return to news
  1. टैरिफ और ट्रेड बन रहा है हथियार, भारत किसी भी परिस्थिति में नहीं झुकेगा... कृषि मंत्री क्या कुछ बोले

बिजनेस न्यूज़

टैरिफ और ट्रेड बन रहा है हथियार, भारत किसी भी परिस्थिति में नहीं झुकेगा... कृषि मंत्री क्या कुछ बोले

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 09, 2025, 15:48 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत की 46% आबादी अपनी आजीविका के लिए सीधे तौर पर कृषि पर निर्भर है। इस पर निर्भरता को कम करने के लिए जारी प्रयासों के बावजूद इस सेक्टर को मजबूत करना महत्वपूर्ण हो जाता है।

टैरिफ

टैरिफ और ट्रेड कैसे बन रहे दुनिया में हथियार

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि अस्थिर भू-राजनीतिक स्थिति में जहां ट्रेड और टैरिफ हथियार बन गए हैं, भारत अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश को ग्लोबल बाजारों पर निर्भर हुए बिना खाद्य सुरक्षा को और मजबूत करना चाहिए। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया है कि भारत, ‘दुनिया में भाई’ की भूमिका निभाने में विश्वास रखता है और दुनिया के बारे में चिंतित है लेकिन देश का हित सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘ऐसी अस्थिर भू-राजनीतिक स्थिति में जहां राष्ट्र एक-दूसरे से लड़ रहे हैं, जहां ट्रेड और टैरिफ को हथियार माना जा रहा है, जहां राष्ट्र अपनी मनमानी से दुनिया पर शासन कर रहे हैं... ऐसी स्थिति में, भारत को अपना रास्ता चुनना होगा। हम किसी के दबाव में नहीं आएंगे। अपने देश के हितों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और यह ग्लोबल शांति के लिए आवश्यक है। भारत जैसे जिम्मेदार देश को आगे आना चाहिए।’

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

मंत्री ने कहा कि भारत की 46% आबादी अपनी आजीविका के लिए सीधे तौर पर कृषि पर निर्भर है। इस पर निर्भरता को कम करने के लिए जारी प्रयासों के बावजूद इस सेक्टर को मजबूत करना महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा स्थिति में खाद्यान्न के लिए ग्लोबल बाजार पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। इसलिए हमें आत्मनिर्भर बनना होगा।’ पीएल480 कार्यक्रम के तहत अमेरिकी खाद्य सहायता पर भारत की पिछली निर्भरता का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा कि देश ने एक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने कहा, ‘एक समय ऐसा भी था जब अतीत में किसी प्रधानमंत्री को लोगों से सप्ताह में एक बार उपवास रखने के लिए कहना पड़ता था। अब 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। गोदाम इस समय चावल और गेहूं से भरे हुए हैं।’

‘दलहन और तिलहम में हम अभी पीछे हैं’

चौहान ने न केवल खाद्य सुरक्षा के लिए बल्कि किसानों की आय सुनिश्चित करने के लिए भी कृषि को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए छह प्रमुख क्षेत्रों में काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘चावल और गेहूं के मामले में हम वैश्विक औसत पर हैं, लेकिन दलहन एवं तिलहन के मामले में हम पीछे हैं। हमें दलहन और खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भर बनना चाहिए।’

आईसीएआर बेहतर गुणवत्ता वाले बीज को लेकर कर रहा काम

उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) बेहतर गुणवत्ता वाले बीज विकसित करने के लिए काम कर रही है। चूंकि भारत में आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों की अनुमति नहीं है, इसलिए ‘हाइब्रिड’ बीज विकसित करने के लिए जीनोम संपादन विधि का उपयोग किया जा रहा है और इसमें ‘उत्साहजनक सफलता’ मिल रही है। चौहान ने छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए मशीनीकरण और खाद्य प्रसंस्करण को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि ‘विकसित भारत’ के निर्माण में सभी की भूमिका है।

भाषा इनपुट के साथ
मार्केट में हलचल?
स्मार्ट टूल्स के साथ आगे बढ़ें
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख