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Ola Electric Q1 Results: नेट लॉस 23% बढ़कर ₹428 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू में भी 50% की गिरावट

Upstox

3 min read | अपडेटेड July 14, 2025, 11:54 IST

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सारांश

Ola Electric: जून तिमाही के दौरान ओला इलेक्ट्रिक के रेवेन्यू को भी झटका लगा है। इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 49.6 फीसदी घटकर 828 करोड़ रुपये पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1644 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी कम है।

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Ola Electric

Ola Electric Q1: अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस सालाना आधार पर 23 फीसदी बढ़कर 428 करोड़ रुपये हो गया।

Ola Electric Q1 Results: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने आज 14 जुलाई को FY26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस सालाना आधार पर 23 फीसदी बढ़कर 428 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 347 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज शानदार तेजी आई है। यह शेयर BSE पर 5.47 फीसदी उछलकर 42 रुपये प्रति शेयर के भाव पर ट्रेड कर रहा है।

Ola Electric का रेवेन्यू 50% घटा

जून तिमाही के दौरान ओला इलेक्ट्रिक के रेवेन्यू को भी झटका लगा है। इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 49.6 फीसदी घटकर 828 करोड़ रुपये पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1644 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी कम है।

कंपनी अपने कुल खर्चों को सालाना आधार पर 42.4% घटाकर 1,065 करोड़ रुपये करने में सफल रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,849 करोड़ रुपये था। इस बीच, कंपनी का ग्रॉस मार्जिन घटकर 214 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 303 करोड़ रुपये से 29.4 फीसदी कम है। EBITDA नेगेटिव 237 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह नेगेटिव 205 करोड़ रुपये था।

कैसे रहे Ola Electric के तिमाही नतीजे

वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में EBITDA मार्जिन भी -28.6% रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह -12.5% था। ओला इलेक्ट्रिक ने यह भी बताया कि उसके कॉस्ट-रिडक्शन प्रोग्राम, Lakshya ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में ऑटो ऑपरेटिंग खर्च (opex) को 178 करोड़ रुपये प्रति माह से घटाकर 105 करोड़ रुपये प्रति माह करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। कंसोलिडेटेड opex अब 150 करोड़ रुपये प्रति माह है।

कंपनी के ऑटो EBITDA में सुधार हुआ है और यह -11.6% हो गया है, जबकि कंसोलिडेटेड EBITDA चौथी तिमाही के -113.9% से बढ़कर -28.6% हो गया है। कंपनी ने कहा कि आने वाली तिमाहियों में परिचालन व्यय को और बेहतर बनाने की गुंजाइश है, और वित्त वर्ष 26 तक इसे घटाकर 130 करोड़ रुपये प्रति माह करने का लक्ष्य है। अगर कारोबार दोगुना भी हो जाए, तो भी FY26 के अंत तक कंसोलिडेटेड ऑपेक्स लगभग 150 करोड़ रुपये प्रति माह रहने की उम्मीद है।

ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि नए लॉन्च को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, थर्ड जनरेशन के स्कूटर्स की अच्छी मांग रही है। बाइक्स में लोगों की रुचि बढ़ रही है और MoveOS+ की बिक्री से हाई-मार्जिन रेवेन्यू प्राप्त हो रहा है। ओला ने यह भी कहा कि वह रेयर अर्थ मैग्नेट और ABS जैसे रिस्क के लिए इन-हाउस सॉल्यूशन तैयार कर रही है।

ओला इलेक्ट्रिक की सबसे अहम तकनीकी प्रगति में से एक 4680 भारत सेल का इन-हाउस प्रोडक्शन है, जो इस नवरात्रि से वाहनों को ऊर्जा प्रदान करना शुरू कर देगा। कंपनी ने हेवी रेयर अर्थ (HRE)-फ्री मोटर्स का भी सफलतापूर्वक विकास किया है, जिनका उत्पादन वित्त वर्ष 26 की तीसरी तिमाही में शुरू होने वाला है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।