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  1. ICICI का 'नया घोड़ा' दौड़ने को तैयार, 12 दिसंबर से खुलेगा IPO, पैसा लगाने से पहले जान लें ये 5 बड़ी बातें

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ICICI का 'नया घोड़ा' दौड़ने को तैयार, 12 दिसंबर से खुलेगा IPO, पैसा लगाने से पहले जान लें ये 5 बड़ी बातें

विकास तिवारी

4 min read | अपडेटेड December 09, 2025, 12:24 IST

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सारांश

बाजार में आईसीआईसीआई ग्रुप की पांचवीं कंपनी लिस्ट होने जा रही है। 10,600 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में कोई फ्रेश इश्यू नहीं है, यह पूरी तरह ऑफर फॉर सेल है। कंपनी की वैल्यूएशन 1.07 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। अगर आप भी इसमें पैसे लगाने की सोच रहे हैं, तो लॉट साइज, कोटे और रिस्क के बारे में यहां सबकुछ समझ लें।

ICICI Prudential AMC is a leading asset management company (AMC) in the country. | Image: Gemini/LinkedIn@ICICI Prudential AMC

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी का आईपीओ 12 दिसंबर को खुलेगा।

शेयर बाजार में एक बार फिर हलचल मचने वाली है क्योंकि देश का दूसरा सबसे बड़ा फंड हाउस अपना आईपीओ लेकर आ रहा है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) का आईपीओ 12 दिसंबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। यह आईसीआईसीआई समूह की पांचवीं कंपनी होगी जो शेयर बाजार में लिस्ट होगी। इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (अब डीलिस्टेड) बाजार में आ चुके हैं। अगर आप भी इस आईपीओ में पैसा लगाने का मन बना रहे हैं, तो चेक बुक निकालने से पहले आपको इस इश्यू से जुड़ी पांच सबसे अहम बातें जरूर जान लेनी चाहिए।

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1. तारीख और प्राइस बैंड का गणित

सबसे पहले तारीखें नोट कर लें। यह आईपीओ आम निवेशकों के लिए 12 दिसंबर को खुलेगा और 16 दिसंबर 2025 तक खुला रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए बोली 11 दिसंबर को ही खुल जाएगी। कंपनी ने इस आईपीओ का प्राइस बैंड 2,061 रुपये से 2,165 रुपये प्रति शेयर तय किया है। एक रिटेल निवेशक को कम से कम 6 शेयरों का एक लॉट खरीदना होगा। यानी अगर आप अपर प्राइस बैंड पर बोली लगाते हैं, तो आपको कम से कम 12,990 रुपये का निवेश करना होगा। रिटेल निवेशक ज्यादा से ज्यादा 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं।

2. पूरा पैसा बेचने वालों की जेब में जाएगा?

निवेशकों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि यह आईपीओ पूरी तरह से 'ऑफर फॉर सेल' (OFS) है। इसका मतलब है कि आईपीओ से जुटाया गया 10,600 करोड़ रुपये का पूरा पैसा कंपनी के कामकाज या विस्तार में नहीं लगेगा। यह पैसा कंपनी के प्रमोटर यानी 'प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स' (यूके) के पास जाएगा जो अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। आईसीआईसीआई बैंक इस आईपीओ में अपना कोई भी शेयर नहीं बेच रहा है, बल्कि बैंक तो कंपनी में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए अलग से हिस्सेदारी खरीद रहा है।

3. आईसीआईसीआई बैंक के शेयरधारकों के लिए है मौका?

अगर आपके पास आईसीआईसीआई बैंक के शेयर पहले से हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। इस आईपीओ में आईसीआईसीआई बैंक के शेयरधारकों के लिए एक अलग कोटा या रिजर्वेशन रखा गया है। रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (RHP) फाइल करने की तारीख तक जिन लोगों के पास बैंक के शेयर थे, वे इस कोटे के तहत आवेदन कर सकते हैं। अक्सर शेयरहोल्डर कोटे में अलॉटमेंट मिलने के चांस सामान्य रिटेल कैटेगरी से थोड़े बेहतर होते हैं। इसके अलावा रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है।

4. कंपनी की हाल क्या है?

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी देश का दूसरा सबसे बड़ा फंड हाउस है, जिसका औसत एयूएम (AUM) 10.87 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। वित्तीय मोर्चे पर कंपनी मजबूत दिख रही है। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में कंपनी ने 1,618 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 22 फीसदी ज्यादा है। इस आईपीओ के प्राइस बैंड के हिसाब से कंपनी की कुल वैल्यू 1.07 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। यह वैल्यूएशन इसे एचडीएफसी एएमसी के बाद दूसरी सबसे मूल्यवान लिस्टेड एएमसी बनाती है।

5. ग्रे मार्केट में क्या चल रहा है भाव

आईपीओ खुलने से पहले ग्रे मार्केट के नंबरों में थोड़ा बदलाव आया है। 9 दिसंबर 2025 की सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक के अपडेट के मुताबिक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी का जीएमपी (GMP) 105 रुपये चल रहा है। अगर हम 2,165 रुपये के अपर प्राइस बैंड में आज के जीएमपी को जोड़ दें, तो शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत 2,270 रुपये के आसपास बैठती है। इस हिसाब से देखें तो निवेशकों को प्रति शेयर करीब 4.85 फीसदी का मुनाफा या लिस्टिंग गेन मिलने की उम्मीद है। यह संकेत देता है कि लिस्टिंग पर बहुत भारी उछाल शायद न मिले, लेकिन सकारात्मक शुरुआत की संभावना बनी हुई है।

डिस्क्लेमरः जीएमपी एक अनौपचारिक इंडिकेटर है जो गैर-सूचीबद्ध शेयर ट्रेडिंग से हासिल होता है और मौजूदा मार्केट सेंटीमेंट को दर्शाता है। यह अस्थिर है और सेबी द्वारा विनियमित नहीं है, वास्तविक लिस्टिंग प्राइस फाइनल डिमांड, बाजार की स्थितियों और वैश्विक संकेतों के आधार पर अलग हो सकते हैं। पूर्वानुमानों की गणना ऊपरी मूल्य बैंड + जीएमपी के रूप में की जाती है।
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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