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4 min read | अपडेटेड May 21, 2025, 07:10 IST
सारांश
IndusInd बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम में सालाना 1% की मामूली गिरावट आई, जो Q3FY25 में 5228 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा, बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) सालाना 36 बेसिस प्वॉइंट्स घटकर 3.93% हो गया।
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IndusInd Bank Q4 नतीजे कैसे हो सकते हैं, समझें 6 पॉइंट्स में
IndusInd Bank Q4 Preview: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक FY25 की चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा के लिए तैयार है। तिमाही नतीजों से पहले बीते 20 मई को बैंक के शेयरों में 0.26 फीसदी की मामूली गिरावट आई और यह स्टॉक BSE पर 782 रुपये के भाव पर बंद हुआ। बैंक का मार्केट कैप 60,922.06 करोड़ रुपये है। इस शेयर का 52-वीक हाई 1,550 रुपये और 52-वीक लो 605.40 रुपये है।
इंडसइंड बैंक लिमिटेड ने घोषणा की है कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक बुधवार, 21 मई को होगी, जिसमें 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही और वित्तीय वर्ष के नतीजे जारी किए जाएंगे। स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी गई फाइलिंग में बैंक ने कहा कि बोर्ड कंसोलिडेटेड और स्टैंडअलोन दोनों नतीजों की समीक्षा करेगा। एजेंडे में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए डिविडेंड, यदि कोई हो, की सिफारिश भी शामिल है।
इंडसइंड बैंक पहले से ही अकाउंटिंग गड़बड़ियों और सीनियर अधिकारियों के इस्तीफों को लेकर चर्चा में है। इसका असर बैंक के प्रदर्शन पर दिखने की संभावना है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक इंडसइंड बैंक मार्च तिमाही में कमजोर नतीजे पेश कर सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 4.5% की गिरावट होने की संभावना है। Q4FY25 में यह घटकर ₹5132 करोड़ हो सकती है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में ₹5376 करोड़ थी।
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बैंक को Q4FY25 में ₹304 करोड़ का शुद्ध घाटा हो सकता है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में ₹2,347 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का अनुमान है कि बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 67 बेसिस पॉइंट्स घटकर 3.6% हो सकती है, जबकि पिछले साल यह 4.3% थी। CLSA ने बताया कि हाल की ऑडिट रिपोर्ट से पता चला कि बैंक ने NIM को ज्यादा दिखाया था, असल में वह 17 बेसिस पॉइंट्स कम थी।
बैंक के लोन लॉस प्रोविजन 155% बढ़कर ₹2300 करोड़ हो सकते हैं। इसकी बड़ी वजह माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में नई दिक्कतें हैं। ज्यादा प्रावधान के चलते बैंक की एसेट क्वालिटी में भी गिरावट दिख सकती है।
निवेशकों की नजर बैंक डिपॉजिट की स्थिति, फंड की लागत, डेरिवेटिव्स से जुड़ी गड़बड़ियों का असर और माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो की स्थिति पर होगी।
बैंक ने हाल ही में बताया कि ₹674 करोड़ की रकम गलती से ब्याज आय में जोड़ दी गई थी। इसके पहले 10 मार्च को बैंक ने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ी मानी थी, जिससे इसकी नेटवर्थ पर 2.35% तक असर पड़ सकता है।
पिछली अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में इंडसइंड बैंक ने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में सालाना 39% की गिरावट दर्ज की, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 2,301.49 करोड़ रुपये से घटकर 1,402.33 करोड़ रुपये रह गया।
बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम में सालाना 1% की मामूली गिरावट आई, जो Q3FY25 में 5228 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा, बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) सालाना 36 बेसिस प्वॉइंट्स घटकर 3.93% हो गया।
लगातार विवादों के बीच IndusInd Bank के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 6 फीसदी टूट गया। पिछले 6 महीने में इसमें 20 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 44 फीसदी का नुकसान हुआ है। _ (डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।) _
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