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  1. Aequs Ltd IPO Open: Aerospace Segment की इस हीरो कंपनी में कितना दम? 4 प्वाइंट में समझिए पूरी डीटेल

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Aequs Ltd IPO Open: Aerospace Segment की इस हीरो कंपनी में कितना दम? 4 प्वाइंट में समझिए पूरी डीटेल

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड December 03, 2025, 10:59 IST

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सारांश

Aequs Ltd IPO Open: एयरोस्पेस कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी एक्यूस लिमिटेड का 921 करोड़ रुपये का आईपीओ आज 3 दिसंबर से खुल गया है। कंपनी ने 118 से 124 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है।

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एक्यूस का आईपीओ आज से निवेश के लिए खुल गया है।

Aequs Ltd IPO Open: शेयर बाजार में आज यानी 3 दिसंबर 2025 से एक्यूस लिमिटेड (Aequs Ltd) का आईपीओ निवेशकों के लिए खुल गया है। यह कंपनी एयरोस्पेस सेक्टर यानी विमानों के कलपुर्जे बनाने के मामले में एक बड़ा नाम है। लेकिन एक बात का ध्यान रखना है, हर चमकती चीज सोना नहीं होती, इसलिए स्मार्ट निवेशक को कंपनी की गहराई जानना बहुत जरूरी है। कंपनी का एयरोस्पेस बिजनेस तो 'हीरो' है, लेकिन बाकी बिजनेस इसे थोड़ा पीछे खींच रहे हैं। आइए 4 आसान पॉइंट में समझते हैं कि इस आईपीओ में पैसा लगाना चाहिए या नहीं।
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1. आईपीओ का पूरा हिसाब-किताब

एक्यूस का आईपीओ आज से शुरू होकर 5 दिसंबर तक खुला रहेगा। कंपनी ने 118 रुपये से 124 रुपये प्रति शेयर का भाव तय किया है। एक लॉट में 120 शेयर मिलेंगे। यानी एक खुदरा निवेशक को कम से कम 14,880 रुपये (अपर बैंड के हिसाब से) का निवेश करना होगा। कंपनी बाजार से कुल 921.81 करोड़ रुपये जुटा रही है। इसमें 670 करोड़ रुपये के नए शेयर हैं और बाकी ऑफर फॉर सेल (OFS) है।

2. कहां हीरो और कहां जीरो है कंपनी?

यह पॉइंट सबसे महत्वपूर्ण है। एक्यूस का कारोबार दो हिस्सों में बंटा है।

हीरो (एयरोस्पेस): कंपनी एयरबस और बोइंग जैसी दुनिया की दिग्गज कंपनियों के लिए सटीक कलपुर्जे (Precision Components) बनाती है। यह भारत के इकलौते ऐसे सेज (SEZ) में काम करती है जहां एयरोस्पेस की पूरी क्षमता मौजूद है। यह डिवीजन मुनाफे में है और कंपनी की असली ताकत यही है।
जीरो (कंज्यूमर गुड्स): कंपनी खिलौने और कुकवेयर भी बनाती है, लेकिन यह बिजनेस लगातार घाटे में चल रहा है। इसी वजह से कंपनी की बैलेंस शीट पर पिछले तीन सालों से शुद्ध घाटा (Net Loss) दिख रहा है। यानी एयरोस्पेस की कमाई को दूसरे बिजनेस का घाटा खा जाता है।

3. पैसों का इस्तेमाल का क्या है प्लान?

कंपनी इस आईपीओ को लाने की एक बड़ी वजह कर्ज कम करना बता रही है। नए शेयरों से जो 670 करोड़ रुपये मिलेंगे, उनमें से सबसे बड़ा हिस्सा यानी करीब 433 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में जाएगा। कर्ज उतरने के बाद कंपनी को ब्याज नहीं देना पड़ेगा, जिससे भविष्य में उसकी बैलेंस शीट सुधर सकती है और वह मुनाफे में लौट सकती है। इसके अलावा कुछ पैसा मशीनरी खरीदने में भी लगाया जाएगा।

4. जीएमपी में अभी कैसा है हाल?

कंपनी भले ही घाटे में हो, लेकिन ग्रे मार्केट में निवेशकों का जोश हाई है। ताजा आंकड़ों (3 दिसंबर, सुबह 7:57 बजे तक) के मुताबिक, एक्यूस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 46.5 रुपये चल रहा है।

लिस्टिंग प्राइस: 124 रुपये (प्राइस बैंड) + 46.5 रुपये (जीएमपी) = 170.5 रुपये।

इस हिसाब से देखें तो निवेशकों को लिस्टिंग वाले दिन करीब 37.50 फीसदी का शानदार मुनाफा हो सकता है। यह संकेत देता है कि बाजार एयरोस्पेस सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए कंपनी के घाटे को फिलहाल नजरअंदाज करने के मूड में है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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