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  1. दिवाली के महीने में किस रफ्तार से भागता है निफ्टी का Bull? 7 सालों का इतिहास देख समझ आ जाएगी 21 अक्टूबर की स्ट्रेटजी

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दिवाली के महीने में किस रफ्तार से भागता है निफ्टी का Bull? 7 सालों का इतिहास देख समझ आ जाएगी 21 अक्टूबर की स्ट्रेटजी

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड October 14, 2025, 14:40 IST

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सारांश

पिछले 7 सालों का डेटा बताता है कि दिवाली का महीना अक्सर शेयर बाजार के लिए शुभ रहा है। 7 में से 5 बार निफ्टी ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है। हालांकि, 2021 और 2024 में निवेशकों को निराशा भी हाथ लगी। इस साल का हाल कैसा हो सकता है? चलिए समझ लेते हैं।

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निफ्टी ने 2020 के दिवाली महीने में 11.4% का शानदार रिटर्न दिया था।

दिवाली... यानी रोशनी, उत्साह और समृद्धि का त्योहार। घरों में लक्ष्मी के आगमन की तैयारी होती है और इसी शुभ माहौल के बीच दलाल स्ट्रीट पर भी एक खास उम्मीद जगती है। निवेशक मानते हैं कि दिवाली का महीना बाजार के लिए भी 'शुभ' होता है और निफ्टी का 'बुल' इस दौरान सरपट दौड़ता है। लेकिन क्या यह धारणा वाकई सच है? क्या हर दिवाली पर बाजार निवेशकों को तोहफा देता है? कैपिटलमाइंड रिसर्च के डेटा में पिछले 7 सालों के आंकड़े इस कहानी के दिलचस्प उतार-चढ़ाव को बयां करते हैं।

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पिछले 7 सालों का रिपोर्ट कार्ड

नवंबर 2018: निफ्टी ने +4.7% का सॉलिड रिटर्न दिया।
अक्टूबर 2019: तेजी का सिलसिला जारी रहा और +3.7% का रिटर्न मिला।
नवंबर 2020: यह साल असाधारण था! बाजार ने +11.4% का तूफानी रिटर्न देकर निवेशकों को मालामाल कर दिया।
नवंबर 2021: यहां कहानी में ट्विस्ट आया और बाजार ने -3.8% का निगेटिव रिटर्न देकर चौंका दिया।
अक्टूबर 2022: बाजार ने फिर वापसी की और +5.5% की बढ़त दर्ज की।
नवंबर 2023: एक और मजबूत साल, जिसमें निफ्टी +5.6% चढ़ा।
अक्टूबर 2024: पिछले साल दिवाली का महीना निवेशकों के लिए फीका रहा और बाजार -6.1% टूट गया। हालांकि इस महीने अब तक निफ्टी-50 1.1 फीसदी मजबूत हो चुका है।

क्या कहते हैं ये आंकड़े?

ये आंकड़े एक साफ तस्वीर पेश करते हैं कि दिवाली का महीना ज्यादातर समय बाजार के लिए अच्छा रहा है। पिछले 7 सालों में से 5 बार निफ्टी ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है, जो इस धारणा को और मजबूत करता है कि फेस्टिव सेंटिमेंट बाजार को ऊपर ले जाता है। 2020 का 11.4% का रिटर्न इस बात का सबूत है कि जब माहौल पॉजिटिव हो, तो बाजार सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है।

लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू भी है। 2021 और 2024 में बाजार ने गोता लगाया। यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि सिर्फ त्योहारी भावना ही बाजार की दिशा तय नहीं करती। ग्लोबल सेंटीमेंट, महंगाई, ब्याज दरें और जियो-पॉलिटिकल टेंशन जैसे मुद्दे त्योहारी चमक को फीका कर सकते हैं। 2024 में 6.1% की गिरावट यह याद दिलाती है कि निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

क्या इस बार बुल्स दिखाएंगे दम?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस अक्टूबर महीने के आखिरी तक बाजार अच्छा रिटर्न देगा? ऐतिहासिक डेटा निश्चित रूप से उम्मीद जगाता है। 7 में से 5 बार की जीत 'बुल्स' के पक्ष में झुकाव दिखाती है। बाजार के जानकार मानते हैं कि अच्छे मानसून, कंपनियों के ठीक-ठाक नतीजे और त्योहारी मांग मिलकर एक पॉजिटिव माहौल बना सकते हैं। 1 अक्तूबर से लेकर आज यानी 14 अक्तूबर तक निफ्टी 1 फीसदी मजबूत हो चुका है। अभी आधा महीना बचा हुआ है।

गाजा में शांति पर जो सहमति बनी है। यह ग्लोबल सेंटीमेंट को थोड़ा ठीक कर सकते हैं। लेकिन इसका असर बाजार में इस महीने में दिखेगा या नहीं। इसका सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है। लेकिन फिर भी बाजार अभी जहां पर है, वहां से आप लॉन्ग टर्म के इरादे से निवेश करते हैं तो आप बढ़िया रिटर्न बना सकते हैं। क्योंकि बाजार जब अपना हाई तोड़ेगा तो फिर से नया हाई बनाएगा। इसका फायदा सिर्फ उन चंद निवेशकों को होगा, जो पहले से पोजिशन लेकर बैठे होंगे। यानी आप इस मौके का फायदा मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन उठा सकते हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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