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HDB Financial Services IPO: आखिरी दिन तक 16.69 गुना सब्सक्राइब, QIB समेत सभी कैटेगरी में तगड़ा रिस्पॉन्स

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड June 27, 2025, 18:12 IST

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सारांश

HDB Financial Services ने इश्यू के लिए ₹700-740 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। कंपनी पब्लिक इश्यू के जरिए 12500 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह मेनबोर्ड इश्यू है, जिसके शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज एक अपर लेयर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है।

HDB Financial Services IPO

HDB Financial Services IPO: इसमें सबसे ज्यादा दांव क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने लगाया है।

HDB Financial Services IPO subscription status: HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ में आज 27 जून को निवेश का आखिरी दिन था। इस आईपीओ को निवेशकों की मजबूत प्रतिक्रिया मिली। यह कुल 16.69 गुना सब्सक्राइब हो गया है। इसे 217.67 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई जबकि ऑफर पर 13.04 करोड़ शेयर थे। इसमें सबसे ज्यादा दांव क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने लगाया है।

HDB Financial Services IPO के सब्सक्रिप्शन आंकड़े

  • क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशलन बायर्स (QIB)- 55.47 गुना
  • नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII)- 9.99 गुना
  • रिटेल इनवेस्टर्स - 1.41 गुना
  • एम्प्लॉयी रिजर्व- 5.72 गुना
  • टोटल- 16.69 गुना
  • (BSE, 27 Jun 2025 | 06:06:00 PM)

HDB Financial Services IPO के बारे में

कंपनी ने इश्यू के लिए ₹700-740 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। कंपनी पब्लिक इश्यू के जरिए 12500 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह मेनबोर्ड इश्यू है, जिसके शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज एक अपर लेयर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। इसकी पैरेंट कंपनी HDFC Bank है, जो देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है।

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ के तहत 2500 करोड़ रुपये के 3.37 करोड़ नए शेयर जारी कि गए हैं। इसके अलावा, 10000 करोड़ रुपये के 13.51 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की गई। OFS में HDFC Bank शेयरों की बिक्री कर रही है, जिसके पास कंपनी में कुल 94.3 फीसदी हिस्सेदारी है।

HDB Financial कहां करेगी फंड का इस्तेमाल

HDB फाइनेंशियल ने आईपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल अपने टियर-1 कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए करने की योजना बनाई है, ताकि कंपनी की भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सके, जिसमें आगे उधार देना भी शामिल है।

HDB Financial की लिस्टिंग क्यों है जरूरी?

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज की लिस्टिंग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक आदेश के चलते जरूरी है। इस आदेश के मुताबिक अपर लेयर में आने वाली सभी NBFC को 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। HDB फाइनेंशियल RBI के अक्टूबर 2022 के सर्कुलर के अनुसार NBFC की "अपर लेयर" कैटेगरी में आती है।

HDB Financial का बिजनेस

एचडीबी फाइनेंशियल 1,680 शाखाओं के माध्यम से संचालित होता है और इसके पास प्रबंधन के तहत विविध परिसंपत्ति (एयूएम) मिश्रण है, जिसमें खुदरा और एसएमई ऋण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसके सबसे बड़े ऋण खंडों में वाहन वित्त और संपत्ति के खिलाफ ऋण शामिल हैं।

HDB Financial Services एक बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है जो पूरे भारत में 1,680 शाखाओं के माध्यम से काम करती है। इसका कारोबार मुख्य रूप से रिटेल और SME (छोटे और मध्यम व्यापारों) को लोन देने पर केंद्रित है। इसके सबसे बड़े लोन सेगमेंट में व्हीकल फाइनेंस (गाड़ी के लिए लोन) और लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (जमीन/मकान के बदले लोन) शामिल हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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