return to news
  1. FY26 Q1 में भारत के GDP ग्रोथ रेट के मामले में RBI के टारगेट से आगे निकला ICRA का अनुमान

बिजनेस न्यूज़

FY26 Q1 में भारत के GDP ग्रोथ रेट के मामले में RBI के टारगेट से आगे निकला ICRA का अनुमान

Upstox

2 min read | अपडेटेड August 19, 2025, 14:58 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

इक्रा (ICRA) ने सरकारी पूंजीगत व्यय (कैपिटल एक्सपेंडीचर) और निर्यात में बढ़ोतरी के दम पर FY2026 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के 6.7% रहने का अनुमान लगाया है। यह एक साल पहले की समान तिमाही की 6.5% के ग्रोथ रेट से अधिक है।

जीडीपी

FY26 के पहले क्वार्टर में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.7% रहने का अनुमानः ICRA

Reserve Bank of India (RBI) यानी कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी, एमपीसी) की बैठक में मौजूदा फाइनेंशियल ईयर के पहले क्वार्टर यानी कि अप्रैल-जून क्वार्टर में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5% लगाया गया था, हालांकि रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA, Investment Information and Credit Rating Agency) ने सरकारी पूंजीगत व्यय (कैपिटल एक्सपेंडीचर) और निर्यात में बढ़ोतरी के दम पर FY2026 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के 6.7% रहने का अनुमान लगाया है। यह एक साल पहले की समान तिमाही की 6.5% के ग्रोथ रेट से अधिक है।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

यह अनुमान आरबीआई की एमपीसी के अप्रैल-जून तिमाही में 6.5% की वृद्धि के अनुमान से भी अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.4% की दर से बढ़ी थी। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आधिकारिक आंकड़ा 29 अगस्त को जारी किया जाएगा।

इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में निवेश गतिविधि को सरकारी पूंजीगत व्यय के अग्रिम भुगतान से बल मिला। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव और टैरिफ से जुड़ी टेंशन के कारण बढ़ी अनिश्चितता के बीच यह स्वीकार्य रूप से निम्न आधार पर रही।’ नायर ने कहा, ‘मजबूत सरकारी पूंजी के साथ-साथ रेवेन्यू व्यय, कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में अग्रिम निर्यात और और बेहतर उपभोग के शुरुआती इंडेक्सों से फायदा मिला और वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में आर्थिक गतिविधि में विस्तार की गति 6.7% रहने का अनुमान है।’

उन्होंने हालांकि निर्यात और निजी पूंजीगत व्यय के लिए टैरिफ संबंधी अनिश्चितता के बीच अगली तिमाही में जीडीपी वृद्धि में कमी आने को लेकर आगाह किया जिससे चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6% तक सीमित रह सकती है।

मार्केट में हलचल?
स्मार्ट टूल्स के साथ आगे बढ़ें
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख