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  1. India GDP: FY25 में ग्रोथ रेट 6.5% पर, मार्च तिमाही में 7.4% की दर से बढ़ी इकनॉमी

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India GDP: FY25 में ग्रोथ रेट 6.5% पर, मार्च तिमाही में 7.4% की दर से बढ़ी इकनॉमी

Upstox

2 min read | अपडेटेड May 30, 2025, 16:41 IST

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सारांश

India GDP: भारत की जीडीपी वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में धीमी पड़कर 7.4 फीसदी रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 8.4 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2024-25 में विकास दर धीमी होकर 6.5 फीसदी रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 9.2 फीसदी थी।

GDP

भारत की GDP वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में धीमी पड़कर 7.4 फीसदी रही

India GDP: भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के GDP आंकड़े जारी कर दिए हैं। देश की आर्थिक वृद्धि वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में धीमी होकर 7.4 फीसदी रही। इसके साथ पूरे वित्त वर्ष के दौरान वार्षिक वृद्धि दर घटकर 6.5 फीसदी रह गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।

जनवरी-मार्च तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि एक साल पहले की समान तिमाही के 8.4 प्रतिशत से कम है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च तिमाही में वृद्धि दर के सुस्त पड़ने से समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर घटकर 6.5 प्रतिशत पर आ गई। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही थी।

NSO ने राष्ट्रीय खातों के अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2024-25 के लिए देश की वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत आंकी थी। एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही है।

नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने शुक्रवार को कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने और लोगों को कृषि से बाहर निकालने के लिए विनिर्माण क्षेत्र में बदलाव जरूरी है। उन्होंने उद्योग मंडल CII के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नीति आयोग भारत के पूरे कौशल परिदृश्य के पुनर्गठन पर विचार कर रहा है।

सुब्रह्मण्यम ने कहा, ''हमें विनिर्माण में बदलाव की जरूरत है, जो लोगों को कृषि से बाहर निकालेगा... भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए विनिर्माण में बदलाव जरूरी है।'' आर्थिक समीक्षा 2023-24 के अनुसार भारत में कृषि क्षेत्र लगभग 42.3 प्रतिशत आबादी को आजीविका प्रदान करता है। चालू कीमतों पर देश के सकल घरेलू उत्पाद में इसकी हिस्सेदारी 18.2 प्रतिशत है।

उन्होंने दावा किया कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण का हिस्सा 17 प्रतिशत है। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भारत अगले दो दशकों में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 23 प्रतिशत करने की योजना बना रहा है।

सुब्रह्मण्यम ने कहा कि आज दुनिया में अनिश्चितता ने भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर पैदा किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन में एक व्यापक निकाय होगा, जिसके पास भारत में विनिर्माण को बढ़ाने के लिए निर्देश देने और नियंत्रण करने की शक्ति होगी।

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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।