़ोतरी हुई है। जून तिमाही के दौरान कंपनी का रेवेन्यू ₹828 करोड़ रहा, जो मार्च तिमाही के ₹611 करोड़ से ज्यादा है।

खास बात ये रही कि ऑटोमोटिव सेगमेंट में कंपनी ने जबरदस्त टर्नअराउंड किया है। जून में इस यूनिट ने EBITDA पॉजिटिव हासिल किया और रिकॉर्ड 25.6% का ग्रॉस मार्जिन दिया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये उपलब्धि वर्टिकल इंटीग्रेशन, लागत में अनुशासन (Project 'Lakshya') और Gen‑3 मॉडल्स की बेहतर एफिशिएंसी की वजह से संभव हुई।

गाइडेंस ने भी बढ़ाया निवेशकों का भरोसा

FY26 के लिए ओला इलेक्ट्रिक की गाइडेंस से बाजार का भरोसा और बढ़ा है। कंपनी ने 35–40% ग्रॉस मार्जिन का लक्ष्य रखा है, जिसे PLI स्कीम से मिलने वाले फायदे और Q2 से EBITDA पॉजिटिव बनने की उम्मीद से समर्थन मिल रहा है। कंपनी ने रेयर-अर्थ-फ्री मोटर्स भी लॉन्च की हैं, जिससे लंबी अवधि की सप्लाई चेन की चिंता कम हुई है और लोकल मैन्युफैक्चरिंग को लेकर कंपनी की रणनीति को मजबूती मिली है। Ola को FY26 में 3,25,000 से 3,75,000 वाहनों की बिक्री और ₹4200 - ₹4700 करोड़ की कमाई की उम्मीद है।

Q1 नतीजों के बाद एक बयान में कंपनी ने कहा, "Gen 3 प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के लिए PLI फायदे Q2 से शुरू होंगे, जिससे ग्रॉस मार्जिन 35% - 40% तक पहुंच सकता है और पूरे साल के लिए ऑटो सेगमेंट में 5% से ज्यादा का EBITDA मुनाफा हासिल करने का अनुमान है।"

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।