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भारत सरकार ने 2014-15 से लेकर 2024-25 यानी पिछले 10 सालों में किस भाषा के प्रमोशन पर सबसे ज्यादा खर्च किया, क्या आप जानते हैं?
केंद्र सरकार ने पिछले 10 सालों में भारत की किन क्लासिकल भाषाओं पर कितना खर्च किया, इसका लेखा-जोखा सामने आ चुका है।
हिन्दुस्तान टाइम्स ने राइट टू इन्फॉर्मेशन के जरिए यह जानकारी जुटाई है, जिसके हिसाब से सबसे ज्यादा खर्च संस्कृत पर किया गया है। चलिए एक नजर डालते हैं ऐसी ही सात भाषाओं पर।
संस्कृत
₹2,532 करोड़
उर्दू
₹838 करोड़
हिंदी
₹426 करोड़
तमिल
₹120 करोड़
सिंधी
₹54 करोड़
तेलुगू
₹12 करोड़
कन्नड़
₹12 करोड़
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