return to news
  1. Defence Stocks में तगड़ा उछाल, GRSE, Mazagon Dock समेत कई शेयर 20% तक भागे

मार्केट न्यूज़

Defence Stocks में तगड़ा उछाल, GRSE, Mazagon Dock समेत कई शेयर 20% तक भागे

Upstox

3 min read | अपडेटेड March 19, 2025, 17:25 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Defence Stocks: इस उछाल के पीछे एक बड़ा कारण जर्मनी की सरकार द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर और डिफेंस खर्च बढ़ाने का निर्णय है। इस फैसले से यूरोपीय सैन्य क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और इससे भारतीय रक्षा कंपनियों को भी लाभ होगा। यूक्रेन युद्ध और बढ़ते क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों के कारण यूरोप में रक्षा पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हो रही है।

शेयर सूची

Defence stocks: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया।

Defence stocks: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया।

Defence Stocks: आज 19 मार्च को डिफेंस शेयरों में जमकर खरीदारी देखी गई। इसके चलते निफ्टी इंडिया डिफेंस इडेंक्स में 4.85 फीसदी का तगड़ा उछाल आया है। इंडेक्स में शामिल सभी 16 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया और यह 273.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ।
Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

इसके अलावा, ideaForge Technology में करीब 13 फीसदी, Mazagon Dock में 10.58 फीसदी और Cochin Shipyard के शेयरों में 8.87 फीसदी की तेजी रही। Hindustan Aeronautics (HAL) के शेयरों में भी 4.44 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

क्या है Defence Stocks में तेजी की वजह?

भारतीय डिफेंस और शिपिंग कंपनियों में तेजी का मुख्य कारण घरेलू शेयर बाजार में रिकवरी और ग्लोबल डिफेंस सेक्टर में पॉजिटिव माहौल है। इस उछाल के पीछे एक बड़ा कारण जर्मनी की सरकार द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर और डिफेंस खर्च बढ़ाने का निर्णय है।

इस फैसले से यूरोपीय सैन्य क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और इससे भारतीय रक्षा कंपनियों को भी लाभ होगा। यूक्रेन युद्ध और बढ़ते क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों के कारण यूरोप में रक्षा पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हो रही है, जिससे भारतीय रक्षा कंपनियों की मांग बढ़ सकती है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस समय भारतीय रक्षा कंपनियों को यूरोप की रक्षा जरूरतों के लिए अच्छे सप्लायर के रूप में देखा जा रहा है, जो बड़े पैमाने पर और कम लागत में उपकरण उपलब्ध करा सकती हैं। इसके अलावा, भारतीय रक्षा निर्यात में भी अच्छी वृद्धि देखी गई है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 32.5% बढ़ा है।

भारत में भी डिफेंस खर्च बढ़ने की उम्मीद

भारत में भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक समिति ने 3 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस समिति ने मीडियम और लॉन्ग टर्म क्षमता बढ़ाने के लिए उपाय सुझाए हैं, जिसमें देश में ही प्रोडक्शन और प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी पर खास जोर दिया गया है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि ग्लोबल डिफेंस खर्च में बढ़ोतरी और भारत में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ते कदम इस क्षेत्र में निवेशकों की रुचि बनाए रख सकते हैं।

(डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में जिस स्टॉक का जिक्र किया गया है, वह यह दिखाने के लिए है कि एनालिसस किस तरह से करना है। किसी भी स्टॉक में अपना पैसा लगाने से पहले पूरी तरह से जान-समझ लें और उसके हिसाब से अपना फैसला खुद लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख