return to news
  1. Ola Electric Shares: लगा 10% अपर सर्किट, क्यों ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में दिखी इतनी तेजी?

मार्केट न्यूज़

Ola Electric Shares: लगा 10% अपर सर्किट, क्यों ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में दिखी इतनी तेजी?

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 19, 2025, 12:35 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Ola Electric Mobility Ltd. Share Price: ओला इलेक्ट्रिक में आज 10% तक की तेजी देखने को मिली। दरअसल कंपनी ने 18 दिसंबर को फाउंडर की निजी हिस्सेदारी के एक हिस्से के एकमुश्त मुद्रीकरण की पुष्टि की थी।

शेयर सूची

OLAELEC
--
ओला इलेक्ट्रिक

ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में क्यों दिख रही तेजी?

Ola Electric Shares: ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के शेयरों में आज जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। आज ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 10% की तेजी के बाद अपर सर्किट लग गया था। कंपनी ने गुरुवार को फाउंडर की पर्सनल शेयरहोल्डिंग के एक हिस्से के एकमुश्त मुद्रीकरण की पुष्टि की थी। यह मुद्रीकरण प्रमोटर स्तर के लगभग 260 करोड़ रुपये के लोन को पूरी तरह चुकाने के लिए किया गया था। एनएसई पर शेयर 34.38 रुपये के 10% ऊपरी सर्किट बैंड में लॉक हो गए थे। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस ट्रांजैक्शन के परिणामस्वरूप पहले गिरवी रखे गए सभी 3.93% शेयर जारी कर दिए गए हैं, जिससे कंपनी में प्रमोटर की गिरवी शून्य हो गई है। कंपनी ने कहा कि मुद्रीकरण एक सुनियोजित, समयबद्ध प्रक्रिया थी जिसे पूरी तरह से प्रमोटर के व्यक्तिगत स्तर पर किश्तों में एग्जिक्यूट किया गया था।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now
क्या है पूरा मामला?

द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के संस्थापक और प्रमोटर भाविश अग्रवाल ने गुरुवार को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करना जारी रखा और 90.3 करोड़ रुपये मूल्य के 2.83 करोड़ इक्विटी शेयर 31.9 रुपये प्रति शेयर के औसत भाव पर बेचे। यह प्रमोटरों द्वारा शेयरों की बिक्री का लगातार तीसरा सेशन था। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर लगभग 5% की गिरावट के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर 31.26 रुपये पर बंद हुए थे, जबकि ट्रेडिंग वॉल्यूम औसत से अधिक रहा। अग्रवाल ने बुधवार को 142.3 करोड़ रुपये और मंगलवार को 91.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। सितंबर 2025 तक, प्रमोटर ग्रुप के पास ओला इलेक्ट्रिक में 36.78% हिस्सेदारी थी।

ओला इलेक्ट्रिक ने इस बात पर जोर दिया कि इस लेन-देन से प्रमोटर के कंट्रोल में कोई कमी नहीं आई है और कंपनी में संस्थापक के लॉन्ग-टर्म विश्वास में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कंपनी ने आगे कहा कि इस प्रक्रिया का घोषित उद्देश्य प्रमोटर लेवल के लीवरेज को खत्म करना और गिरवी से संबंधित किसी भी तरह के जोखिम को दूर करना था, जिससे अनावश्यक जोखिम और अस्थिरता पैदा हो सकती है, खासकर हाल ही में लिस्टेड कंपनियों के लिए।

इसको लेकर ओला इलेक्ट्रिक ने क्या कहा?

कंपनी ने यह भी क्लियर किया कि हिस्सेदारी बिक्री का ओला इलेक्ट्रिक के ऑपरेशन, गवर्नेंस फ्रेमवर्क या रणनीतिक दिशा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। कंपनी ने कहा कि सभी कार्रवाई प्रमोटर के व्यक्तिगत स्तर पर की गई थी और इसका कंपनी की बैलेंस शीट या व्यावसायिक योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रमोटर की गिरवी पूरी तरह से खत्म होने के बाद, ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि उसका ध्यान पूरी तरह से एग्जिक्यूशन और ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धी, भारत की पहली इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और स्वच्छ ऊर्जा कंपनी बनाने पर केंद्रित है। कंपनी ने कहा कि गिरवी के जोखिम को दूर करने से पारदर्शिता में सुधार होने और शेयरधारकों और बाजार को भविष्य में अधिक स्पष्टता मिलने की उम्मीद है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख