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SEBI ने Jane Street को इंडियन मार्केट से किया बैन, गलत तरीके से मुनाफा कमाने का आरोप, ₹4843 करोड़ जब्त करने के आदेश

Upstox

2 min read | अपडेटेड July 04, 2025, 09:04 IST

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सारांश

Jane Street पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर भारत के बेंचमार्क Nifty 50 इंडेक्स को आर्टिफिशियल तरीके से प्रभावित करने के लिए कई रणनीतियों का इस्तेमाल किया, ताकि इंडेक्स ऑप्शन में काफी बड़ी पोजीशन से लाभ कमाया जा सके। Nifty 50 इंडेक्स में देश की टॉप 50 कंपनियां शामिल हैं।

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SEBI ने यह निर्णय भारत के रिटेल इनवेस्टर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया है।

Jane Street Curbed in India Markets: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ग्रुप (Jane Street) को इंडियन सिक्योरिटी मार्केट में ट्रेडिंग से रोक दिया है। सेबी ने निफ्टी 50 में हेराफेरी के दावों के बीच आज 4 जुलाई को अपनी वेबसाइट पर यह आदेश जारी किया।
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माना जा रहा है कि सेबी ने यह निर्णय भारत के रिटेल इनवेस्टर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया है। इसके साथ ही सेबी ने जेन स्ट्रीट ग्रुप से करीब 4843 करोड़ रुपये जब्त करने का अंतरिम आदेश भी दिया है।

क्या है Jane Street पर आरोप?

जेन स्ट्रीट ग्रुप पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर भारत के बेंचमार्क Nifty 50 इंडेक्स को आर्टिफिशियल तरीके से प्रभावित करने के लिए कई रणनीतियों का इस्तेमाल किया, ताकि इंडेक्स ऑप्शन में काफी बड़ी पोजीशन से लाभ कमाया जा सके। Nifty 50 इंडेक्स में देश की टॉप 50 कंपनियां शामिल हैं।

SEBI ने आदेश में क्या कहा?

सेबी के आदेश में कहा गया है कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म की “एंटिटीज को सिक्योरिटी मार्केट में एंट्री करने से रोका जाता है और उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज को खरीदने, बेचने या लेनदेन करने से भी प्रतिबंधित किया जाता है।”

सेबी ने कहा कि फरवरी 2025 में फर्म को “स्पष्ट एडवाइजरी” जारी किए जाने के बाद भी हेरफेर करने वाले ट्रेडिंग के मामले सामने आते रहे। सेबी के आदेश के मुताबिक बैंकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि जेन स्ट्रीट की एंटिटीज द्वारा ज्वाइंट या व्यक्तिगत रूप से रखे गए अकाउंट्स में सेबी की अनुमति के बिना कोई डेबिट न किया जाए।

SEBI ने पहले भी जताई थी चिंता

भारतीय नियामक (SEBI) ने पहले ही कुछ तरीकों को लेकर चिंता जताई थी, जैसे कि एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग। सितंबर 2024 की एक रिपोर्ट में SEBI ने कहा कि प्रोप्रायटरी ट्रेडर्स और फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (विदेशी निवेशक) ने वित्त वर्ष 2024 में इस तरीके से 610 अरब रुपये का मुनाफा कमाया। वहीं, इस दौरान रिटेल निवेशकों और बाकी मार्केट पार्टिसिपेंट्स को उतना ही नुकसान हुआ।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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