मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड March 12, 2025, 09:16 IST
सारांश
SpaceX-Airtel Deal: इलॉन मस्क की स्पेसएक्स की स्टारलिंक सैटलाइट इंटरनेट सेवाओं के लिए भारत की एयरटेल ने डील की है। इसके जरिए दोनों भारत के दूरस्थ इलाकों में तेज स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के लिए काम करेंगी। यह डील इसलिए भी खास है क्योंकि अभी तक एयरटेल और स्पेसएक्स के बीच भारत में स्पेक्ट्रम आवंटन और लाइसेंस फी को लेकर विवाद रहा है।
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स्टारलिंक और एयरटेल के बीच डील भारत के दूर-दराज इलाकों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के लिए अहम होगी।
भारत की अग्रणी टेलिकॉम कंपनी Bharti Airtel ने इलॉन मस्क की स्पेस टेक्नॉलजी कंपनी SpaceX के साथ एक डील साइन की है। इस डील के तहत SpaceX की Starlink की हाई-स्पीड सैटलाइट इंटरनेट सेवाएं भारत में भी उपलब्ध होंगी।
इस डील के जरिए पहली बार भारत में Starlink की इंटरनेट सर्विसेज का आगाज होगा। इस ऐलान के साथ ही Bhartiय शेयर बाजार में Bharti Airtel पर निगाहें टिक गई हैं।
Bharti Airtel ने इस बारे में एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया है कि इस डील के जरिए Airtel और SpaceX को दूर-दराज इलाकों में, जहां अभी तक इंटरनेट की सेवाएं नहीं पहुंच सकी हैं, वहां विस्तार में मदद मिलेगी।
कंपनी का कहना है कि इसके जरिए यह देखा जाएगा कि कैसे Starlink Airtel की सेवाओं को विस्तार देती है और कैसे Airtel की Bhartiय बाजार पर पकड़ ग्राहकों और व्यापार के लिए Starlink की सेवाओं को पहुंचाती है।
इस समझौते के तहत Airtel और SpaceX Airtel के रीटेल स्टोर्स में Starlink के उपकरणों को ऑफर कर सकते हैं। इसके अलावा Airtel के जरिए Starlink की सेवाओं को बिजनेस कस्टमर्स से लेकर स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, खासकर भारत के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में।
Bharti Airtel के मैनेजिंग डायरेक्टर और वाइस चेयरमैन गोपाल विट्टल ने बताया है कि भारत में Airtel के ग्राहकों को Starlink सेवाएं पहुंचाने के लिए SpaceX के साथ काम करना एक अहम मील का पत्थर है और यह अगली पीढ़ी की सैटलाइट कनेक्टिविटी के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
विट्टल ने कहा, ‘यह सहयोग भारत के सबसे दूरदराज के इलाकों में भी विश्वस्तरीय तेज गति वाला ब्रॉडबैंड लाने की हमारी क्षमता को बढ़ाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि हर व्यक्ति, व्यवसाय और समुदाय के पास विश्वसनीय इंटरनेट हो। Starlink, Airtel के उत्पादों के समूह को पूरक और उन्नत करेगी, ताकि हमारे भारतीय ग्राहकों के लिए विश्वसनीय और सस्ता ब्रॉडबैंड सुनिश्चित हो सके।’
यह समझौता इस लिहाज से भी अहम है कि Bharti Airtel का सैटलाइट के जरिए इंटरनेट सर्विस देने के लिए लाइसेंस फी और स्पेक्ट्रम वैल्यू प्राइसिंग से जुड़े मुद्दों पर Starlink के साथ विवाद चर्चा में रहा है। यही नहीं, Airtel, Starlink की प्रतिद्वंद्वी फर्म Eutelsat OneWeb में 21.2% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी शेयरहोल्डर भी है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2024 में सुनील मित्तल ने सैटलाइट संचार कंपनियों के लिए लाइसेंस शुल्क का भुगतान करने के साथ अपनी दूरसंचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम खरीदने की बात की थी। मित्तल ने कहा था कि सैटलाइट कंपनियों को अन्य दूरसंचार कंपनियों की तरह दूरसंचार लाइसेंस का भुगतान करना चाहिए।
वहीं, SpaceX और दूसरी सैटलाइट कम्यूनिकेशन कंपनियों ने स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए नीलामी का रास्ता अपनाने का विरोध किया था। खुद मस्क ने Starlink को भारत में इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने की अनुमति देने से ‘बहुत बड़ी परेशानी’ होने की आशंका को लेकर सवाल उठाए थे।
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