बिजनेस न्यूज़
2 min read | अपडेटेड March 11, 2025, 09:02 IST
सारांश
E-Shram Portal: साल 2021 में लॉन्च किया गया पोर्टल असगंठित क्षेत्रों के मजदूरों को सरकारी की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के साथ जोड़ता है। इस पोर्टल से 4 साल में 30 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा कृषि क्षेत्र से हैं जबकि राज्यों के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। वहीं, महिलाओं की संख्या भी पुरुषों से ज्यादा है।
ई-श्रम पोर्टल पर 16 करोड़ महिलाओं और 14 करोड़ पुरुषों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
असंगठित मजदूरों तक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के फायदे पहुंचाने के लिए बनाए गए ई-श्रम पोर्टल (e-shram portal) पर रजिस्ट्रेशन तेजी से बढ़ा है। खासकर बड़ी संख्या में महिला मजदूरों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है। यह जानकारी श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से जारी डेटा में सामने आई है।
मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि साल 2021 में लॉन्च हुए ई-श्रम पोर्टल के साथ 3 मार्च, 2025 तक 30.68 करोड़ से ज्यादा मजदूर जुड़ चुके हैं। अच्छी बात यह है कि इसमें आधी से ज्यादा, कम के कम 53.68% महिलाएं हैं। यह उन तक सरकारी सामाजिक योजनाओं की पहुंच को लेकर सकारात्मक संकेत देता है।
ई-श्रम पोर्टल असंगठित क्षेत्रों के मजदूरों का नेशनल डेटाबेस तैयार करने के लिए लॉन्च किया गया था। इसके जरिए उन्हें एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (Universal Account Number, UAN) दिया जाता है ताकि वह सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का फायदा उठा सकें। इसके लिए पिछले साल ई-श्रम One-Stop Solution भी लॉन्च किया गया था।
अभी तक पोर्टल के जरिए लाभार्थियों को अलग-अलग मंत्रालयों की 13 योजनाओं के साथ जोड़ा गया है। इनमें PM स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि, PM सुरक्षा बीमा योजना, PM जीवन ज्योति बीमा योजना, नेशनल फैमिली बेनिफिट स्कीम, MGNREGA, PM आवास योजना- ग्रामीण, शहरी आयुष्मान भारत- PM जन आरोग्य योजना, PM मत्स्य संपदा योजना, PM किसान मान धन योजना शामिल हैं।
ई-श्रम पोर्टल के साथ भाषिणी प्लेटफॉर्म को भी जोड़ा गया है ताकि अलग-अलग भाषाओं के लोग इसका इस्तेमाल कर सकें। इसके अलावा एक मोबाइल ऐप भी पिछले महीने लॉन्च की गई है।
कुल 30,68,74,094 रजिस्ट्रेशन में से 16,47,36,072 महिला मजदूरों के और 14,21,30,667 पुरुष मजदूरों के नाम पर हुए जबकि 7,355 अन्य रजिस्ट्रेशन हुए। राज्यों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश में 8,38,24,946, बिहार में 2,97,84,018 और पश्चिम बंगाल में 2,64,38,711 दर्ज किए गए।
वहीं, सेक्टर्स में खेती सबसे आगे रहा जहां 15,99,36,962 रजिस्ट्रेशन कराए गए। इसके बाद 2,89,04,451 घरेलू मजदूरों और 2,77,31,452 रजिस्ट्रेशन निर्माणक्षेत्र के मजदूरों के किए गए।
लेखकों के बारे में
अगला लेख