मार्केट न्यूज़
4 min read | अपडेटेड October 16, 2025, 15:52 IST
सारांश
निवेशकों के लिए Zomato (अब Eternal) के दूसरी तिमाही के नतीजे उम्मीदों से भरे हैं या नहीं? ये बड़ा सवाल है। Blinkit की तूफानी ग्रोथ ने कमाई को रॉकेट जैसी रफ्तार दी है और पिछली तिमाही से मुनाफा ढाई गुना बढ़ा है। ऐसे में सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि फिर आज शेयर में गिरावट क्यों आ गई?
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Zomato से Eternal Limited बनी कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर घटा है।
Zomato Q2 Results: जोमैटो, जो अब Eternal Limited के नए अवतार में है, उसने अपनी दूसरी तिमाही (Q2 FY26) का रिपोर्ट कार्ड पेश कर दिया है। सतह पर ₹65 करोड़ का मुनाफा शायद बहुत बड़ा न लगे, खासकर जब पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹176 करोड़ था। लेकिन एक निवेशक के तौर पर जब आप इन आंकड़ों की गहराई में उतरते हैं, तो कंपनी की भविष्य की कहानी बेहद मजबूत नजर आती है। चलिए, डिकोड करते हैं इन नतीजों को एक निवेशक के नजरिए से।
निवेशकों के लिए सबसे बड़ा पॉजिटिव संकेत है। मुनाफे में पिछली तिमाही के मुकाबले ढाई गुना का उछाल आया है। पहली तिमाही में कंपनी ने ₹25 करोड़ का मुनाफा कमाया था, जो अब बढ़कर ₹65 करोड़ हो गया है। यह 'Sequential' ग्रोथ दिखाती है कि कंपनी की ऑपरेशनल क्षमता सुधर रही है और वह तेजी से मुनाफा कमाने की राह पर आगे बढ़ रही है। सालाना गिरावट के बजाय इस तिमाही-दर-तिमाही ग्रोथ पर बाजार की नजर ज्यादा है।
अगर इस तिमाही कोई असली हीरो है, तो वह Blinkit है। कंपनी की कमाई में जो 183% की सुनामी आई है, उसका सबसे बड़ा क्रेडिट Blinkit के दमदार प्रदर्शन को जाता है। Eternal Limited का रेवेन्यू यानी कमाई 183% की तूफानी तेजी के साथ ₹13,590 करोड़ पर पहुंच गई, जो पिछले साल सिर्फ ₹4,799 करोड़ थी। इस असाधारण ग्रोथ के पीछे दो बड़े हीरो हैं, Blinkit (क्विक कॉमर्स) और Hyperpure (B2B सप्लाई)। Blinkit ने सबसे तेज ग्रोथ दिखाई है, जिसका मुख्य कारण कंपनी द्वारा अपने बिजनेस मॉडल में किया गया बड़ा बदलाव है। अब Blinkit सिर्फ एक मार्केटप्लेस न होकर, खुद सामान खरीदकर बेचने (इन्वेंट्री-लेड मॉडल) का काम कर रहा है, जिससे मार्जिन और कंट्रोल दोनों बेहतर हुए हैं।
कंपनी की कुल कमाई ₹13,590 करोड़ तक पहुंचना एक असाधारण उपलब्धि है। यह दिखाता है कि कंपनी का स्केल बहुत तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, एक निवेशक के तौर पर आपको यह भी देखना चाहिए कि कंपनी का कुल खर्च भी ₹13,813 करोड़ रहा है। इसका मतलब है कि फिलहाल कंपनी ग्रोथ पर बहुत ज्यादा खर्च कर रही है, जिससे उसका प्रॉफिट मार्जिन अभी कम है।
अब बात उस जोखिम की, जिसे कोई भी निवेशक नजरअंदाज नहीं कर सकता। कंपनी को मिला ₹420 करोड़ का GST डिमांड नोटिस एक बड़ा 'रेड फ्लैग' है। वहीं, कंपनी के खातों की समीक्षा करने वाले ऑडिटर Deloitte Haskins & Sells ने नतीजों पर कोई बड़ी आपत्ति नहीं जताई है, जो एक राहत की बात है। हालांकि कंपनी ने कहा है कि उसे अपने पक्ष में मजबूत केस होने का भरोसा है और उसने इसके खिलाफ अपील भी की है, लेकिन यह अनिश्चितता का एक बादल है। अगर यह फैसला कंपनी के खिलाफ जाता है, तो इसका सीधा असर उसके मुनाफे और कैश फ्लो पर पड़ सकता है।
रही बात आज शेयर में आई गिरावट की तो इसके पीछे एक कारण ये भी है कि कंपनी का पिछले समान तिमाही की कमाई ₹176 करोड़ के मुकाबले इस बार ₹65 करोड़ का मुनाफा कम है। हालांकि रेवेन्यू में आई तेजी और पिछली तिमाही से हुआ ग्रोथ एक पॉजिटिव स्टोरी बयां कर रहा है।
मुनाफा कमाने के साथ-साथ कंपनी ने अब सामाजिक जिम्मेदारी की दिशा में भी एक बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड ने 'Eternal General Service Foundation' के गठन को मंजूरी दे दी है। यह फाउंडेशन Eternal की पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनी होगी और इसका मकसद भुखमरी मिटाने, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में काम करना होगा। यह कदम कंपनी की सामाजिक प्रतिबद्धता को एक संस्थागत रूप देगा।
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