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3 min read | अपडेटेड March 07, 2025, 09:42 IST
सारांश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले महीने तक के लिए कनाडा और मेक्सिको पर लगने वाले टैरिफ को विराम दे दिया है। इसके पहले ऑटोमोबाइल सेक्टर को इससे बाहर किया गया था। टैरिफ लागू होने के बाद से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया था। ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको की सीमा के जरिए देश में नशीले पदार्थ और इमिग्रेंट्स के आने का आरोप लगाते हुए टैरिफ ऐक्शन लिया था।
डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि बाजार में हो रहे उतार-चढ़ाव का उनके फैसले पर कोई असर नहीं पड़ा है।
टैरिफ लगने के बाद बाजार पर नकारात्मक असर हुआ था जिससे व्यापारियों और ग्राहकों के बीच चिंता बैठ गई थी। इसके बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर पहले टैरिफ से बाहर किया गया था। ट्रंप ने एक महीने के लिए अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते के तहत सेक्टर को राहत दी थी।
हालांकि, इस ड्यूटी को कुछ वक्त के लिए ही रोका गया है और इसका कनाडा और मेक्सिको के निर्यात पर बड़ा असर पड़ेगा। कनाडा के 62% आयात पर शुल्क लगेगा जबकि एनर्जी प्रॉडक्ट्स पर 10% शुल्क लगेगा। वहीं, मेक्सिको के आधे आयात USMCA के तहत आते हैं और उन पर अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि टैरिफ लगाने से अमेरिका की आर्थिक वृद्धि धीमी हो सकती है और मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, ट्रंप का कहना है कि बाजार के हालात का उनके फैसले पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने व्यापार के संरक्षण की ओर प्रतिबद्धता जताई है और आगे और भी कदम उठाने की बात कही है।
इसके पहले 4 मार्च को टैरिफ लागू होने के बाद कनाडा और मेक्सिको ने जवाब दिया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के टैरिफ के फैसले को अनुचित बताते हुए कहा था कि कनाडा भी टैरिफ का जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा।
वहीं, मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबॉम ने कहा था कि ट्रंप के ऐक्शन को देखते हुए जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि देश के पास बी, सी, डी है।
ट्रंप ने कनाडा-मेक्सिको की सीमा से अवैध नशीले पदार्थ और इमिग्रेंट्स के आने का हवाला देते हुए टैरिफ लागू किए थे। पड़ोसी देशों के अलावा चीन से फेंटेनाइल जैसी सिंथेटिक दवाओं की सप्लाई होने के चलते उस पर भी 20% टैरिफ लगाया है।
इसके पहले ट्रंप ने ऐलान किया था कि 2 अप्रैल से भारत समेत दूसरे देशों पर भी टैरिफ लागू होंगे। उन्होंने कहा था कि भारत 100% टैरिफ लगाता है जो सही नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाएगा, उसके ऊपर उतना ही जवाबी टैरिफ लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा था कि अगर कोई नॉन-मॉनिटरी बैरियर लगाता है और बाजार में आने से रोकता है, तो उस पर भी नॉन-टैरिफ बैरियर लगाकर बाजार में आने से रोका जाएगा।
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