मार्केट न्यूज़
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4 min read | अपडेटेड December 01, 2025, 09:07 IST
सारांश
Gold Rate 1 Dec: सोने की कीमतों में लगातार चौथे महीने तेजी देखने को मिली है। एमसीएक्स पर सोना 1,29,599 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। अमेरिका में ब्याज दरें घटने की उम्मीद और भारत में शादियों के सीजन के कारण मांग बढी है। जानकारों का मानना है कि सोना जल्द ही नया रिकॉर्ड बना सकता है।

सोने में गिरावट और चांदी में तेजी देखने को मिली है।
Gold Rate 1 Dec: एमसीएक्स बुलियन मार्केट में सोमवार सुबह जोरदार तेजी देखने को मिली। सोना 1 दिसंबर 2025 को 0.63% की बढ़त के साथ ₹1,27,683 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि दिन का ऊपरी लेवल ₹1,27,895 तक रहा। वहीं चांदी में तगड़ी खरीदारी दर्ज हुई और यह 1.47% उछलकर ₹1,74,168 प्रति किलो पर पहुंच गई। खास बात यह रही कि सिल्वर ने आज ट्रेडिंग के दौरान ₹1,74,400 का नया लाइफटाइम हाई छू लिया। तेजी के इस रुझान के बीच बुलियन मार्केट में मजबूत ग्लोबल सेंटिमेंट और सुरक्षित निवेश की मांग बने रहने की संभावना जताई जा रही है।
पिछले हफ्ते भारत और दुनिया भर के बाजारों में सोने की जमकर खरीदारी हुई, जिसके चलते एमसीएक्स पर सोने के भाव लगातार चौथे महीने बढत के साथ बंद हुए। फरवरी 2026 की एक्सपायरी वाला सोना एमसीएक्स पर शुक्रवार को 1,932 रुपये यानी 1.51% की तेजी के साथ 1,29,599 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह भाव अपने अब तक के सबसे उच्चतम स्तर से केवल 2,700 रुपये दूर है। याद रहे कि 17 अक्टूबर 2025 को सोने ने 1,32,294 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाया था। इस तेजी के पीछे अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और भारत में शादियों का सीजन मुख्य वजह है।
कमोडिटी बाजार के जानकारों का कहना है कि दुनिया भर के बाजारों में सोने का रुझान ऊपर की तरफ बना हुआ है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अगले महीने होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की संभावना 87% तक पहुंच गई है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर में गिरावट और डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की वजह से पैदा हुई राजनीतिक अनिश्चितता भी सोने की कीमतों को सहारा दे रही है। एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा ने मिंट को बताया कि फेड अधिकारियों के बयानों ने दिसंबर में ब्याज दर घटने की उम्मीदों को और पक्का कर दिया है, जिससे कीमती धातुओं में तेजी का माहौल बना है।
सुगंधा सचदेवा ने आगे बताया कि अमेरिका के आर्थिक आंकड़े मिले-जुले रहे हैं। वहां नौकरी का बाजार तो मजबूत दिख रहा है, लेकिन खुदरा बिक्री और उपभोक्ताओं का भरोसा थोड़ा कमजोर पड़ा है। साथ ही उत्पादक मूल्य सूचकांक यानी पीपीआई ने स्थिर महंगाई दर दिखाई है, जिससे फेड के लिए ब्याज दर घटाने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के काम करने के तरीके का असर अमेरिकी करेंसी पर भी पड़ रहा है। ट्रंप द्वारा तीसरे विश्व के देशों से आप्रवासन रोकने और गैर-नागरिकों के लिए संघीय लाभ वापस लेने की घोषणाओं ने अनिश्चितता को बढा दिया है। इसका सीधा फायदा सोने को मिला है क्योंकि डॉलर इंडेक्स 100 के स्तर से ऊपर टिकने के लिए संघर्ष कर रहा है।
घरेलू बाजार में सोने की कीमतों को सहारा देने वाली सबसे बड़ी वजह शादियों का सीजन है। विशेषज्ञों के मुताबिक नवंबर की शुरुआत से लेकर दिसंबर 2025 के मध्य तक भारत में लगभग 45 से 50 लाख शादियां होनी हैं। यह वह समय होता है जब पारंपरिक रूप से सोने की खरीदारी सबसे ज्यादा होती है। इसके अलावा भारत के इंपोर्ट यानी आयात में भी भारी बढोतरी हुई है। अक्टूबर 2025 में सोने का आयात करीब 200% बढकर रिकॉर्ड 14.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं चांदी का आयात भी 528% की भारी छलांग लगाकर 2.72 अरब डॉलर हो गया है।
वीटी मार्केट्स के रॉस मैक्सवेल का कहना है कि भारत और यूएई के बीच सीईपीए वार्ता से बड़े ज्वैलर्स को फायदा हो सकता है। इसका मकसद संगठित आपूर्ति को बढाना है ताकि घरेलू प्रीमियम को काबू में रखा जा सके। निवेश के नजरिए से मैक्सवेल का मानना है कि सोने में अभी भी सुरक्षा के लिहाज से अच्छी मांग बनी हुई है। गिरावट पर खरीदारी करना सबसे सुरक्षित रणनीति मानी जा रही है।
घरेलू बाजार में अगर भाव 1,30,000 रुपये के ऊपर टिकते हैं तो यह 1,34,000 रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर को भी छू सकते हैं। फिलहाल दिल्ली में सोने का भाव 1,27,130 रुपये प्रति 10 ग्राम और मुंबई में 1,27,350 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा है।
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