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  1. डॉनल्ड ट्रंप से भिड़ना यूक्रेन को पड़ा भारी, US ने सैन्य मदद पर लगाया विराम, समझें पूरा मामला

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डॉनल्ड ट्रंप से भिड़ना यूक्रेन को पड़ा भारी, US ने सैन्य मदद पर लगाया विराम, समझें पूरा मामला

Upstox

3 min read | अपडेटेड March 04, 2025, 10:48 IST

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सारांश

US-Ukraine Tension: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच तीखी बहस के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद पर विराम लगा दिया है। अमेरिका का कहना है कि यूक्रेन उसके सपॉर्ट की कद्र नहीं करता। दोनों देशों के बीच होने वाली रेयर अर्थ मिनरल्स डील भी ठंडे बस्ते में पड़ गई है।

पिछले हफ्ते ओवल ऑफिस में मीडिया के सामने ही भिड़ गए थे डॉनल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की।

पिछले हफ्ते ओवल ऑफिस में मीडिया के सामने ही भिड़ गए थे डॉनल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की।

रूस के खिलाफ युद्ध के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से बहस पर यूक्रेन को कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है। ट्रंप ने यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद पर विराम लगा दिया है।

पिछले हफ्ते ओवल ऑफिस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की तीखी बहस हो गई थी जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह कहते हुए यूरोपीय देश की मदद करने से हाथ पीछे खींच लिए हैं कि उसे अमेरिकी मदद की कद्र नहीं है।

फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को जाने वाली सैन्य मदद रोक दी है। यूक्रेन को भजे जा रहे हथियार रास्ते में रोक दिए गए हैं। अमेरिका ने तब तक यूक्रेन को मदद ना देने की बात कही है जब तक वह अमेरिकी सपॉर्ट और शांति के लिए प्रतिबद्धता की कद्र ना करे। फॉक्स न्यूज ने एक सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया है कि यह पूर्ण विराम नहीं है, कुछ वक्त के लिए है।

क्या है मामला?

बीते शुक्रवार ट्रंप और जेलेंस्की रेयर अर्थ मिनरल्स डील के लिए ओवल ऑफिस में मिले थे। दोनों देशों के बीच इस डील पर समझौते के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी। हालांकि, जल्द ही माहौल गरम हो गया और दोनों देशों के शीर्ष नेता मीडिया के सामने ही आपस में भिड़ने लगे।

ट्रंप जेलेंस्की से सीजफायर पर जोर देने को कह रहे थे जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना था कि सीजफायर की कोशिश पहले भी हो चुकी है लेकिन रूस उसका पालन नहीं करता, और किसी भी तरह के युद्धविराम के लिए पहले देश की सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए।

मीडिया के सामने भिड़ गए नेता

जेलेंस्की ने बातचीत के दौरान अमेरिका को चेतावनी दी कि उसे भी रूसी विस्तार के नतीजे महसूस करने पड़ सकते हैं जिसपर ट्रंप उखड़ गए। उन्होंने कहा कि वह एक समस्या का समाधान करना चाहते हैं, इसलिए जेलेंस्की उन्हें ना बताएं कि वह क्या महसूस करेंगे।

ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा कि बिना अमेरिकी सैन्य उपकरणों के युद्ध दो हफ्ते में खत्म हो जाता। उन्होंने कहा कि यूक्रेन अच्छी स्थिति में नहीं है और अमेरिका के साथ आने पर ही उसे ताकत मिलती है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत इतनी गरम हो गई कि ट्रंप के सलाहकारों ने जेलेंस्की से वाइट हाउस से जाने को कह दिया।

क्यों इतनी अहम है मिनरल्स डील?

रेयर अर्थ मिनरल्स 17 मिनरल्स का एक ग्रुप है जिनकी मात्रा धरती पर तो पर्याप्त है लेकिन इनका खनन आसान नहीं है। इनकी इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स और क्लीन एनर्जी उपकरणों से लेकर डिफेंस उपकरणों में होता है जो इन्हें बेहद अहम बनाता है। साल 2023 की Forbes Ukraine की एक स्टडी के मुताबिक देश में $14.8 ट्रिलियन के रेयर अर्थ और क्रिटिकल मिनरल्स हो सकते हैं।

अमेरिका और यूक्रेन के बीच होने वाली डील के तहत एक इन्वेस्टमेंट फंड बनाया जाना था। इसमें यूक्रेन सरकार के तहत आने वाले संसाधनों से होने वाली आमदनी का 50% हिस्सा जाता जबकि अमेरिकी ने यूक्रेन के पुनर्निर्माण और विकास में योगदान निभाने की प्रतिबद्धता जताई थी।

ट्रंप का कहना था कि इस डील के जरिए वह यूक्रेन को युद्ध में दी गई मदद को देश वापस लाना चाहते हैं। यहां तक कि ट्रंप ने यूक्रेन से उसे दी गई मदद के बदले $500 अरब के रेयर अर्थ मिनरल्स की मांग तक कर डाली थी जिसे जेलेंस्की ने नकार दिया था।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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