GNG Electronics and Indicube Spaces: आज दो मेनबोर्ड आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गए हैं। GNG Electronics Ltd और Indicube Spaces Ltd ये दो कंपनियां आईपीओ लेकर आई हैं। दोनों ही मेनबोर्ड आईपीओ हैं और बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्ट होंगे। इन दोनों आईपीओ में अगर आपने पैसा लगाने का प्लान किया है, तो उससे पहले कुछ जरूरी बातें जान लेना आपके लिए बेहद जरूरी है। दोनों कंपनियों के आईपीओ के प्राइस बैंड क्या है, कंपनी की प्रोफाइल क्या है और साथ ही कितना मिनिमम इन्वेस्टमेंट आपको करना होगा, चलिए समझते हैं।
GNG Electronics Ltd के IPO के बारे में पांच बातें
1- जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ 460.43 करोड़ रुपये का बुकबिल्डिंग इश्यू है। यह इश्यू 1.69 करोड़ फ्रेश शेयरों के साथ कुल 400.00 करोड़ रुपये और 0.26 करोड़ शेयरों के ऑफर फॉर सेल का कॉम्बिनेशन है, जिसकी कुल वैल्यू 60.44 करोड़ रुपये है।
2- जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है और 25 जुलाई को बंद होगा। जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ के लिए एलॉटमेंट को 28 जुलाई को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा और इसकी संभावित लिस्टिंग डेट 30 जुलाई तय की गई है।
3- जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ का प्राइस बैंड 225 से 237 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। अप्लाई करने के लिए लॉट साइज 63 है। रिटेलर के लिए जरूरी मिनिमम इन्वेस्टमेंट वैल्यू 14,175 रुपये (63 शेयर) है। sNII के लिए लॉट साइज इन्वेस्टमेंट 14 लॉट (882 शेयर) है, जिसकी वैल्यू 2,09,034 रुपये है, और bNII के लिए 67 लॉट (4,221 शेयर) है, जिसकी वैल्यू 10,00,377 रुपये है।
4- मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड, GNG इलेक्ट्रॉनिक्स IPO का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
5- 2006 में स्थापित, GNG इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भारत और ग्लोबल लेवल पर, लैपटॉप, डेस्कटॉप और आईसीटी उपकरणों के लिए रिफर्बिश सर्विसेज देता है। कंपनी की भारत, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में महत्वपूर्ण उपस्थिति है। कंपनी ‘इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट’ ब्रांड के अंतर्गत काम करती है, जो सोर्सिंग से लेकर रिफर्बिशिंग, सेल और आफ्टर-सेल सर्विसेज और वारंटी देती है। 31 मार्च, 2025 तक, कंपनी का बिक्री नेटवर्क 38 देशों में रिफर्बिश्ड आईसीटी उपकरणों की बिक्री के साथ मौजूद है। 31 मार्च, 2025 तक, जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स के बिक्री नेटवर्क में भारत और दुनिया भर में 4,154 टचपॉइंट शामिल हैं। 31 मार्च, 2025 तक, कंपनी में 1,194 कर्मचारी थे।
Indiqube Spaces Ltd. के IPO के बारे में पांच बातें
1- इंडिक्यूब स्पेसेज का आईपीओ 700 करोड़ रुपये का बुकबिल्डिंग इश्यू है। यह इश्यू 2.74 करोड़ फ्रेश शेयरों, जिसकी वैल्यू 650 करोड़ रुपये है और 0.21 करोड़ शेयरों के ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शेयरों, जिसकी कुल वैल्यू 50 करोड़ रुपये है, का कॉम्बिनेशन है।
2- इंडिक्यूब स्पेसेज का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 25 जुलाई को बंद होगा। इंडिक्यूब स्पेसेज के आईपीओ का एलॉटमेंट को 28 जुलाई को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। इंडिक्यूब स्पेसेज़ का आईपीओ बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा, जिसकी संभावित लिस्टिंग डेट 30 जुलाई तय की गई है।
3- प्राइस बैंड और लॉट साइज इंडिक्यूब स्पेसेज के आईपीओ का मूल्य बैंड 225 से 237 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। आवेदन के लिए लॉट साइज 63 है। रिटेलर के लिए जरूरी मिनिमम इन्वेस्टमेंट वैल्यू 14,175 रुपये (63 शेयर) है। sNII के लिए लॉट साइज इन्वेस्टमेंट 14 लॉट (882 शेयर) है, जिसकी वैल्यू 2,09,034 रुपये है, और bNII के लिए 67 लॉट (4,221 शेयर) है, जिसकी वैल्यू 10,00,377 रुपये है। इस इश्यू में कर्मचारियों के लिए 63,291 शेयरों तक का रिजर्वेशन शामिल है, जो इश्यू प्राइस पर 22 रुपये की छूट पर उपलब्ध है।
4- ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड, इंडिक्यूब स्पेसेस IPO का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि MUFG इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (लिंक इनटाइम) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
5- 2015 में स्थापित, इंडिक्यूब स्पेसेज लिमिटेड प्रबंधित, टिकाऊ और टेक-ड्रिवेन वर्कप्लेस सॉल्यूशन्स देता है, जिसका उद्देश्य मॉर्डन बिजनेस के लिए पारंपरिक ऑफिस अनुभव को बदलना है। कंपनी कॉर्पोरेट हब और ब्रांच ऑफिसों सहित अलग-अलग वर्कप्लेस सॉल्यूशन्स देती है। कंपनी 15 शहरों में 115 केंद्रों का एक पोर्टफोलियो मैनेज करती है, जिसमें 105 परिचालन केंद्र और 10 केंद्र शामिल हैं। 31 मार्च, 2025 तक, उनके पोर्टफोलियो का 25.22% रेनोवेट हो चुका है। 31 मार्च, 2025 तक, कंपनी 15 भारतीय शहरों में काम करती है, जिसमें सात टियर I शहर (बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई, मुंबई, नोएडा, गुरुग्राम, हैदराबाद) और 11 गैर-टियर I शहर (कोयंबटूर, कोच्चि, मदुरै, जयपुर, कालीकट, विजयवाड़ा) शामिल हैं।