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IREDA QIP: इन्वेस्टर्स को नहीं भाया इरेडा का यह फैसला, शेयरों में दिखी गिरावट

Upstox

2 min read | अपडेटेड June 06, 2025, 12:14 IST

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सारांश

IREDA QIP: कंपनी इसके जरिए करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। हालांकि यह फैसला इन्वेस्टर्स को कुछ खास पसंद नहीं आया। इरेडा के इस फैसले के बाद आज शेयर मार्केट में शेयर प्राइस .50% से ज्यादा नीचे गिरे और 175 के आस-पास ट्रेड हो रहे हैं।

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QIP

इरेडा के QIP फैसले से क्या निराश हैं इन्वेस्टर्स?

पब्लिक सेक्टर की Indian Renewable Energy Development Agency Ltd. (IREDA, इरेडा) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Qualified Institutional Placement (QIP) यानी कि पात्र संस्थागत नियोजन निर्गम के लिए आधार मूल्य 173.83 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया है। कंपनी इसके जरिये करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। हालांकि यह फैसला इन्वेस्टर्स को कुछ खास पसंद नहीं आया। इरेडा के इस फैसले के बाद आज शेयर मार्केट में शेयर प्राइस .50% से ज्यादा नीचे गिरे और 175 के आस-पास ट्रेड हो रहे हैं।

इरेडा के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस साल जनवरी में 5,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए क्यूआईपी को मंजूरी दी थी। इसके बाद, फरवरी में कंपनी के शेयरधारकों ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इरेडा ने गुरुवार को शेयर मार्केट को दी सूचना में कहा, ‘बोर्ड ने 23 जनवरी को आयोजित अपनी बैठक में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के अनुमोदन और 24 फरवरी को पारित एक विशेष प्रस्ताव के जरिए कंपनी के शेयरधारकों के अनुमोदन के बाद अपनी बैठक में पात्र संस्थागत खरीदारों के लिए 5 जून, 2025 को प्रस्तावित निर्गम को खोलने के लिए अधिकृत करने को मंजूरी दे दी है।’

इसके अलावा, बोर्ड ने कहा कि उसने इस निर्गम के लिए आधार मूल्य को मंजूरी दे दी है, जो सेबी के आईसीडीआर (पूंजी निर्गम और खुलासा आवश्यकताएं) नियमों के तहत निर्धारित मूल्य निर्धारण फॉर्मूले के आधार पर 173.83 रुपये प्रति इक्विटी शेयर है। बोर्ड ने क्यूआईपी के संबंध में प्रारंभिक नियोजन दस्तावेज और आवेदन पत्र के मसौदे को भी मंजूरी दे दी है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह शेयरधारकों की मंजूरी के अनुरूप न्यूनतम मूल्य पर 5% तक की छूट दे सकती है।

क्या है QIP?

क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) लिस्टेड कंपनियों के लिए कैपिटल जुटाने का एक तरीका है। इसमें कैपिटल जुटाने के लिए कंपनियों को मार्केट नियामकों को कानूनी पेपरवर्क जमा नहीं करना पड़ता है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट भारत और दूसरे साउथ ईस्ट एशियाई देशों में काफी आम है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने विदेशी पूंजी संसाधनों पर कंपनियों की निर्भरता दूर करने के लिए नियम बनाया हुआ है।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।