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Euro Pratik Sales IPO: क्या निवेशकों को होगा पैसा लगाने का मलाल या फिर लगेगी लॉटरी? ये रिपोर्ट बता देगी पूरी सच

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड September 19, 2025, 09:37 IST

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सारांश

Euro Pratik Sales IPO का सब्सक्रिप्शन 1.41 गुना पर बंद हुआ है। खुदरा निवेशकों ने 1.31 गुना, QIBs ने 1.10 गुना और NIIs ने 2.02 गुना बोली लगाई। ग्रे मार्केट प्रीमियम सिर्फ ₹1 है, जिससे लिस्टिंग गेन की संभावना बेहद कम दिख रही है।

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इस आईपीओ के बारे में जानें पूरी डीटेल

Euro Pratik Sales IPO: फ्लोरिंग, वॉलपेपर और होम डेकोर प्रोडक्ट्स बेचने वाली कंपनी Euro Pratik Sales Ltd का आईपीओ निवेशकों से मिला-जुला रिस्पॉन्स लेकर बंद हो गया है। कंपनी का ₹451.31 करोड़ का यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, जिसमें कुल 1.83 करोड़ शेयर जारी किए गए। हालांकि, निवेशकों का उत्साह उम्मीद के मुताबिक ज्यादा नहीं दिखा।

सिर्फ इतना गुना हुआ सब्सक्राइब

18 सितंबर को बंद हुए इस IPO को कुल मिलाकर 1.41 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। कैटेगरी-वाइज देखें तो खुदरा निवेशकों ने इसे 1.31 गुना सब्सक्राइब किया, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 1.10 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 2.02 गुना तक बोली लगाई। यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि संस्थागत निवेशकों का भरोसा कंपनी पर सीमित रहा, जबकि HNI निवेशकों ने अपेक्षाकृत ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।

IPO का प्राइस बैंड ₹235 से ₹247 प्रति शेयर तय हुआ था। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम आवेदन साइज 60 शेयर यानी ₹14,820 का रखा गया। वहीं, छोटे नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (sNII) के लिए 14 लॉट यानी ₹2.07 लाख और बड़े नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (bNII) के लिए 68 लॉट यानी ₹10.07 लाख का न्यूनतम निवेश आवश्यक था।

पैसा लगाने वालों को फायदा होगा या नुकसान?

अब सबसे अहम सवाल है कि इस IPO में पैसा लगाने वालों को फायदा होगा या नुकसान? इसके लिए नजर डालनी होगी ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर। ताजा अपडेट के अनुसार Euro Pratik Sales IPO का GMP सिर्फ ₹1 है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹248 रहने की संभावना है, जबकि ऊपरी प्राइस बैंड ₹247 है। यानी लिस्टिंग पर प्रति शेयर महज 0.40% का मामूली फायदा या नुकसान हो सकता है।

पिछले 11 सेशन में GMP का ट्रेंड भी खास मजबूत नहीं रहा है। इसमें न्यूनतम स्तर ₹0 और अधिकतम ₹8 रहा है। मौजूदा ट्रेंड देखकर लगता है कि लिस्टिंग पर जोरदार गेन मिलने की संभावना बेहद कम है। बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि जिन निवेशकों ने इसमें पैसा लगाया है, उन्हें बड़े मुनाफे की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। हालांकि, लंबी अवधि के निवेशक कंपनी के बिजनेस मॉडल और ब्रांड वैल्यू को देखते हुए होल्ड करने पर विचार कर सकते हैं।

कब होगी लिस्टिंग?

Euro Pratik Sales IPO की अलॉटमेंट 19 सितंबर को होगी और 23 सितंबर को इसके शेयर BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे। एक्सपर्ट्स की राय है कि अलॉटमेंट पाने वाले निवेशकों को शुरुआती दिन में ट्रेडिंग पर नजर रखनी चाहिए। अगर शेयर कमजोर शुरुआत करता है, तो शॉर्ट-टर्म निवेशकों को सतर्क रहना होगा।

कंपनी के बिजनेस मॉडल की बात करें तो Euro Pratik Sales होम डेकोर सेगमेंट में काम करती है और इसके प्रोडक्ट्स में फ्लोरिंग मटीरियल, वॉलपेपर और डेकोरेटिव पैनल शामिल हैं। कंपनी का फोकस मुख्य रूप से मेट्रो सिटीज और टियर-1 मार्केट पर है। हालांकि, सीमित ग्रोथ और ऊंचे वैल्यूएशन को लेकर निवेशकों में कुछ हिचकिचाहट देखी गई है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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