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3 min read | अपडेटेड January 15, 2025, 08:59 IST
सारांश
Sat Kartar Shopping IPO: पब्लिक सब्सक्रिप्शन के दौरान कंपनी के शेयर्स पर निवेशकों ने 332 गुना बोली लगाई थी। इसकी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग 17 जनवरी को हो सकती है।
सब्सक्रिप्शन के दौरान दिखा था निवेशकों का बंपर इंटरेस्ट
आयुर्वेद स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली कंपनी Sat Kartar Shopping का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो चुका है। बुधवार, 15 जनवरी को इसके शेयर्स का अलॉटमेंट फाइनल हो जाएगा। जिन निवेशकों ने इसके शेयर्स पर बोली लगाई थी, उनकी बोली सफल होने पर उन्हें मेसेज और ईमेल पर जानकारी मिल जाएगी। शेयर्स का फाइनल अलॉटमेंट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और ऑफिशल रजिस्ट्रार Skyline Financial Services की वेबसाइट पर भी चेक किया जा सकता है।
पब्लिक सब्सक्रिप्शन के दौरान कंपनी के शेयर्स पर निवेशकों का बंपर रिस्पॉन्स देखने को मिला। इस पर आखिरी दिन तक 332 गुना बुकिंग हो चुकी थी जिसमें सबसे आगे रहे गैर-संस्थागत निवेशक। इसमें 808.5 गुना बुकिंग हुई। वहीं, खुदरा निवेशकों ने अपने कोटा पर करीब 250 गुना बोली लगाई जबकि योग्य-संस्थागत निवेशकों ने 124.5 गुना बोली लगाई।
-अपने यूजरनेम और पासवर्ड से लॉग-इन करें। नए यूजर पहले रजिस्टर करें।
-Sat Kartar Shopping Limited को सिलेक्ट करें।
-अपना PAN वेरिफाई करें।
-अपना आईपीओ ऐप्लिकेशन नंबर एंटर करें।
-सबमिट पर क्लिक करें।
-'चेक ऐप्लिकेशन स्टेटस' ड्रॉपडाउन से Sat Kartar Shopping Ltd सिलेक्ट करें।
-DP ID/ क्लाइंट ID, ऐप्लिकेशन नंबर या PAN सिलेक्ट करें।
-अपनी डीटेल्स एंटर करें।
-'सर्च' पर क्लिक करके अपना अलॉटमेंट स्टेटस चेक करें।
Sat Kartar Shopping IPO में नए इक्विटी शेयर्स की सेल हो रही है और कोई ऑफर-फॉर-सेल का हिस्सा नहीं है। यानी आईपीओ से आने वाला कैपिटल कंपनी को मिलेगा, प्रमोटर्स को नहीं। इस आईपीओ में 41.73 लाख नए शेयर्स ऑफर पर हैं।
इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड ₹77-₹81 प्रति शेयर की कीमत तय की गई है। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश की सीमा 1600 शेयर्स की है जिसकी कुल कीमत ₹1,29,600 है। कंपनी शुक्रवार, 17 जनवरी को NSE के SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने की उम्मीद है।
Sat Kartar Shopping का प्लान आईपीओ से आने वाले कैपिटल का इस्तेमाल कंपनी के विस्तार के लिए देश-विदेश में अधिग्रहण करने का है। कैपिटल के एक हिस्से को मार्केटिंग और अडवर्टाइजिंग में लगाया जाएगा। इससे कैपिटल खर्चों को भी पूरा किया जाएगा। इनके अलावा टेक्नॉलजी को अपग्रेड करने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में भी लगाया जाएगा।
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